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"खालिस्तानी आतंकी हैप्पी पासिया की अमेरिका से वापसी तय! पढ़ें — NIA की इंटरनेशनल सर्जिकल स्ट्राइक की पूरी कहानी" | यंग भारत न्यूज Photograph: (Google)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क ।भारत की सुरक्षा एजेंसियों को खालिस्तानी आतंकी नेटवर्क के खिलाफ बड़ी सफलता मिलने जा रही है। अमेरिका के सैक्रामेंटो से बीते 17 अप्रैल 2025 को पकड़ा गया खतरनाक आतंकी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया अब बहुत जल्द भारत लाया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक, सेंट्रल एजेंसियां अमेरिकी अधिकारियों के साथ मिलकर प्रत्यर्पण की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंचा चुकी हैं।
आपको बता दें कि हैप्पी पासिया पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI, आतंकी रिन्दा और बब्बर खालसा इंटरनेशनल के साथ मिलकर पंजाब में कई बड़ी आतंकी वारदातों को अंजाम दिलवा चुका है। साल 2024 और 2025 में उसने पंजाब पुलिस और थानों को हैंड ग्रेनेड से निशाना बनवाया था। 17 अप्रैल को उसे अमेरिका में ICE की कस्टडी में लिया गया था। पंजाब पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां मिलकर लगातार अमेरिका से उसके प्रत्यर्पण की कोशिशों में लगी हुई थीं।
पंजाब में आतंक का दूसरा नाम हैप्पी पासिया
हैप्पी पासिया का नाम पंजाब में दहशत और आतंक का पर्याय बन चुका था। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और खालिस्तानी आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के साथ मिलकर उसने पंजाब की शांति भंग करने की साजिश रची थी। 2023 से 2025 के बीच उसने 16 से अधिक आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया, जिनमें ग्रेनेड हमले, आईईडी विस्फोट और रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) हमले शामिल हैं। ये हमले अक्सर पुलिस स्टेशनों, धार्मिक स्थलों और सार्वजनिक हस्तियों के घरों को निशाना बनाते थे, जिससे आम जनता में भय का माहौल बना हुआ था। लेकिन अब उसका खेल खत्म हो चुका है।
क्या आप जानते हैं कि कैसे एक छोटे से गांव का लड़का इतना बड़ा आतंकी बन गया? यह कहानी सिर्फ उसकी गिरफ्तारी की नहीं, बल्कि पंजाब के बदलते सुरक्षा परिदृश्य की भी है।
NIA की सर्जिकल स्ट्राइक : कैसे बिछाया गया जाल?
एनआईए और अन्य केंद्रीय एजेंसियों ने अमेरिकी अधिकारियों के साथ मिलकर हैप्पी पासिया की गतिविधियों पर लगातार नज़र रखी। खुफिया जानकारी का लगातार आदान-प्रदान किया गया, जिसने एफबीआई और इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट (ICE) को 17 अप्रैल को सैक्रामेंटो, अमेरिका में उसे हिरासत में लेने में मदद की। यह एक लंबी और पेचीदा प्रक्रिया थी, जिसमें कई एजेंसियों का समन्वय और अथक प्रयास शामिल था।
पंजाब पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने अमेरिकी अधिकारियों के साथ मिलकर एक विस्तृत ऑपरेशन चलाया। हैप्पी पासिया की हर चाल पर नज़र रखी जा रही थी। उसकी हर संदिग्ध गतिविधि को ट्रैक किया गया। यह सिर्फ एक आतंकी की गिरफ्तारी नहीं है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय सहयोग का एक बेहतरीन उदाहरण भी है, जहां आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में सभी एक साथ आए।
5 लाख का इनामी : क्यों था इतना खतरनाक?
एनआईए ने चंडीगढ़ में सितंबर 2024 में हुए ग्रेनेड हमले के सिलसिले में हैप्पी पासिया पर 5 लाख रुपये का इनाम रखा था। यह हमला एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी के घर पर किया गया था, जिसने पंजाब में एक बार फिर से दहशत का माहौल पैदा कर दिया था। हैप्पी पासिया की गिरफ्तारी न केवल इस हमले के दोषियों को सजा दिलाने में मदद करेगी, बल्कि भविष्य में ऐसे हमलों को रोकने में भी सहायक होगी।
हैप्पी पासिया के खौफनाक कारनामे : एक लंबी फेहरिस्त
हैप्पी पासिया की आतंकी गतिविधियों का सिलसिला बेहद लंबा और खौफनाक है। उसने 2023 से 2025 के बीच पंजाब में 16 से अधिक आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया। इन घटनाओं ने न केवल जान-माल का नुकसान किया, बल्कि राज्य में असुरक्षा की भावना भी पैदा की।
यहां उसकी कुछ प्रमुख घटनाओं का विवरण दिया गया है:
27 नवंबर, 2024: गुरबख्श नगर की बंद पुलिस चौकी पर ग्रेनेड हमला। यह हमला यह दर्शाता है कि आतंकी अब पुलिस प्रतिष्ठानों को भी निशाना बनाने से नहीं डर रहे थे।
2 दिसंबर, 2024: SBS नगर के काठगढ़ थाने पर ग्रेनेड विस्फोट, जिसमें तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया गया। यह घटना पुलिस की त्वरित कार्रवाई को दर्शाती है, लेकिन साथ ही यह भी बताती है कि खतरा कितना गंभीर था।
4 दिसंबर, 2024: मजीठा थाने पर ग्रेनेड हमला, जिसे पुलिस ने टायर फटने की घटना बताने की कोशिश की। पूर्व विधायक बिक्रम मजीठिया ने इसे आतंकी हमला करार दिया। यह घटना पुलिस के भीतर भी एक संभावित समस्या की ओर इशारा करती है।
13 दिसंबर, 2024: अलीवाल बटाला थाने पर ग्रेनेड विस्फोट, जिसकी जिम्मेदारी हैप्पी पासिया ने ली। यह सीधे तौर पर स्वीकार किया गया हमला था, जो उसकी दुर्भावनापूर्ण मंशा को दर्शाता है।
17 दिसंबर, 2024: इस्लामाबाद थाने पर ग्रेनेड हमला। शुरू में पुलिस ने इसे नकारा, लेकिन DGP पंजाब ने इसे आतंकी घटना माना। यह घटना भी पुलिस के प्रारंभिक मूल्यांकन में संभावित त्रुटियों को उजागर करती है।
16 जनवरी, 2025: जैंतीपुर गांव में शराब कारोबारी अमनदीप जैंतीपुरिया के घर पर ग्रेनेड हमला। यह दर्शाता है कि आतंकी अब पुलिस के अलावा अन्य सार्वजनिक हस्तियों और व्यापारियों को भी निशाना बना रहे थे।
19 जनवरी, 2025: गुमटाला चौकी पर विस्फोट, जिसकी जिम्मेदारी BKI ने ली। BKI के साथ उसके गहरे संबंधों को यह घटना और भी पुख्ता करती है।
3 फरवरी, 2025: फतेहगढ़ चूड़ियां रोड पर बंद पुलिस चौकी पर लो-इंटेंसिटी विस्फोट। छोटे हमले भी जनता में भय फैलाने के लिए काफी होते हैं।
14 फरवरी, 2025: डेरा बाबा नानक में पुलिसकर्मी के घर पर लो-इंटेंसिटी धमाका। यह दर्शाता है कि पुलिसकर्मी भी आतंकियों के निशाने पर थे।
15 मार्च, 2025: ठाकुरद्वारा मंदिर पर हमला, जिसमें आरोपी गुरसिदक सिंह मुठभेड़ में मारा गया। इस घटना से पता चलता है कि आतंकी अब धार्मिक स्थलों को भी नहीं छोड़ रहे थे, जिससे सामाजिक सद्भाव बिगड़ने का खतरा था।
ये घटनाएं हैप्पी पासिया की क्रूरता और पंजाब में आतंक फैलाने के उसके दृढ़ संकल्प को दर्शाती हैं। उसकी गिरफ्तारी से इन सभी मामलों में न्याय मिलने की उम्मीद जगी है।
सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय एजेंसियां जल्द ही हैप्पी पासिया को भारत लाने की प्रक्रिया पूरी कर रही हैं। उसे दिल्ली हवाई अड्डे के रास्ते भारत लाया जा रहा है। भारत आने के बाद उससे गहन पूछताछ की जाएगी, जिससे पंजाब में सक्रिय अन्य आतंकी नेटवर्क और उनके मददगारों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है। उसकी गिरफ्तारी से खालिस्तानी नेटवर्क को एक बड़ा झटका लगा है।
खालिस्तानी मूवमेंट पर नकेल : भारत की प्रतिबद्धता
हैप्पी पासिया को भारत लाने की तैयारी यह दर्शाती है कि भारत सरकार खालिस्तानी मूवमेंट के खिलाफ कितनी गंभीर है। चाहे वे देश के भीतर सक्रिय हों या विदेशों से अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हों, भारत उन्हें पकड़ने और न्याय के कटघरे में लाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह आतंकवाद के खिलाफ भारत की ज़ीरो-टॉलरेंस नीति का एक स्पष्ट प्रमाण है।
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