नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्कः आपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना का पक्ष दुनिया के सामने रखने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी पर विवादास्पद टिप्पणी करके सुर्खियों में आए मध्य प्रदेश के मंत्री 17 दिनों बाद फिर से नजर आए। सुप्रीम कोर्ट ने जब से उनके खिलाफ SIT गठित करने का आदेश दिया था तब से वो अंडर ग्राउंड हो गए थे। इस कदर कि विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने उन पर तंज कसते हुए उनके खिलाफ “missing minister” कैंपेन शुरू कर दिया था। इसके बाद से सत्तारूढ़ बीजेपी की लगातार भद्द पिट रही थी लेकिन मंत्री महोदय थे कि शक्ल दिखाने को भी तैयार नहीं थे। आखिरकार वो 17 दिनों बाद अज्ञातवास से बाहर निकले। BJP Ministers | Sofia Qureshi
रेप पीड़िता के परिवार से मिलने पहुंच गए
Tribal Welfare Minister घर से निकले तो उन्होंने अपने ऊपर लगे दाग को धोने की असफल कोशिश की। वो खांडवा गए और उस रेप पीड़ित लड़की के परिजनों से मुलाकात की, जिसकी गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई थी। उन्होंने पीड़िता के परिजनों को 60 हजार का चेक दिया और भरोसा दिया कि सिस्टम को उनकी भलाई के लिए हिदायत दे दी गई है। उन्होंने पीड़िता के परिजनों से कहा कि वो आगे भी उनकी आर्थिक मदद करते रहेंगे।
इसके बाद वो एक ऐसे घर में गए जिसकी लड़की का स्कूल बीच में छूट गया था। मंत्री ने कहा कि लड़की का फिर से दाखिला कराया जाएगा। बीजेपी के एक नेता ने कहा कि मंत्री जी देख रहे हैं कि बच्चों की पढ़ाई किसी भी सूरत में बीच में न छूटे। इसके लिए लगातार कोशिशें चल रही हैं।
पीएम मोदी के कार्यक्रम में भी नहीं दिखे थे विजय शाह
सुप्रीम कोर्ट के फरमान के बाद विजय शाह किसी भी सार्वजनिक या सरकारी कार्यक्रम में नहीं दिखे थे। अहिल्याबाई होल्कर को लेकर बुलाई गई कैबिनेट की स्पेशल मीटिंग में वो नही दिखे थे। ये मीटिंग 20 मई को बुलाई गई थी। राजा भभूत सिंह को सम्मान में बुलाई मीटिंग से भी वो नदारद रहे थे। यहां तक कि अहिल्याबाई होल्कर के 300वें जनशताब्दी समारोह से भी उन्होंने दूरी बनाई। इस कार्यक्रम में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिरकत की थी। जब एक के बाद एक करके कई सरकारी और सार्वजनिक कार्यक्रमों मं विजय शाह नहीं दिखे तो कांग्रेस ने मिसिंग मिनिस्टर का अभियान छेड़कर उनकी तलाश करने वाले को 11 हजार का ईनाम देने की घोषणा कर दी। विजय शाह के गायब होने वजह से बीजेपी की बहुत ज्यादा फजीहत हो रही थी।
कर्नल सोफिया कुरैशी को बताया था आतंकियों की बहन
ध्यान रहे कि विजय शाह ने कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी। उनका कहना था कि पहलगाम के आतंकियों को जवाब देने के लिए पीएम मोदी ने उनकी ही बहन को आगे कर दिया। इस बयान के बाद बखेड़ा खड़ा हो गया था। मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने उनके खिलाफ केस दर्ज करने का फरमान दिया। उसके बाद ये मामला सुप्रीम कोर्ट गया। टाप कोर्ट ने उनके खिलाफ विशेष जांच टीम गठित करने का फैसला दिया है। दूसरी तरफ बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने भी उनसे दूरी बनानी शुरू कर दी है। खुद अमित शाह तीन मर्तबा विजय शाह की सीधे तौर पर निंदा कर चुके हैं। पीएम मोदी उनका जिक्र करने से भी बच रहे हैं।
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सोफिया कुरैशी पर टिप्पणी करने वाले मंत्री 17 दिनों बाद घर से निकले, लगे थे मिसिंग के पोस्टर
आदिवासी कल्याण मंत्री घर से निकले तो उन्होंने अपने ऊपर लगे दाग को धोने की असफल कोशिश की। वो खांडवा गए और उस रेप पीड़ित लड़की के परिजनों से मुलाकात की, जिसकी गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई थी।
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्कः आपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना का पक्ष दुनिया के सामने रखने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी पर विवादास्पद टिप्पणी करके सुर्खियों में आए मध्य प्रदेश के मंत्री 17 दिनों बाद फिर से नजर आए। सुप्रीम कोर्ट ने जब से उनके खिलाफ SIT गठित करने का आदेश दिया था तब से वो अंडर ग्राउंड हो गए थे। इस कदर कि विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने उन पर तंज कसते हुए उनके खिलाफ “missing minister” कैंपेन शुरू कर दिया था। इसके बाद से सत्तारूढ़ बीजेपी की लगातार भद्द पिट रही थी लेकिन मंत्री महोदय थे कि शक्ल दिखाने को भी तैयार नहीं थे। आखिरकार वो 17 दिनों बाद अज्ञातवास से बाहर निकले। BJP Ministers | Sofia Qureshi
रेप पीड़िता के परिवार से मिलने पहुंच गए
Tribal Welfare Minister घर से निकले तो उन्होंने अपने ऊपर लगे दाग को धोने की असफल कोशिश की। वो खांडवा गए और उस रेप पीड़ित लड़की के परिजनों से मुलाकात की, जिसकी गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई थी। उन्होंने पीड़िता के परिजनों को 60 हजार का चेक दिया और भरोसा दिया कि सिस्टम को उनकी भलाई के लिए हिदायत दे दी गई है। उन्होंने पीड़िता के परिजनों से कहा कि वो आगे भी उनकी आर्थिक मदद करते रहेंगे।
इसके बाद वो एक ऐसे घर में गए जिसकी लड़की का स्कूल बीच में छूट गया था। मंत्री ने कहा कि लड़की का फिर से दाखिला कराया जाएगा। बीजेपी के एक नेता ने कहा कि मंत्री जी देख रहे हैं कि बच्चों की पढ़ाई किसी भी सूरत में बीच में न छूटे। इसके लिए लगातार कोशिशें चल रही हैं।
पीएम मोदी के कार्यक्रम में भी नहीं दिखे थे विजय शाह
सुप्रीम कोर्ट के फरमान के बाद विजय शाह किसी भी सार्वजनिक या सरकारी कार्यक्रम में नहीं दिखे थे। अहिल्याबाई होल्कर को लेकर बुलाई गई कैबिनेट की स्पेशल मीटिंग में वो नही दिखे थे। ये मीटिंग 20 मई को बुलाई गई थी। राजा भभूत सिंह को सम्मान में बुलाई मीटिंग से भी वो नदारद रहे थे। यहां तक कि अहिल्याबाई होल्कर के 300वें जनशताब्दी समारोह से भी उन्होंने दूरी बनाई। इस कार्यक्रम में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिरकत की थी। जब एक के बाद एक करके कई सरकारी और सार्वजनिक कार्यक्रमों मं विजय शाह नहीं दिखे तो कांग्रेस ने मिसिंग मिनिस्टर का अभियान छेड़कर उनकी तलाश करने वाले को 11 हजार का ईनाम देने की घोषणा कर दी। विजय शाह के गायब होने वजह से बीजेपी की बहुत ज्यादा फजीहत हो रही थी।
कर्नल सोफिया कुरैशी को बताया था आतंकियों की बहन
ध्यान रहे कि विजय शाह ने कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी। उनका कहना था कि पहलगाम के आतंकियों को जवाब देने के लिए पीएम मोदी ने उनकी ही बहन को आगे कर दिया। इस बयान के बाद बखेड़ा खड़ा हो गया था। मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने उनके खिलाफ केस दर्ज करने का फरमान दिया। उसके बाद ये मामला सुप्रीम कोर्ट गया। टाप कोर्ट ने उनके खिलाफ विशेष जांच टीम गठित करने का फैसला दिया है। दूसरी तरफ बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने भी उनसे दूरी बनानी शुरू कर दी है। खुद अमित शाह तीन मर्तबा विजय शाह की सीधे तौर पर निंदा कर चुके हैं। पीएम मोदी उनका जिक्र करने से भी बच रहे हैं।
Madhya Pradesh minister, Col Sofiya Qureshi, remark on Sofiya Qureshi, Supreme Court,minister vijay Shah