नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में भारत के संभावित सैन्य प्रतिशोध को लेकर असहज चुप्पी और गहरी चिंता छाई हुई है। हालात इतने तनावपूर्ण हो गए हैं कि पाकिस्तानी प्रशासन ने 1000 से अधिक मदरसों को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया है। यही नहीं, स्कूली बच्चों को आपातकालीन युद्ध-स्थितियों से निपटने की ट्रेनिंग दी जा रही है। उन्हें मरहम-पट्टी, स्ट्रेचर पर घायल को ले जाने और आग बुझाने जैसी प्राथमिक चिकित्सा और राहत कार्यों की शिक्षा दी जा रही है।
भारत की कार्रवाई की आशंका, PoK में सैन्य सतर्कता
यह कदम उस आतंकवादी हमले के बाद उठाया गया है जिसमें 22 अप्रैल को
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान समर्थक आतंकियों ने 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या कर दी थी। भारत सरकार ने इस नृशंस हमले का कड़ा जवाब देने की घोषणा की है, जिससे पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाकों में डर का माहौल फैल गया है। रिपोर्ट के अनुसार,
पाकिस्तान सरकार का दावा है कि उसके पास "विश्वसनीय खुफिया जानकारी" है कि भारत इस आतंकी हमले के बदले में जल्द ही कोई सैन्य कार्रवाई कर सकता है। इसी आशंका के चलते मुजफ्फराबाद जैसे मुख्य शहरों में बच्चों को आपदा प्रतिक्रिया की ट्रेनिंग दी जा रही है। धार्मिक मामलों के विभाग के प्रमुख हाफिज नजीर अहमद ने भी पुष्टि की है कि “सभी मदरसों को 10 दिनों के लिए बंद कर दिया गया है।
सीमा पर बढ़ी गोलीबारी, तनाव
भारत और पाकिस्तान के बीच दशकों से
कश्मीर को लेकर विवाद चला आ रहा है, और दोनों देश दो बार इस मुद्दे पर युद्ध भी लड़ चुके हैं। हालात तब और गंभीर हो गए जब पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी शुरू कर दी। शुक्रवार रात को LoC पर की गई फायरिंग को भारत ने उकसावे की कार्रवाई माना है। सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
पहलगाम हमलावरों पर इनाम की घोषणा
इस बीच, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पहलगाम हमले के तीन आतंकियों के पोस्टर जारी किए हैं। इनमें दो पाकिस्तानी नागरिक और एक स्थानीय आतंकवादी शामिल है। ये सभी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हुए हैं। हमलावरों की सूचना देने वाले को 20 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई है। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि ये आतंकी दक्षिण कश्मीर के घने जंगलों में छिपे हो सकते हैं। इसके चलते बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
कूटनीतिक हलचलें भी तेज
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से अलग-अलग बातचीत की है। उन्होंने दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने और दक्षिण एशिया में स्थिरता सुनिश्चित करने की अपील की है। अमेरिका ने पाकिस्तान से हमले की जांच में सहयोग करने को भी कहा है।