नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्कः महीनों तक अटकने के बाद दिल्ली एक्साइज पालिसी केस में फिर से हलचल शुरू हो गई है। कोर्ट ने सीबीआई को आदेश दिया है कि वो सारा रिकार्ड सहेजकर रखे। घोटाले को लेकर मामले दर्ज किए जाने के ढाई साल बाद आखिरकार आगे की कार्यवाही शुरू हो गई है। प्रासीक्यूशन और आरोपी पक्ष के बीच महीनों तक चली खींचतान के बाद गुरुवार को राउज एवेन्यू कोर्ट के स्पेशल जज दिग विनय सिंह ने दस्तावेजों की जांच से जुड़े मुद्दे को सुलझा लिया। कोर्ट के इस कदम के बाद आरोपी सीबीआई की कार्रवाई को लेकर अब कोई नई आपत्ति नहीं जता सकते हैं।
साल भर से अटका था केस
सीबीआई की जांच पूरी होने के करीब एक साल बाद भी यह मामला यहीं अटका हुआ था। पिछले 10 महीनों में ही 25 बार स्थगन हो चुका है। यह मामला कुछ दलीलों से जुड़ा हुआ था, जिनकी सूची आरोपी पक्ष ने प्रासीक्यूशन से मांगी थी। अदालत ने सीबीआई को दिल्ली आबकारी नीति मामले से जुड़े किसी भी शख्स को भेजे गए सभी नोटिस उन पर प्राप्त प्रतिक्रियाओं की एक सूची अदालती दस्तावेजों में शामिल करने का आदेश दिया है। कोर्ट ने कहा कि यदि सीबीआई सुनवाई के दौरान इन कम्युनिकेशंस पर भरोसा नहीं करना चाहती है तो इन्हें अविश्वसनीय दस्तावेजों के रूप में सूचीबद्ध किया जाएगा।
आखिरी चार्जशीट में केजरीवाल का नाम शामिल
सीबीआई ने अंतिम चार्जशीट में केजरीवाल का नाम शामिल किया था। एजेंसी ने केजरीवाल, दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और तेलंगाना एमएलसी के.कविता सहित 16 लोगों पर आरोप लगाए हैं। इस मामले की जांच उपराज्यपाल वीके सक्सेना की तरफ से दर्ज कराई गई शिकायत के बाद 2022 से की जा रही है। सीबीआई ने 29 जुलाई को दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 घोटाले में अपने अंतिम आरोप पत्र में अरविंद केजरीवाल सहित पांच अन्य को नामजद किया था।
सीबीआई ने स्पेशल जज कावेरी बावेजा की अदालत में दायर अपने पांचवीं और आखिरी सप्लीमेंट्री चार्जशीट में आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक दुर्गेश पाठक, अरबिंदो फार्मा के तत्कालीन निदेशक पी. सरथ चंद्र रेड्डी, (ईडी के केस में सरकारी गवाह बने) के साथ विनोद चौहान और दो व्यापारियों अमित अरोड़ा और आशीष माथुर को भी नामजद किया है।
केजरीवाल के साथ सिसोदिया और संजय सिंह हो चुके हैं अरेस्ट
सीबीआई ने इस मामले में सबसे पहले दिल्ली के तत्कालीन डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को अरेस्ट किया था। उसके बाद अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह भी तिहाड़ भेजे गए। लेकिन बाद में पहले संजय सिंह और फिर केजरीवाल को जमानत मिल गई। उसके बाद 25 दिनों के दौरान ही सिसोदिया, विजय नायर और के कविता को जमानत दे दी गई थी। फिर यह केस ठंडे बस्ते में चला गया था। हालांकि स्पेशल जज दिग विनय सिंह के मौजूदा फैसले से इस केस में फिर से हलचल होनी शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि कोर्ट सुनवाई के तेज करने के मूड़ में है। ऐसा हुआ तो केजरीवाल के साथ के कविता और बाकी लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
Delhi court, CBI, Delhi Excise Policy case, arvind kejriwal, arvind kejriwal news | trendig news