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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: कभी पीएम नरेंद्र मोदी के खासमखास रहे एमजे अकबर को फिर से टीम मोदी में जगह मिली है। सरकार ने उनको उस मुहिम का हिस्सा बनाया है जो दूसरे देशों को बताएगी कि पाकिस्तान क्यों और किस कदर खतरनाक है। मोदी के पहले कार्यकाल के दौरान अकबर केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री बनाए गए थे।अकबर को पाकिस्तानी आतंकवाद के खिलाफ भारत के वैश्विक समर्थन जुटाने के प्रयासों के तहत घोषित सात प्रतिनिधिमंडलों में से एक में शामिल किया है। पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के मद्देनजर भारत का संदेश देने के लिए ये टीमें आने वाले दिनों में कई देशों का दौरा करने जा रही हैं। bjp modi | 9 May Riots Pakistan
विभिन्न दलों के सांसदों, प्रमुख राजनीतिक हस्तियों और प्रतिष्ठित राजनयिकों वाले प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व भाजपा के रविशंकर प्रसाद और बैजयंत पांडा, कांग्रेस के शशि थरूर, जेडी(यू) के संजय कुमार झा, डीएमके की कनिमोझी करुणानिधि, एनसीपी की सुप्रिया सुले और शिवसेना के श्रीकांत शिंदे करेंगे। अकबर के राजनीतिक करियर को 2018 में मीटू आंदोलन के दौरान यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद गहरा झटका लगा था। उसके बाद से भाजपा ने उनसे दूरी बना ली और वो खुद भी नेपथ्य में चले गए थे।
अकबर ने लिखी थी टिंडरबॉक्स: द पास्ट एंड फ्यूचर ऑफ पाकिस्तान
न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस फैसले से पूर्व विदेश राज्य मंत्री के राजनीतिक पुनरुत्थान का संकेत मिलता है। आतंकवाद और पाकिस्तान पर उनकी तीखी टिप्पणियों का हवाला देते हुए भाजपा के एक वरिष्ठ रणनीतिकार ने कहा कि अकबर हमारे अकबर हैं। उनका शामिल होना न केवल पाकिस्तान के लिए बल्कि दुनिया के लिए एक संदेश है। एक लेखक के रूप में अकबर की समझ टिंडरबॉक्स: द पास्ट एंड फ्यूचर ऑफ पाकिस्तान से साफ झलकती है। ये उन्हें सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख की वकालत करने वाली एक प्रमुख आवाज के रूप में स्थापित करती है।
हाल ही में पढ़े थे मोदी की शान में कसीदे
एक्स पर अकबर ने हाल ही लिखा था कि पाकिस्तान ने दूसरे विश्व युद्ध के बाद के युग में आधुनिक आतंकवाद का आविष्कार किया और अब इसके परिणाम भुगत रहा है। ओपन मैगजीन के लिए एक अन्य लेख में उन्होंने कहा कि विभाजन को सांप्रदायिक हिंसा के बाद ही गति मिली। उनका कहना था कि पाकिस्तान की आधारभूत विचारधारा संघर्ष पर आधारित थी। अकबर ने आतंकवाद के प्रति पीएम मोदी के दृष्टिकोण की भी प्रशंसा की थी। हाल ही में एक टिप्पणी में उन्होंने लिखा था कि पीएम मोदी ने इतिहास में एक गौरवपूर्ण स्थान अर्जित किया है, क्योंकि उन्हें पता है कि आतंकवाद के खिलाफ सैन्य अभियान कब शुरू करना है।
NWMI ने अकबर के चयन पर जताया तीखा विरोध
नेटवर्क ऑफ वीमेन इन मीडिया, इंडिया (NWMI) ने एमजे अकबर को शामिल किए जाने का तीखा विरोध किया है। संगठन का कहना है कि उन पर कम से कम 20 महिलाओं ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है, जिनमें से अधिकांश पत्रकार हैं। वो एक पीड़िता के खिलाफ दायर मानहानि का मुकदमा हार भी चुके हैं। संगठन ने कहा कि आरोप व्यापक रूप से रिपोर्ट किए गए हैं और स्वीकार किए गए हैं। फरवरी 2021 में मानहानि मामले में अदालत के फैसले को भारत में महिलाओं के अधिकारों और कार्यस्थल सुरक्षा के लिए एक मील का पत्थर बताया गया। संगठन ने कहा कि हमारा माननाहै कि प्रतिनिधिमंडल में उनकी उपस्थिति उन मूल्यों को कमजोर करती है, जिन्हें भारत विदेशों में प्रदर्शित करना चाहता है।
MJ Akbar, Akbar returns to Team Modi, #MeToo scandal