Advertisment

मराठा आरक्षण आंदोलन और सुलगा, मनोज जरांगे से मिलने पहुंचीं सुप्रिया सुले को भीड़ ने घेरा

मराठा आरक्षण को लेकर प्रदर्शन तेज होने के बीच राकांपा (शरदचंद्र पवार) की नेता सुप्रिया सुले ने रविवार को मांग की कि महाराष्ट्र सरकार इस जटिल मुद्दे को सुलझाने के लिए राज्य विधानमंडल का विशेष सत्र और सर्वदलीय बैठक बुलाए।

author-image
Mukesh Pandit
Supriya Sule in Mumbai

भीड़ से घिरीं राकांपा नेता सुप्रियो सुले।

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

मुंबई, वाईबीएन डेस्क।मराठा आरक्षण को लेकर प्रदर्शन तेज होने के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) की नेता सुप्रिया सुले ने रविवार को मांग की कि महाराष्ट्र सरकार इस जटिल मुद्दे को सुलझाने के लिए राज्य विधानमंडल का विशेष सत्र और सर्वदलीय बैठक बुलाए। उनका अनशन रविवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। एनसीपी शरद पवार गुट की सांसद सुप्रिया सुले मनोज जारंगे पाटिल से मिलने आजाद मैदान पहुंचीं। लेकिन इस दौरान वहां मौजूद भीड़ ने सुप्रियो सुले को घेर लिया। वहां मौजूद लोग सुप्रिया सुले से मराठा आंदोलन के मुद्दे पर जवाब मांग रहे थे। बड़ी मुश्किल से सुप्रिला सुले भीड़ से निकलने में सफल हो पाई। 

आरक्षण की मांग संवैधानिक, जरांगे

महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन निरतंर जारी है। मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने रविवार को कहा कि जब तक मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती, तब तक वह मुंबई नहीं छोड़ेंगे। जरांगे ने यह भी दावा किया कि उनकी मांग संवैधानिक रूप से वैध है और सरकार के पास ऐसे रिकॉर्ड मौजूद हैं, जो दर्शाते हैं कि कुनबी और मराठा एक ही जाति हैं। उधर, मनोज जरांगे से मिलने पहुंचीं सुप्रियो सुले को भीड़ ने घेर लिया। सुले से पहले भी पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मनोज से बातचीत कर चुके हैं, हालाँकि बातचीत का विवरण अभी गुप्त रखा गया है।

मराठा आरक्षण का कोई विरोध नहीं कर रहा

राकांपा (एसपी) की कार्यकारी अध्यक्ष ने  कहा, मराठा समुदाय के लिए आरक्षण का कोई विरोध नहीं कर रहा है। मंत्रिमंडल को फैसला लेना चाहिए। बारामती की सांसद ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने आजाद मैदान में बेहतर प्रकाश व्यवस्था और सफाई व्यवस्था की मांग की। उपमुख्यमंत्री और अपने चचेरे भाई अजित पवार पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, जिन नेताओं ने शरद पवार पर मराठों के लिए कोई निर्णय नहीं लेने का आरोप लगाया, वे  कांग्रेस राकांपा सरकार में कई वर्षों तक सत्ता में थे।

'सर सलामत तो पगड़ी पचास', मंत्री योगेश कदम 

उधर, महाराष्ट्र सरकार के गृह राज्यमंत्री योगेश कदम ने जरांगे से भावुक अपील की है।रविवार को मनोज जरांगे का अनशन तीसरे दिन में प्रवेश कर गया, लेकिन महाराष्ट्र सरकार के साथ उनकी बातचीत अब तक बेनतीजा रही है। जरांगे ने सरकार को कड़ी चेतावनी दी है कि वह मराठा समुदाय के धैर्य की परीक्षा न ले। उनके समर्थन में हजारों लोग आजाद मैदान में जुटे हैं, जिससे माहौल में तनाव दिख रहा है। उन्होंने कहा, “आप अपने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर अडिग हैं। हम आपसे यह नहीं कहेंगे कि आप अपना रुख बदलें, लेकिन समाज को आपके जैसे कार्यकर्ता और नेता की बेहद जरूरत है, इसलिए सबसे पहले आपको अपनी तबीयत का ख्याल रखना चाहिए।”

यह आंदोलन जरूर सफल होगा

Advertisment

कदम ने कहा, “सर सलामत तो पगड़ी पचास। आपका स्वास्थ्य सबसे ज्यादा जरूरी है। यह आंदोलन जरूर सफल होगा और इसे खत्म करने के लिए हमारी सरकार की ओर से सौ प्रतिशत सहयोग दिया जा रहा है।” योगेश कदम ने यह भी याद दिलाया कि महायुती सरकार ने पहले भी मराठा समाज को न्याय दिलाया है। उन्होंने कहा, “देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री रहते हुए मराठा समाज को न्याय मिला। एकनाथ शिंदे के कार्यकाल में भी न्याय मिला और आज भी हम उसी तरह सहयोग की भूमिका में हैं। सरकार मराठा समाज के साथ है और उनकी मांगों को पूरा करने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी।" : Maratha Reservation Andolan | Manoj Jarange Protest | Supriya Sule News 

Supriya Sule News Manoj Jarange Protest Maratha Reservation Andolan
Advertisment
Advertisment