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Pawan Khera का भाजपा पर कटाक्ष, इतना खूबसूरत प्रचार तो हम खुद भी नहीं कर पाते

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने सांसद निशिकांत दुबे के बयान पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा कांग्रेस की इतनी तारीफ कर रही है जो कांग्रेस खुद भी नहीं कर पाती। उन्होंने राजीव गांधी के कार्यकाल का हवाला देते हुए कहा कि उस समय भारत की अंतरराष्ट्रीय साख मजबूत थी।

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Ranjana Sharma
Aishwarya Rai (14)
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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्‍क: कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा नेता अनजाने में कांग्रेस की उपलब्धियों का ऐसा प्रचार कर रहे हैं, जो खुद कांग्रेस भी नहीं कर पाती। अपने बयान में पवन खेड़ा ने भारत की पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की विदेश नीति की सराहना करते हुए कहा कि राजीव गांधी के कार्यकाल में भारत की अंतरराष्ट्रीय साख इतनी ऊंची थी कि अमेरिका जैसे देश भी भारत से मदद की गुहार लगाते थे।
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राजीव गांधी के समय में भारत की छव‍ि थी मजबूत

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि "इतना खूबसूरत प्रचार तो हम खुद अपने लिए नहीं कर पाते, जितना भाजपा के नेता हमारे लिए कर रहे हैं।" पवन खेड़ा ने इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नेतृत्व में भारत की विदेश नीति और वैश्विक साख को लेकर भी अहम टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि भारत कभी उन देशों में शामिल था जिनसे दुनिया मदद की अपेक्षा करती थी। खेड़ा ने कहा, "यदि आप अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन द्वारा राजीव गांधी को लिखे गए पत्र को पढ़ें, तो यह साफ हो जाएगा कि अमेरिका ने अफगानिस्तान संकट में भारत से मदद मांगी थी। उस समय भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि इतनी मजबूत थी कि हमारी राय और सहयोग वैश्विक मंच पर मायने रखता था।

रीगन ने लिखा था पत्र

उन्होंने यह भी कहा कि उस पत्र में राष्ट्रपति रीगन ने जो भाषा इस्तेमाल की, वह सहयोग और सम्मान पर आधारित थी। रीगन ने लिखा था, “मैं मदद की पेशकश करता हूं”, जो उस दौर की सकारात्मक कूटनीतिक शैली को दर्शाता है। इसके विपरीत, पवन खेड़ा ने आज की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज के दौर में धमकी की भाषा ने कूटनीतिक संवाद की जगह ले ली है, जो भारत की गरिमा के अनुरूप नहीं है। खेड़ा के इस बयान से एक बार फिर कांग्रेस और भाजपा के बीच राजनीतिक बयानबाज़ी तेज हो गई है, जिसमें अतीत की विदेश नीति को वर्तमान की तुलना में बेहतर बताया गया है। pawan khera congress not present in content
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