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NDA संसदीय दल की बैठक : ऑपरेशन सिंदूर और महादेव पर नया प्रस्ताव, जानें क्या हुआ खास?

एनडीए की बैठक में ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव के लिए एक प्रस्ताव पास हुआ, जिसमें सैनिकों के शौर्य और पीएम मोदी के नेतृत्व की सराहना की गई। यह प्रस्ताव भारत की कूटनीतिक जीत और आतंकवाद के खिलाफ मजबूत रुख का प्रतीक है।

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Ajit Kumar Pandey
NDA संसदीय दल की बैठक : ऑपरेशन सिंदूर और महादेव पर नया प्रस्ताव, जानें क्या हुआ खास? | यंग भारत न्यूज

NDA संसदीय दल की बैठक : ऑपरेशन सिंदूर और महादेव पर नया प्रस्ताव, जानें क्या हुआ खास? | यंग भारत न्यूज Photograph: (Google)

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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क ।आज मंगलवार 5 अगस्त 2025 को हुई एनडीए संसदीय दल की बैठक में एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किया गया, जिसने देश की राजनीति में हलचल मचा दी है। यह प्रस्ताव ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव में भारतीय सेना के अदम्य साहस को समर्पित है। इस प्रस्ताव में न केवल हमारे सैनिकों के शौर्य की सराहना की गई है, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की भी प्रशंसा हुई है। बैठक में पहलगाम आतंकी हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि भी दी गई, जिन्होंने राष्ट्र की सुरक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। यह प्रस्ताव भारत की मजबूत कूटनीति और आतंकवाद के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' की नीति को भी रेखांकित करता है।

आपको बता दें कि जीएमसी बालयोगी सभागार में एनडीए के सभी सांसद जमा हुए हैं। संसद के मानसून सत्र के दौरान ये पहला मौका है, जब सत्ताधारी गठबंधन के सभी दल बैठक के लिए पहुंचे हैं। एनडीए के नेताओं की बैठक में पीएम मोदी को ऑपरेशन सिंदूर के लिए सम्मानित किया गया। साथ ही इस मौके पर सांसदों ने हर-हर महादेव का जयघोष भी किया। बैठक में सभी घटक दलों की तरफ से साझा प्रस्ताव भी पारित किया गया।

एनडीए संसदीय दल की बैठक में पास किए गए इस प्रस्ताव ने देश को एक बार फिर से सुरक्षा के प्रति एकजुट होने का संदेश दिया है। बैठक में ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव में भारतीय सशस्त्र बलों के अद्वितीय साहस और अटूट प्रतिबद्धता को सलाम किया गया। हमारे सैनिकों ने जिस वीरता का प्रदर्शन किया, वह राष्ट्र की रक्षा के प्रति उनके अटूट समर्पण को दर्शाता है। यह प्रस्ताव उन वीर जवानों के बलिदान का सम्मान करता है, जिन्होंने देश की आन-बान-शान के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी।

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यह प्रस्ताव केवल सेना के शौर्य तक सीमित नहीं है, बल्कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मजबूत और दूरदर्शी नेतृत्व की भी प्रशंसा करता है। एनडीए संसदीय दल का मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी ने संकट के समय में जिस तरह से देश का नेतृत्व किया, उससे राष्ट्र में एकता और गौरव की नई भावना पैदा हुई है। उनके नेतृत्व में भारत ने आतंकवाद के खिलाफ एक सशक्त कूटनीतिक मोर्चा खोला है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री ने विभिन्न दलों के 59 सांसदों को 32 देशों में भेजा ताकि वे भारत का पक्ष रख सकें। यह एक अभूतपूर्व वैश्विक पहुंच थी, जिसने दुनिया को यह बताया कि भारत किस तरह आतंकवाद का शिकार रहा है और कैसे किसी भी हिस्से में होने वाला आतंकी हमला पूरी मानवता के खिलाफ अपराध है।

आतंकवाद के खिलाफ भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत

इस प्रस्ताव में भारत की वैश्विक कूटनीतिक जीत का भी उल्लेख किया गया है। पहलगाम हमले के लिए जिम्मेदार 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (टीआरएफ) को अमेरिका ने 'विदेशी आतंकवादी संगठन' घोषित किया, जबकि ब्रिक्स घोषणापत्र में भी पहलगाम हमले की निंदा की गई। इन अंतरराष्ट्रीय घटनाओं से यह साफ होता है कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की 'जीरो टॉलरेंस' की नीति सही दिशा में है।

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इन सफलताओं से दुनिया में भारत का रुतबा बढ़ा है और पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ हमारी मजबूत आवाज को अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिली है। ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव जैसी कार्रवाईयों ने न केवल देश को सुरक्षा का एहसास दिलाया है, बल्कि दुनिया में भारत की छवि को भी मजबूत किया है।

एनडीए की इस बैठक ने यह भी स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय हित के मामलों में सभी दल एकजुट हैं। विपक्ष के सांसदों का इस वैश्विक आउटरीच कार्यक्रम में शामिल होना हमारी परिपक्व लोकतंत्र और प्रधानमंत्री के मजबूत नेतृत्व का प्रमाण है। यह दिखाता है कि देश की सुरक्षा के मामले में हम सब एक साथ खड़े हैं।

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NDA Meeting 2025 | Operation Sindoor Mahadev | PM Modi Parliament Update | Security Resolution India

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