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ई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क: नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ धन शोधन के आरोप में आरोपपत्र दाखिल किए जाने के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान पार्टी के कार्यकर्ता और नेता राजधानी दिल्ली स्थित 24, अकबर रोड पर जुटे, जहां कांग्रेस का पुराना मुख्यालय है। प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया।
यह राजनीति से प्रेरित मामला है
पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता बुधवार को सुबह ही पार्टी के पुराने मुख्यालय 24 अकबर रोड पहुंच गए और अपने नेताओं के पक्ष और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। यह पूरी तरह राजनीति से प्रेरित मामला है। इस दौरान कांग्रेस के नेता सचिन पायलट राहुल गांधी और सोनिया गांधी को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है। लेकिन हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है, हम इसे कानूनी रूप से लड़ेंगे। पायलट ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार विपक्ष की आवाज़ को दबाने के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।
पवन खेड़ा ने साधा निशाना
पार्टी के मीडिया विभाग प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस और गांधी परिवार हमेशा से सत्ता के लिए चुनौती रहे हैं नेशनल हेराल्ड, गांधी परिवार और कांग्रेस पार्टी से 1947 में अंग्रेज चिढ़ते थे और आज 2025 में आरएसएस चिढ़ता है। तब भी कांग्रेस मजलूमों की आवाज थी और आज भी है। खेड़ा ने दावा किया कि जिस गैर-लाभकारी कंपनी में न कोई लेनदेन हुआ न कोई संपत्ति ट्रांसफर, उस पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाना केवल प्रधानमंत्री मोदी के डर को दर्शाता है।
अदालत में अगली सुनवाई 25 अप्रैल को
ईडी ने 9 अप्रैल को सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत अन्य कांग्रेस नेताओं के खिलाफ विशेष अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया था। जिसे विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने ने संज्ञान में लिया। उन्होंने आरोपपत्र की बिंदुवार जांच के बाद अगली सुनवाई की तारीख 25 अप्रैल तय की है।