नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क
लोकसभा में गुरूवार, 20 मार्च को परिसीमन के मुद्दे पर जबरदस्त हंगामा देखा गया। जिसके कारण शुरू में ही सदन को स्थगित कर दिया गया। DMK सांसद टी शिवा संसद में एक टी-शर्ट पहनकर पहुंचे, जिस पर लिखा था, "निष्पक्ष परिसीमन, तमिलनाडु लड़ेगा, तमिलनाडु जीतेगा।" इसपर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला नाराज हो गए।
उन्होंने विपक्षी सांसदों को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि सदन मर्यादा से चलता है, गरिमा से चलता है। कुछ सदस्य लगातार नियम तोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि नियम संख्या 349 पढ़ लीजिए,उसमें साफ तौर पर लिखा है कि किस तरह से बर्ताव करना चाहिए। अगर आप टी- शर्ट पहनकर आएंगे, नारे लिखकर लाएंगे, सदन में नारे लगाएंगे तो सदन नहीं चलेगा।
निष्पक्ष परिसीमन की मांग को लेकर अपना विरोध प्रदर्शन
DMK सांसद टी शिवा ने कहा, "तमिलनाडु निष्पक्ष परिसीमन पर जोर दे रहा है। इससे करीब 7 राज्य प्रभावित होंगे, लेकिन सरकार की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। इसलिए हम निष्पक्ष परिसीमन की मांग को लेकर अपना विरोध प्रदर्शन जारी रख रहे हैं।"बता दें, बजट सत्र के दूसरे चरण की शरूआत से ही परिसीमन, तीन भाषा नीति और वोटर लिस्ट के मुद्दे पर जोरदार हंगामा रहा।
सदन में हंगामे का कराण
देश की संसद में जहां टी शर्ट को लेकर हंगामा हुआ वहीं बिहार विधानसभा में फोन के इस्तेमाल पर सीएम नीतीश कुमार भड़क गए। सीएम नीतीश ने कहा कि संसद मे फोन इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। दरअसल बजट सत्र के दौरान आरजेडी विधायक सुदय यादव मोबाइल पर देखकर सवाल पढ़ रहे थे। इस दौरान नीतीश कुमार ने सदन में मोबाइल ले जाने पर उठकर आपत्ति जताई। इसपर नीतीश कुमार उठ खड़े हुए और कहा, "एक बात हम कह रहे हैं कि ई लोग मोबाइल पर बात कर रहा है। सब प्रतिबंधित था। रोका हुआ था। सब मोबाइल लेकर बोल रहा है। ये कोई बात हैं ? ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि क्या सही में संसद में टी -शर्ट नहीं पहन सकते और विधानसभा में फोन का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं।इसको लेकर क्या नियम है, जान लीजिए।
सांसदों का ड्रेस कोड
बता दें, भारत में संसद या विधानसभा सदस्यों के लिए कोई ड्रेस कोड नहीं है। सांसद अपने हिसाब से किसी भी तरह का कपड़ा पहन सकते हैं। समय -समय के अनुसार लोगों के कपड़े पहनते गए। लेकिन इसको लेकर कोई अनिवार्य नियम नहीं है। लेकिन कपड़े पर लिखें नारों की वजह से बवाल जरूर होता रहा है। साल 2021 में भी गुजरात के गिर सोमनाथ विधानसभा क्षेत्र से विधायक विमल चूड़ासमा एक बार नारे लिखे हुए टीशर्ट पहनकर विधानसभा पहुंचे थे, जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी ने विमल चूड़ासमा को बाहर निकाल दिया।
मोबाइल को लेकर क्या है नियम
बता दें, कि देश की कई विधानसभाओं में विधायकों के फोन इस्तेमाल पर बैन लगा हुआ है। साल 2012 में तमिलनाडु में विधायकों के फोन इस्तेमाल करने पर बैन लगा दिया था। इसी के साथ यूपी विधानसभा में भी फोन के इस्तेमाल पर पाबंदी है। बिहार की बात करें तो बिहार विधानसभा में फोन के इस्तेमाल पर बैन है। इससे पहले साल 2023 में स्पीकर अवधेश नारायण चौधरी ने विधानसभा में कहा था कि सदन के अंदर मोबाइल फोन का इस्तेमाल करना नियमों के विरूद्ध है।