लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
मिल्कीपुर उपचुनाव के बाद से समाजवादी पार्टी लगातार भारत निर्वाचन आयोग पर टिप्पणी कर रही है। सपा मुखिया अखिलेश यादव के चुनाव आयोग पर दिए गए बयान के बाद से सियासत गर्मा गई है। सपा के सांसदों ने एक तरफ चुनाव आयोग को सफेद कपड़ा (कफ़न) दिखाया तो अब लखनऊ में सपा दफ्तर के बाहर विवादित होर्डिंग लग गई है। वहीं इन सब के बीच भाजपा ने सपा के खिलाफ बयान जारी कर समाजवादी सरकार में लोकतंत्र के हनन का आरोप लगाया है।
Politics: अखिलेश का लोकसभा के बाहर प्रदर्शन, चुनाव आयोग लिखकर सफेद कपड़ा लहराया, भाजपा ने घेरा
राकेश त्रिपाठी ने बोला सपा पर हमला
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने मीडिया में बयान जारी कर कहा कि भारतीय लोकतंत्र ने वह चुनाव भी देखे हैं जो रक्त रंजित हुआ करते थे। राकेश त्रिपाठी ने कहा कि बड़े पैमाने पर हिंसा हुआ करती थी लेकिन तब भी भारत निर्वाचन आयोग पर किसी ने ऐसी टिप्पणियां नहीं की। राकेश त्रिपाठी ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र ने ऐसे दिन भी देखें है जब डिम्पल यादव जैसे लोग निर्विरोध निर्वाचित हो जाते थे और किसी को नॉमिनेशन फॉर्म भरने तक का मौका नहीं मिलता था लेकिन तब भी किसी ने ऐसी टिप्पणियां नहीं की। त्रिपाठी ने कहा कि लोगों ने ऐसे दिन भी देखें गए है कि जब इंद्र गांधी के निर्वाचन को कोर्ट ने इल्लीगल माना था और तमाम खामियां मिली निकली थी लेकिन तब भी निर्वाचन आयोग को लेकर कोई भी ऐसी टिप्पणियां नहीं की गई थी।
सपा के साथ नहीं खड़ी जनता
भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि लेकिन आज निर्वाचन आयोग को लेकर कि समाजवादी पार्टी इतने निचले स्तर की टिप्पणी कर रही है। उन्होंने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं को लेकर कि ऐसी टिप्पणियां वह लोग कर रहे है जो संविधान की प्रतियां जेब में लेकर कि घूमते है। आप संविधान को मानना नहीं चाहते है और संवैधानिक तंत्र पर इस तरह कि टिप्पणियां कर रहे है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। आगे बोलते हुए त्रिपाठी ने कहा कि आप जनता से चुनाव जीत नहीं पा रहे और चुनाव में जनता आपके साथ खड़ी नहीं है तो आप निर्वाचन आयोग पर ठीकरा फोड़ रहे है।