नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। Mock Drill News: भारत-पाकिस्तान सीमा पर जारी तनाव के बीच आज शनिवार को ऑपरेशन शील्ड के तहत एक व्यापक
मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है। इस अभ्यास में जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा और केंद्रशासित प्रदेश चंडीगढ़ शामिल हैं। ड्रिल का उद्देश्य है- हवाई हमलों, ड्रोन हमलों और मिसाइल हमलों से नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली की वास्तविक परख करना।
ब्लैकआउट और सायरन के साथ होगा सुरक्षा तंत्र का परीक्षण
शनिवार शाम 5 बजे से पूरे क्षेत्र में
मॉक ड्रिल शुरू होगी, जिसमें सायरन बजाकर हवाई हमले की चेतावनी दी जाएगी। इसके बाद ब्लैकआउट किया जाएगा, ताकि असली हमले की स्थिति में तैयारी का आकलन हो सके। नागरिक सुरक्षा अधिकारी और स्थानीय प्रशासन इसमें पूर्ण सहयोग देंगे।
इस दौरान अग्निशमन सेवा, होमगार्ड, एनसीसी, एनएसएस और भारत स्काउट एवं गाइड्स जैसे स्वयंसेवी संगठन भी सक्रिय रहेंगे।
पहले टल चुकी थी यह ड्रिल, अब तनाव के बीच दोबारा योजना
गौरतलब है कि यह मॉक ड्रिल पहले 30 मई (गुरुवार) को प्रस्तावित थी, लेकिन प्रशासनिक कारणों से इसे स्थगित कर दिया गया था। अब 10 मई को पाकिस्तान के साथ संघर्षविराम के बाद पहली बार यह अभ्यास हो रहा है, जिससे इसकी गंभीरता और रणनीतिक महत्व और भी बढ़ जाता है।
क्या-क्या होगा ऑपरेशन शील्ड में
- हवाई हमले के सायरन बजाकर जनता को सतर्क किया जाएगा
- दुश्मन के ड्रोन और मिसाइल हमलों से निपटने के उपाय बताए जाएंगे
- ब्लैकआउट का अभ्यास किया जाएगा ताकि रात में सुरक्षित रह सकें
- स्थानीय प्रशासन और नागरिक सुरक्षा की आपसी समन्वय की जांच
- वायुसेना और नागरिक सुरक्षा नियंत्रण कक्ष के बीच हॉटलाइन सक्रिय की जाएगी
- आपात स्थितियों में आम लोगों और संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी
तैयार भारत, सतर्क प्रशासन
ऑपरेशन शील्ड न केवल भारत की रणनीतिक तैयारियों को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि सरकार और नागरिक प्रशासन किसी भी संकट की घड़ी में तत्पर और एकजुट हैं। इससे पहले 7 मई को केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर 244 जिलों में इसी प्रकार की मॉक ड्रिल आयोजित की गई थी, जो कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद की गई एक एहतियाती कार्रवाई थी।