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Knowledge: क्या है 'Gold Smuggling' का सबसे बड़ा कारण, विदेश से कितना सोना ला सकते हैं भारतीय?...जानिए

भारतीय लोगों में सोने को लेकर एक अलग दीवानगी है और दूसरा यह निवेश का ठोस साधन भी है। यही वजह है कि भारत सोना ख़रीदारों की संख्या के मामले में दुनिया में सबसे अव्वल है। खाड़ी देशों से सोने की तस्करी का सबसे बड़ा कारण इसकी कम क़ीमत है।

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Vibhoo Mishra
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नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क। 

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भारतीय मीडिया में अक्सर खाड़ी देशों से खासकर दुबई से छुपाकर सोना लाने की खबरें सुनाई देती हैं। कन्नड़ और तमिल फ़िल्मों की अभिनेत्री रान्या राव को राजस्व ख़ुफ़िया विभाग ने मंगलवार को दुबई से लौटते समय 14.8 किलोग्राम सोने के साथ गिरफ्तार किया। इसकी क़ीमत लगभग 12 करोड़ रुपये बताई जा रही है। रान्या राव बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सोने के साथ पहुंची थीं।

इससे पहले 2020 में तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे पर केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड ने एक राजनयिक बैग से 14.82 करोड़ रुपये मूल्य का 30 किलोग्राम (66 पाउंड) 24 कैरेट सोना ज़ब्त किया था। इसके बाद केरल की राजनीति में उथलपुथल मच गई थी। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के प्रधान सचिव एम शिवशंकर इस तस्करी के घेरे में आ गए थे और उन्हें अपने पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा था।

विदेश से भारतीय क्यों ला रहे सोना?

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भारतीय लोगों में सोने को लेकर एक अलग दीवानगी है और दूसरा यह निवेश का ठोस साधन भी है। यही वजह है कि भारत सोना ख़रीदारों की संख्या के मामले में दुनिया में सबसे अव्वल है। भारत में सोने की वास्तविक क़ीमत पर टैक्स लिया जाता है। इसके कारण इसकी क़ीमत बहुत अधिक हो जाती है। यही वजह है कि अक्सर खाड़ी देशों में जाने वाले पर्यटक यहां से सोना खरीद कर लाते हैं। यहां सोने पर टैक्स नहीं लिया जाता है। टैक्स न लेने कारण सोने की क़ीमत भारत की तुलना में काफ़ी कम हो जाती है। सोने की कम क़ीमत सभी को आ​कर्षित करती है। संयुक्त अरब अमीरात में 5 मार्च 2025 को 24 कैरेट गोल्ड के 10 ग्राम की कीमत 83,670 रुपए थी। वहीं भारत में 87,980 रुपए थे। विदेश से आने के बाद एयरपोर्ट पर तय सीमा से अधिक सोना लाने की जानकारी देनी होती है, अगर कोई इसे छुपाता है, तो यह तस्करी माना जाता है।

विदेश से इतना सोना ला सकते हैं भारतीय

विदेश से कोई भी पुरुष 20 ग्राम और कोई भी महिला 40 ग्राम सोना ला सकती है। यह सीमा शुल्क से मुक्त है। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) ने सभी के लिए सोना लाने पर शुल्क निर्धारित कर रखा है। शुल्क देकर आप कितनी भी मात्रा में सोना ला सकते हैं? 15 साल से कम उम्र के बच्चों को भी 40 ग्राम सोना लाने की छूट मिलती है। इसके ​लिए रिलेशनशिप प्रमाणित करना होगा। पासपोर्ट अधिनियम 1967 के अनुसार भारतीय नागरिक (आभूषण, सिल्ली और सिक्का) सभी प्रकार का सोना ला सकते हैं।

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क्या है सोने की तस्करी का कारण 

खाड़ी देशों से सोने की तस्करी का सबसे बड़ा कारण इसकी कम क़ीमत है। यहां सरकार सोने पर टैक्स नहीं लेती है। इसके कारण इसकी क़ीमत कम हो जाती है। वहीं भारत की अगर बात करें तो यहां सोने पर टैक्स बहुत ज़्यादा है। इसके कारण सोने की क़ीमत वास्तविक क़ीमत से काफी ज़्यादा हो जाती है। सस्ते सोने को खरीदकर भारत में बेचने की ललक के कारण तस्करी का रास्ता खुलता है। यह जुर्म की दुनिया में पुराना विषय रहा है। अंडरवर्ल्ड सरगना हाजी मस्तान और दाऊद इब्राहिम समुद्री रास्ते सोने की तस्करी करते थे, वहीं अब तस्करी के नए तरीके आए दिन सामने आ रहे हैं।


यहां से आता है सबसे ज्यादा तस्करी का सोना

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देश में सबसे ज़्यादा सोना संयुक्त अरब अमीरात से आता है। इसके बाद म्यांमार दूसरे नंबर पर है। इसके अलावा कुछ अफ्रीकी देशों से भी तस्कर सोना लाते हैं। डीआरआई अधिकारियों की मानें तो तस्करी का 10 फीसदी ही सोना पकड़ में आता है। सीबीआईसी ने 2023-24 में करीब 4,869.6 किलोग्राम सोना पकड़ा था। महाराष्ट्र, केरल और तमिलनाडु सोने की तस्करी के मामले में सबसे आगे हैं। करीब 60 फीसदी तस्करी के केस यहीं दर्ज होते हैं। सोने की तस्करी को लेकर सीबीआईसी के चेयरमैन संजय कुमार अग्रवाल ने हाल ही में कहा था कि आयात शुल्क 15 से छह फीसदी करने के बाद तस्करी में कमी आई है। सोना तस्करी करते हुए अगर कोई पकड़ा जाता है तो विभिन्न धाराओं में मुकदमा होगा। इसमें दोषी पाए जाने पर 5 लाख रुपए का ज़ुर्माना, उम्रकैद और विदेश यात्रा पर आजीवन रोक भी लग सकती है।

 

 

 

 

 

 

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