नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच चल रहे ऑपरेशन ने तीसरे दिन शुक्रवार 6 जून 2025 को बड़ी सफलता हासिल की। एक मुठभेड़ में दो खूंखार नक्सली मारे गए, जिनमें से एक भास्कर राव पर ₹45 लाख का इनाम था। शनिवार को तीसरे दिन जारी आपरेशन में दो और नक्सली एनकाउंटर में मारे गए हैं। सुरक्षा बलों का नक्सली सफाया करने का आपरेशन अभी भी जारी है। इलाके में लगातार तलाशी अभियान जारी है।
बीजापुर जिले के घने जंगल एक बार फिर गोलियों की आवाज़ से गूंज उठे जब सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच ज़बरदस्त मुठभेड़ हुई। यह ऑपरेशन बीते तीन दिनों से लगातार चल रहा है। शनिवार को तीसरे दिन दो और नक्सलियों के मारे जाने के साथ सुरक्षाबलों को बड़ी रणनीतिक कामयाबी मिली है।
₹45 लाख का इनामी भास्कर राव ढेर
Naxal Encounter Bijapur : सुरक्षा एजेंसियों ने पुष्टि की है कि मारे गए नक्सलियों में से एक की पहचान भास्कर राव के रूप में हुई है, जो दक्षिण बस्तर जोनल कमेटी का सक्रिय सदस्य था और उसके सिर पर ₹45 लाख का इनाम घोषित था। वह कई हमलों और पुलिस हत्याओं का मास्टरमाइंड रहा है। दूसरा नक्सली अभी तक अज्ञात है, लेकिन उससे जुड़ी जानकारी जुटाई जा रही है।
यह ऑपरेशन बीजापुर के गंगालूर और बासागुड़ा इलाकों में शुक्रवार रात शुरू हुआ था, जो शनिवार सुबह तक चला। सुरक्षा बलों को खुफिया इनपुट मिला था कि क्षेत्र में नक्सलियों की एक बड़ी बैठक हो रही है। इस इनपुट के आधार पर सीआरपीएफ, डीआरजी और एसटीएफ की संयुक्त टीमों ने मोर्चा संभाला और जंगलों में गश्त तेज कर दी।
जंगल में छुपे थे नक्सली
जैसे ही जवानों ने नक्सलियों के ठिकानों की घेराबंदी की, दोनों ओर से फायरिंग शुरू हो गई। करीब दो घंटे की मुठभेड़ के बाद दो शव बरामद किए गए, जिनमें से एक की पहचान भास्कर राव के रूप में हुई। मौके से भारी मात्रा में हथियार, कारतूस और नक्सली दस्तावेज़ बरामद हुए हैं।
लगातार जारी है तलाशी अभियान
सुरक्षाबलों का कहना है कि ऑपरेशन अभी रुका नहीं है। इलाके की कंघाली (कॉम्बिंग) जारी है ताकि किसी भी नक्सली की मौजूदगी को नज़रअंदाज़ न किया जाए। अधिकारियों को आशंका है कि आसपास और भी नक्सली छुपे हो सकते हैं।
इस ऑपरेशन के बाद बीजापुर के स्थानीय लोगों में राहत की सांस तो जरूर है, लेकिन नक्सली गतिविधियों का डर अब भी उनके ज़हन में कायम है। कई गांवों में लोग अब भी घरों से बाहर निकलने में हिचक रहे हैं।
छत्तीसगढ़ पुलिस और राज्य सरकार ने इस सफलता को "आतंक के खिलाफ निर्णायक हमला" करार दिया है। मुख्यमंत्री ने जवानों को बधाई दी और कहा कि नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई अब निर्णायक मोड़ पर है।
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