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सुबह का वक्त था बेहतर ऑप्शन फिर क्यों तड़के शुरू नहीं हुआ Operation Sindoor ?

भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने खुलासा किया है कि 7 मई को चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर रात 1:00 से 1:30 बजे के बीच हमले इसलिए किए गए क्योंकि यह समय रणनीतिक रूप से सबसे अंधेरा होता है।

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Ranjana Sharma
Manali (36)

एआई फोटो

रांची, वाईबीएन डेस्क: भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने खुलासा किया है कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में 7 मई को पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर ऑपरेशन सिंदूर के तहत आधी रात 1:00 से 1:30 बजे के बीच हमला क्यों किया गया। उन्होंने यह भी बताया कि सुबह का वक्त रणीनीतिक रूप से बेहतर ऑप्शन होने के बावजूद हमले के लिए क्यों नहीं चुना गया। 

नमाज और अजान के समय नहीं चाहते थे हमला

रांची में एक कार्यक्रम में जनरल चौहान ने कहा कि रात का समय तकनीकी रूप से सबसे चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय सेना को अपनी क्षमताओं  जैसे सटीक छवियां और इलेक्ट्रॉनिक सबूत जुटाने की क्षमता  पर पूरा भरोसा था।

उन्होंने ज़ोर देकर कहा, "सबसे अच्छा विकल्प सुबह 5.30 या 6 बजे का होता... लेकिन वह पहली अज़ान या नमाज़ का समय होता है... कई नागरिकों की जान जा सकती थी। हम इससे पूरी तरह बचना चाहते थे।"

ड्रोन और नई रणनीति से मिली सफलता

जनरल चौहान ने बताया कि पहले उरी और बालाकोट स्ट्राइक में भारत ने ज़मीन और वायु माध्यम का उपयोग किया था, लेकिन इस बार रणनीति में बड़ा बदलाव किया गया। उन्होंने कहा कि हमने इस बार सरप्राइज़ एलिमेंट को शामिल किया और ऐसे ड्रोन और तकनीक का इस्तेमाल किया जो हाल ही में हमारी क्षमताओं में जुड़ी हैं। उन्होंने आगे कहा कि आधुनिक युद्ध अब केवल संख्यात्मक ताकत पर निर्भर नहीं है, बल्कि यह अब पूरी तरह तकनीक आधारित हो चुका है।

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सशस्त्र बलों की तैयारी और एकीकरण को नया आयाम

उन्होंने ने यह भी बताया कि ऑपरेशन सिंदूर से तीनों सेनाओं को अहम सबक मिले हैं, जिससे भविष्य में और अधिक तैयार रहने और बेहतर समन्वय की दिशा में कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे युद्ध की प्रकृति बदल रही है, हमारी सेनाएं सिर्फ खुद को ढाल नहीं रही हैं, बल्कि भविष्य के युद्धक्षेत्र को परिभाषित कर रही हैं। आज की जीत न केवल निर्णायक कार्रवाई में है, बल्कि हर क्षेत्र में श्रेष्ठता बनाए रखने की क्षमता में है।

पहलगाम हमले के जवाब में हुआ ऑपरेशन सिंदूर

यह हमला 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में किया गया था, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। इसके बाद भारत ने 7 से 10 मई के बीच ऑपरेशन सिंदूर चलाया, जिसके तहत पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाकों और सीमा पार स्थित आतंकवादी लॉन्चपैड्स व एयरबेस को निशाना बनाकर तबाह कर दिया गया। सीडीएस ने यह भी स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर को स्थगित किया गया है, बंद नहीं। उन्होंने कहा कि यदि पाकिस्तान की ओर से भविष्य में कोई दुस्साहस होता है, तो भारत पूरी तरह से तैयार है और उसे माकूल जवाब दिया जाएगा।

ट्रंप ने दिया सीजफायर का श्रेय खुद को

इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत-पाक सीजफायर का श्रेय खुद को दिए जाने पर भी टिप्पणी सामने आई है। भारत पहले ही ऐसे दावों को खारिज कर चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्रालय स्पष्ट कर चुके हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच कोई तीसरा देश मध्यस्थ नहीं बना। हाल ही में पाकिस्तान के एक मंत्री ने भी यह बयान दिया कि सीजफायर पूरी तरह द्विपक्षीय था, किसी बाहरी ताकत की इसमें भूमिका नहीं रही

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Pahalgam Terror Attack | Operation Sindoor | CDS Anil Chauhan 

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