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किसी की मांग का सिंदूर मिटा, किसी की कलाई हुई सूनी, पढ़ें पीड़ितों की कहानी उन्हीं की जुबानी

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद अब किसी की कलाई सुनी है तो किसी के माथे का सिंदूर मिट गया है ऐसे ही 28 लोगों की कहानी पढ़िए उन्हीं की जुबानी।

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Jyoti Yadav
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पहलगाम आतंकी हमला
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नई दिल्ली,वाईबीएन नेटवर्क |  जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले ने पूरे देश को झकझोर करके रख दिया है। इस कायराना हमले में 26 लोगों की मौत हो गई है। इन सभी 26 मृतक पर्यटकों के घर में इस वक्त मातम का माहौल है। किसी  के हाथों की मेहंदी मिटी है तो किसी की मांग का सिंदूर उजड़ गया है। किसी के घर का कमाने वाला गया, किसी के सर से पिता का साया उठ गया तो किसी बूढ़े बाप की लाठी चली गई। इन सब परिवारों पर दुख का पहाड़ तो टूटा ही है देश, सेना और सरकार के सामने भी बड़ी चुनौती है। सबसे बड़ी चुनौती है निहत्थे, निर्दोष सैलानियों के मौत का बदला। उन 26 परिवारों की दुनिया उजड़ने की कहानी दर्दनाक है, ये दर्द ऐसा है जिसे 26 परिवारों के साथ ही देश की कभी नहीं भूला सकता। एक साथ 26 मौत की कहानी आपको भी झकझोर देगी।

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दुबई में सीए की जॉब करते थे नीरज

दुबई में सीए की जॉब करने वाले जयपुर के नीरज पत्नी संग घूमने गए थे पहलगाम। वह दुबई से अपने दोस्त की शादी में शामिल होने शिमला गए थे, जहां एक-दो दिन की और छुट्टी होने के कारण जम्मू-कश्मीर घूमने गए थे. वह पत्नी के साथ जम्मू-कश्मीर के पहलगाम घूमने गए, जहां आतंकियों की गोली का शिकार हो गए। नीरज उधवानी के चाचा दिनेश उधवानी ने कहा, "अगर इस घटना में पाकिस्तान के हाथ की पुष्टि होती है तो मैं चाहूंगा कि भारत को सर्जिकल स्ट्राइक करनी चाहिए।"

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गर्मी की छुट्टियां मनाने कश्मीर गए थे बितान

बितान 8 अप्रैल को अपनी पत्नी सोहिनी (37) और तीन साल के बेटे हिरदान के साथ गर्मी की छुट्टियों में अपने गृह नगर कोलकाता आए थे। बाद में वे तीनों छुट्टियां मनाने के लिए कश्मीर चले गए। वे गुरुवार (24 अप्रैल) को लौटने वाले थे। लेकिन उसके पहले ही वो आतंक के शिकार हो गए। बितान के पिता ने आनंदबाजार पत्रिका को बताया, "वह हम सभी को साथ ले जाना चाहता था। लेकिन मैंने उसे अपनी पत्नी के साथ जाने को कहा। मैंने दोपहर में उससे बात की। उसके बाद क्या हो गया"बितान के भाई ने बताया, "मैंने सुबह अपने छोटे भाई से बात की थी। उसने कहा कि कश्मीर से लौटने के बाद हम एक लंबी यात्रा की योजना बनाएंगे। हमें नहीं पता था कि यह हमारी आखिरी बातचीत होगी।"

पत्नी के साथ छुट्टियां मनाने गए थे लेफ्टिनेंट विनय नरवाल

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भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल, जिनकी इसी साल 16 अप्रैल को शादी हुई थी, श्रीनगर-पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हो गए। वे अपनी पत्नी के साथ छुट्टियां मनाने गए थे। उनका पार्थिव शरीर हरियाणा स्थित उनके गृहनगर करनाल लाया गया है जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया।हरियाणा के करनाल जिले के भुसली गांव का वीर सपूत लेफ्टिनेंट विनय नरवाल भारतीय नौसेना का एक होनहार अधिकारी थे। अपनी नवविवाहिता पत्नी हिमांशी के साथ हनीमून पर कश्मीर की हसीन वादियों में हनीमून पर गए थे। चंद दिन पहले ही  16 अप्रैल  को दोनों ने सात फेरे लिए थे। 19 अप्रैल को रिसेप्शन हुआ और फिर दोनों चल दिए अपने सपनों के सफर पर  कश्मीर लेकिन सपनों की वो हसीन शुरुआत मंगलवार की सुबह 22 अप्रैल को एक दर्दनाक अंत में बदल गई। 

नौसेना लेफ्टिनेंट विनय नरवाल और हिमांशी नरवाल

पर्यटक को भगवान मानने वाला सैयद हुसैन

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बता दें, 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में कई निर्दोष लोगों की जान चली गई, जिसमें घुड़सवार सैयद आदिल हुसैन शाह भी शामिल थे, जो अपने परिवार के लिए एकमात्र कमाने वाले थे। उनकी दुखद मौत ने उनके परिवार को शोक में डाल दिया है, वे इस नुकसान से उबरने की कोशिश कर रहे हैं और निर्दोष व्यक्ति की मौत के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं।  सैयद आदिल हुसैन शाह के पिता, सैयद हैदर शाह ने कहा, "मेरा बेटा हमारे परिवार के लिए कमाने वाला एकमात्र व्यक्ति था। शाह की मां ने अपने बेटे के अपूरणीय नुकसान के बारे में बताया, उनकी आवाज़ आंसुओं से भर गई और कहा, "वह हमारा एकमात्र सहारा था। वह घुड़सवारी करता था और परिवार के लिए पैसे कमाता था। अब हमारे लिए कोई और नहीं है जो हमें सहारा दे सके।

कश्मीर छुट्टियां मनाने आए थे आईबी अधिकारी 

कश्मीर में छुट्टियां मना रहे एक खुफिया विभाग (आईबी) के अधिकारी की आतंकियों ने बेरहमी से हत्या कर दी। यह दिल दहला देने वाली वारदात उस वक्त हुई जब अधिकारी मनीष रंजन अपने परिवार के साथ सैर पर निकले थे। आतंकियों ने उनकी पत्नी और बच्चों के सामने ही उन्हें गोली मार दी। मनीष रंजन हैदराबाद स्थित इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) कार्यालय में तैनात थे और छुट्टी यात्रा (एलटीसी) पर कश्मीर घूमने आए थे।

आतंकी हमले में कानपुर के व्यापारी शुभम द्विवेदी की हत्या

कश्मीर में छुट्टियां मना रहे कानपुर के सीमेंट व्यापारी शुभम द्विवेदी की आतंकियों ने निर्मम हत्या कर दी। 12 फरवरी को शादी के बंधन में बंधे शुभम को क्या पता था कि महज दो महीने बाद उनकी जिंदगी इस तरह खत्म हो जाएगी। शुभम अपने माता-पिता, पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ 16 अप्रैल को कश्मीर पहुंचे थे। 23 अप्रैल तक की बुकिंग थी, लेकिन इससे पहले ही यह दर्दनाक हादसा हो गया। शुभम के चाचा मनोद द्विवेदी ने बताया कि सोमवार दोपहर शुभम घुड़सवारी करने के लिए निकले थे, तभी आतंकियों ने उन्हें घेर लिया। परिवार का दावा है कि हमलावरों ने शुभम से पहले उनका धर्म पूछा और फिर कलमा पढ़ने को कहा। जब शुभम ऐसा नहीं कर पाए, तो आतंकियों ने उन्हें गोली मार दी।

शुभम द्विवेदी

ओडिशा के युवक की आतंकी हमले में हत्या

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में ओडिशा के बालेश्वर जिले के एक युवक की जान चली गई। बालेश्वर सदर ब्लॉक के सारगांव गांव निवासी प्रशांत शतपथी अपनी पत्नी प्रियदर्शिनी आचार्य और बेटे तनुज के साथ छुट्टियां मनाने कश्मीर आए थे। लेकिन यह सैर मौत की मंज़िल बन गई। प्रशांत, जो सिपेट (CIPET) संस्थान में अकाउंटेंट के पद पर कार्यरत थे, सोमवार को अपने परिवार के साथ सैर पर निकले थे। तभी आतंकियों ने उन पर हमला कर दिया। 

 क्षीर भवानी मंदिर जाने की दोस्तों ने दी थी 

आतंकी हमले में महाराष्ट्र के छह पर्यटकों की जान चली गई। मारे गए लोगों में से एक थे हेमंत जोशी, जो अपनी सोसाइटी के सेक्रेट्री भी थे। उनके दोस्त पृथ्वीराज जोंधाले ने मंगलवार सुबह 10 बजे ही उन्हें क्षीर भवानी माता मंदिर के दर्शन करने की सलाह दी थी। लेकिन शाम होते-होते यह दोस्ती एक दिल तोड़ने वाले हादसे में बदल गई — जोंधाले को पता चला कि उनके मित्र हेमंत अब इस दुनिया में नहीं रहे। 

मृतकों का किया गया अंतिम संस्कार 

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने  पहलगाम आतंकवादी हमले में मारे गए जे.एस. चंद्रमौली को अंतिम श्रद्धांजलि दी। हमले में मारे गए कोलकाता निवासी समीर गुहा के पार्थिव शरीर को उनके आवास पर लाया गया। वहीं पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल का अंतिम संस्कार उनके पैतृक निवास करनाल में किया गया। उन्हें पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। महाराष्ट्र के दिलीप देसले का अंतिम संस्कार उनके पैतृक निवास पनवेल में किया जा रहा है। पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए इंदौर निवासी सुशील नथानियल का पार्थिव शरीर उनके पैतृक आवास पहुंचा। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उनके पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि अर्पित की और पीड़ित परिवार से मुलाकात की। 

 

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