नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में अभिनेता और मक्कल नीधि मय्यम पार्टी के मुखिया कमल हासन ने राज्यसभा चुनाव के लिए आज शुक्रवार 6 जून 2025 को नामांकन दाखिल किया। इस दौरान मुख्यमंत्री एमके स्टालिन खुद मौजूद रहे। डीएमके और एमएनएम के बीच यह राजनीतिक गठजोड़ अब ऊपरी सदन तक पहुंच गया है।
तमिल फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गज अभिनेता और मक्कल नीधि मय्यम (MNM) पार्टी के संस्थापक कमल हासन अब सियासत की नई मंज़िल की ओर बढ़ गए हैं। शुक्रवार को उन्होंने चेन्नई में राज्यसभा के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। दिलचस्प बात यह रही कि इस नामांकन के दौरान तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने खुद उनके साथ रहकर समर्थन का स्पष्ट संकेत दिया।
यह कदम ना सिर्फ तमिल राजनीति में एक भूचाल की तरह है, बल्कि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले एक रणनीतिक गठबंधन का मजबूत संकेत भी माना जा रहा है। डीएमके और एमएनएम के इस सहयोग से राज्य की राजनीति में एक नया समीकरण बनता दिखाई दे रहा है।
डीएमके और एमएनएम की बढ़ रही नज़दीकियां
कमल हासन ने साल 2018 में राजनीति में कदम रखा था। उनकी पार्टी ने अब तक कोई बड़ा चुनावी जीत हासिल नहीं की, लेकिन उनके सामाजिक मुद्दों पर मुखर रहने और युवाओं में पकड़ के चलते राजनीतिक ताकत मानी जाती है।
मुख्यमंत्री स्टालिन ने उनके साथ मंच साझा कर यह संकेत दे दिया है कि डीएमके और MNM के बीच एक राजनीतिक गठजोड़ बन चुका है।
हालांकि कमल हासन को डीएमके के कोटे से राज्यसभा भेजा जा रहा है, लेकिन उनकी उम्मीदवारी को पार्टी बाहर से समर्थन दे रही है।
नामांकन के दौरान सीएम स्टालिन रहे मौजूद
नामांकन प्रक्रिया के दौरान सीएम स्टालिन और कमल हासन ने हाथ पकड़कर मीडिया के सामने तस्वीरें खिंचवाईं। इस दौरान सीएम स्टालिन ने कहा कि तमिलनाडु को एक मजबूत आवाज़ की ज़रूरत है और कमल हासन उसे बख़ूबी निभा सकते हैं। वहीं, कमल हासन ने कहा कि मैं जनहित की राजनीति में विश्वास करता हूं। संसद में तमिल जनता की बात पूरी ताकत से उठाऊंगा।
डीएमके ने बनाई राज्यसभा में भेजने की रणनीति
- राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि कमल हासन को राज्यसभा भेजकर डीएमके एक साथ दो लक्ष्य साध रही है:
- विपक्षी खेमे में MNM को अपने साथ बनाए रखना।
- संसद में एक मजबूत तमिल प्रतिनिधि खड़ा करना जो राष्ट्रीय मंच पर तमिलनाडु की बातें मजबूती से रख सके।
एक कयास यह भी लगाए रहे हैं कि राज्यसभा में आने के बाद कमल हासन को कोई अहम समिति या सलाहकार बोर्ड में भी जगह दी जा सकती है।
एक्टर से बने एक्टिविस्ट और अब बनेंगे राज्यसभा सांसद
कमल हासन ने कोरोना काल में गरीबों के लिए राशन, शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़ी योजनाएं चलाई थीं। उन्होंने राजनीतिक शुचिता, महिला सुरक्षा और भ्रष्टाचार विरोधी मुद्दों को प्रमुखता से उठाया था। कमल हासन की यह छवि उन्हें राज्यसभा में असरदार बना सकती है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
कमल हासन के नामांकन के बाद सोशल मीडिया पर तमिलनाडु के युवाओं और फिल्म जगत से जुड़े लोगों ने इसे "एक नई शुरुआत" बताया है। ट्विटर पर #KamalHaasanForRajyaSabha ट्रेंड कर रहे हैं।
कमल हासन का राज्यसभा जाना केवल एक अभिनेता की सियासत में एंट्री नहीं, बल्कि डीएमके और एमएनएम की भावी राजनीतिक साझेदारी का संकेत है। तमिल राजनीति के इस नए समीकरण पर अब देश के अन्य राजनीतिक दलों की नज़र है।
क्या कमल हासन का राज्यसभा में आना तमिल राजनीति में बदलाव लाएगा? अपनी राय नीचे कमेंट में ज़रूर बताएं।
Kamal Haasan | tamil nadu | cm mk stalin | mk stalin latest news |