नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । क्या आपके घर में किसान पिता और बेटा दोनों खेती करते हैं? क्या आप भी जानना चाहते हैं कि दोनों को पीएम किसान योजना का लाभ मिलेगा या नहीं? सरकार ने इसपर क्या नियम बनाए हैं और कितने लोगों को लाभ मिल रहा है? कहीं पैसे लौटाने की नौबत न आ जाए, इसलिए ये नियम आपके लिए बेहद जरूरी है।
पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत छोटे और सीमांत किसानों को हर साल 6 हजार रुपये की सहायता दी जाती है। लेकिन अगर एक ही परिवार में किसान पिता और बेटा दोनों खेती करते हैं, तो क्या दोनों को इस योजना का लाभ मिलेगा? सरकार ने इसके लिए खास नियम तय किए हैं। यदि आप इन नियमों को नजरअंदाज करेंगे, तो आपको योजना से बाहर भी किया जा सकता है। जानिए इस योजना के तहत पिता और पुत्र दोनों के लिए पात्रता का पूरा सच।
PM किसान योजना: क्या है ये स्कीम?
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-Kisan) केंद्र सरकार की एक फ्लैगशिप योजना है, जिसके तहत देश के हर योग्य छोटे और सीमांत किसान परिवार को हर वर्ष ₹6,000 की आर्थिक सहायता दी जाती है। यह रकम तीन बराबर किश्तों में सीधे किसानों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर की जाती है।
योजना का लाभ कौन ले सकता है?
- जो किसान परिवार कृषि भूमि का मालिक हो।
- लाभार्थी के नाम पर खेती की जमीन होनी चाहिए।
- किसान का नाम भूमि रिकॉर्ड में दर्ज होना जरूरी है।
- उसका आयकरदाता न होना जरूरी है।
लेकिन सवाल ये है: अगर पिता और बेटा दोनों किसान हैं तो...?
यही सवाल हजारों किसानों के मन में है। अगर एक ही खेत में पिता और बेटा मिलकर खेती करते हैं, तो क्या दोनों को ₹6000-₹6000 मिल सकते हैं? इसका जवाब है – "हां भी, और नहीं भी!"
सरकार का नियम: 'एक खेत, एक लाभार्थी'
सरकार ने स्पष्ट किया है कि एक ही जमीन पर अगर दो लोग खेती कर रहे हैं और जमीन का मालिक एक ही है, तो सिर्फ एक व्यक्ति को ही पीएम किसान योजना का लाभ मिलेगा। यह व्यक्ति या तो पिता होगा या बेटा – जो भी भूमि का मालिक होगा।
उदाहरण से समझें –
- अगर पिता के नाम पर ज़मीन है और बेटा उसी खेत में खेती कर रहा है, तो योजना का लाभ सिर्फ पिता को मिलेगा।
- अगर बेटे ने ज़मीन अलग से खरीदी है, यानी उसका अपना भूमि रिकॉर्ड है, तो वह भी योजना का स्वतंत्र लाभ उठा सकता है।
परिवार के एक से अधिक सदस्य को कैसे मिलेगा लाभ?
यदि परिवार के अन्य सदस्य (जैसे बेटा, बहू, बेटी) अलग-अलग कृषि भूमि के मालिक हैं, और उनके नाम से जमीन का रिकॉर्ड है, तब वे सभी इस योजना के पात्र माने जाएंगे। यानी मालिकाना हक और जमीन का अलग खाता जरूरी है।
धोखाधड़ी करने पर होगी रिकवरी और कार्रवाई
कई बार कुछ लोग एक ही जमीन के नाम पर पिता और बेटे दोनों का नाम देकर योजना से लाभ ले रहे हैं। अगर सरकार की जांच में यह पाया गया कि आप गलत दस्तावेजों से लाभ ले रहे हैं, तो पूरा पैसा वापस लेना पड़ सकता है, और कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है।
योजना में पात्रता जांच कैसे होती है?
- ज़मीन का खसरा-खतौनी रिकॉर्ड
- बैंक खाता आधार से लिंक
- ई-केवाईसी
- परिवार की इनकम डिटेल
- रेवेन्यू रिकॉर्ड
अगर कोई भी जानकारी गलत पाई गई, तो सिस्टम खुद-ब-खुद आवेदन को रिजेक्ट कर सकता है।
अगली किस्त कब आएगी?
सरकार जून-जुलाई के बीच अगली किश्त जारी करने वाली है। ऐसे में पात्र किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी ई-केवाईसी और भूमि रिकॉर्ड अपडेट रखें।
योजना की स्थिति कैसे चेक करें?
- pmkisan.gov.in पर जाएं
- "Beneficiary Status" टैब पर क्लिक करें
- आधार नंबर या मोबाइल नंबर डालें
- अपनी किस्त की स्थिति देखें
किसानों के लिए जरूरी सुझाव
- अगर आपके घर में दो लोग खेती कर रहे हैं, तो जमीन का अलग रिकॉर्ड बनाएं।
- सभी दस्तावेजों को अपडेट रखें।
- कोई फर्जीवाड़ा न करें, अन्यथा योजना से बाहर कर दिए जाएंगे।
- सरकार की वेबसाइट से हर अपडेट समय पर देखें।
पीएम किसान योजना का लाभ एक ही जमीन पर पिता-पुत्र दोनों को नहीं मिलेगा जब तक उनके पास अलग-अलग जमीन का मालिकाना हक न हो। सरकार पात्रता को लेकर अब सख्त हो गई है और गलत लाभ लेने वालों से पैसा वापस लिया जा रहा है। इसलिए, सही जानकारी के साथ आवेदन करें और पात्रता नियमों को अच्छे से समझें।
क्या आपके घर में खेती करने वाले दो सदस्य हैं? क्या आपने ये नियम पहले सुना था? नीचे कमेंट करें और अपनी राय साझा करें।
pm kisan samman nidhi |