चेन्नई, वाईबीएन नेटवर्क।
तमिलनाडु की AIADMK ने 12 अप्रैल को भाजपा से हाथ मिलाया था। गठबंधन के चंद दिनों बाद ही पार्टी ने अपने फैसले से यूटर्न ले लिया है और गठबंधन के बिना सरकार बनाने का ऐलान किया है। भाजपा की योजनाओं पर पानी फेरते हुए एआईएडीएमके ने मंगलवार को घोषणा की कि तमिलनाडु में कोई गठबंधन सरकार नहीं बनेगी। एआईएडीएमके के इस रुख से भाजपा को बड़ा झटका लग सकता है।
'गठबंधन सरकार नहीं बनेगी'
तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव से पहले एआईडीएमके और भाजपा ने गठबंधन का फैसला लिया था। 2 साल बाद दोनों पार्टियां एकसाथ आईं थीं। डीएमके को हराने के लिए भाजपा ने IADMK की जूनियर पार्टी की भूमिका निभाने का फैसला लिया था। एआईएडीएमके प्रमुख एडप्पादी के पलानीस्वामी (EPS)ने ऐलान करते हुए कहा कि यदि उसका गठबंधन चुनाव जीतता है तो राज्य में कोई 'गठबंधन सरकार' नहीं बनेगी।
AIADMK के नेतृत्व में चुनाव लड़ने का ऐलान
गृहमंत्री अमित शाह ने 12 अप्रैल को पलानीसामी के साथ बैठक की थी। इसके बाद शाह ने ऐलान करते हुए कहा था कि तमिलनाडु चुनाव AIADMK, भाजपा और सभी दल साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। गृहमंत्री शाह कहा था कि राष्ट्रीय स्तर पर पीएम मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा और राज्यस्तर पर AIADMK के नेता पलानीसामी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे।
अमित शाह ने किया था NDA में शामिल होने का ऐलान
अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि AIADMK, NDA गठबंधन का हिस्सा है, हम साथ में सरकार बनाएंगे। चुनाव जीतने के बाद भाजपा सरकार में शामिल होने पर फैसला करेगी। मंत्री और सीटों की संख्या सही समय आने पर तय करेंगे। शाह ने कहा था कि AIADMK के आंतरिक मामलों में हमारा कोई इंटरफेयरेंस नहीं है। AIADMK का एनडीए में आना दोनों के लिए उपयोगी है। आपको बता दें कि एआईएडीएमके से गठबंधन के लिए भाजपा ने अपने प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई को भी हटा दिया था।