नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क ।
supreme court | waqf act : राष्ट्रपति द्वारा पारित किए गए नए वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 के खिलाफ अब सुप्रीम कोर्ट में कानूनी लड़ाई शुरू हो गई है। तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने इस कानून को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है, जिस पर 16 अप्रैल को सुनवाई होगी।
क्या है वक्फ संशोधन विवाद?
- नए वक्फ कानून को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हाल ही में मंजूरी दी है।
- विपक्षी नेताओं का आरोप है कि यह कानून संवैधानिक प्रक्रियाओं का उल्लंघन करता है।
- याचिकाकर्ताओं का दावा है कि संसदीय समिति की प्रक्रिया में अनियमितताएं हुईं।
महुआ मोइत्रा की याचिका में क्या दलीलें?
- याचिका में कहा गया है कि विपक्षी सांसदों की असहमतियों को रिपोर्ट से हटा दिया गया।
- संसदीय प्रक्रियाओं और नियमों का उल्लंघन होने का आरोप।
- मौलिक अधिकारों के हनन का दावा।
- AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी याचिका दायर की है।
- समाजवादी पार्टी के सांसद जिया-उर-रहमान बर्क भी याचिकाकर्ताओं में शामिल।
- अखिल भारतीय मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने विरोध प्रदर्शनों की घोषणा की।
अगले कदम क्या?
- 16 अप्रैल को चीफ जस्टिस संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाली पीठ सुनवाई करेगी।
- कुल 11 याचिकाएं सूचीबद्ध की गई हैं।
- सरकार को जवाब दाखिल करना होगा।
- यह केस संसदीय प्रक्रियाओं और विपक्ष की भूमिका पर महत्वपूर्ण सवाल उठाता है।
- अल्पसंख्यक अधिकारों से जुड़ा संवेदनशील मुद्दा।
- सरकार और विपक्ष के बीच तनाव को दर्शाता है।
(इस खबर को शेयर करें और कमेंट में बताएं - क्या आपको लगता है वक्फ संशोधन कानून सही है? सुप्रीम कोर्ट को क्या फैसला लेना चाहिए?)