नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दो दिन के फ्रांस के दौरे पर रवाना हो रहे हैं। इसके वे दो दिन के अमेरिकी दौरे पर जाएंगे, जहां अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ द्विपक्षीय वार्ता होनी है। प्रधानमंत्री मोदी 11 फरवरी को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ पेरिस में आयोजित आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई समिट की सह अध्यक्षता करेंगे। ये पीएम मोदी की छठी आधिकारिक यात्रा है। इस मीटिंग में एआई को लेकर कई महत्वपूर्ण समझौत होने की उम्मीद है। इसके साथ- साथ कार्यक्रम में तकनीकी दुनिया के दिग्गज एआई के खतरों से निपटने को लेकर चर्चा करेंगे।
फ्रांस के साथ रक्षा समझौता संभव
राफेल-एम लड़ाकू सौदे के अलावा तीन अतिरिक्त स्कॉर्पीन श्रेणी की डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियों का सौदा भी अंतिम चरण में है। ये सौदे लगभग 10-11 बिलियन डॉलर के हैं। इसके अलावा, दोनों देश भारत के पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान, एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट को ताकत देने के लिए 110 केएन एयरो इंजन के डिजाइन और विकास पर भी बातचीत संभव है।
एआई सम्मेलन का मकसद
हाल ही में आए एआई डीपसीक ने दुनिया में तहलका मचा दिया लेकिन साथ ही इससे डाटा लीक होने का खतरा भी सामने आया है। इस सम्मेलन का उद्देश्य एआई के लिए सभी के हितों का ध्यान रखना है। मैक्रों के कार्यालय ने कहा कि पेरिस सरकार व्यवसायों व परोपकारी समूहों को शामिल करते हुए सार्वजनिक-निजी भागीदारी के लिए 2.6 अरब डॉलर का फंड जुटाना है।
पहले भी हो चुका है सम्मेलन
इससे पहले 2023 में ब्रिटेन और 2024 में दक्षिण कोरिया में एआइ पर वैश्विक सम्मेलन हो चुके हैं। लेकिन इस बार सम्मेलन एआइ संचालित आर्थिक अवसरों पर केंद्रित रहने के आसार हैं। यह पांच विषयों पर केंद्रित रहेगा, इनमें एआइ में सार्वजनिक रुचि, एआइ का भविष्य, एआइ इनोवेशन, एआइ में विश्वास और एआइ शासन आदि शामिल हैं। पीएम मोदी 10 फरवरी की शाम को पेरिस पहुंचेंगे। शाम को ही मशहूर एलिसी पैलेस में रात्रिभोज होगा, जिसमें अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे. डी. वें, चीन के उप प्रधानमंत्री झांग गुओकिंग, ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन, डीपमाइंड के सीईओ डेमिस हासाबिस भाग लेंगे।