कानपुर, वाईबीएन नेटवर्क
कल्याणपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान व्यक्ताओं ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए संगठन के निर्माण और कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी दी। वक्ताओं ने बताया कि किस तरह से और किन परिस्थितियों में जनसंघ की स्थापना हुई। इस दौरान न सिर्फ 2014 से पहले की स्थितियों पर प्रकाश डालते हुए तत्कालीन सरकार पर निशाना साधा गया बल्कि मोदी सरकार के 11 वर्षों के कार्यकाल की सराहना भी की गई। भाजपा विधायक नीलिमा कटियार ने पर्यटन को विश्व का बड़ा व्यवसाय बताते हुए कहा कि अब भारत ने पर्यटन की दृष्टि से काफी तरक्की की है।
दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत
कल्याणपुर के निजी गेस्ट हाउस में भाजपा सक्रिय कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन राजेश जोशी की अध्यक्षता में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य वक्ता कानपुर देहात के पूर्व जिलाध्यक्ष श्याम सिंह सिसोदिया, विशिष्ट वक्ता पूर्व महापौर रविन्द्र पाटनी और अथिति कल्याणपुर विधायक नीलिमा कटियार और जिलाध्यक्ष अनिल दीक्षित ने दीप प्रज्वलित करके किया। वन्देमातरम गीत के बाद विधिवत कार्यक्रम का संचालन शुरू हुआ। अतिथियों समेत भाजयुमो जिलाध्यक्ष शिवांग मिश्रा, महिला उपाध्यक्ष आशा सिंह, मंडल अध्यक्ष जनमेजय सिंह,विधानसभा संयोजक संजय अग्निहोत्री समेत संगठन के लोगों का स्वागत किया गया।
कल्याणपुर का प्रत्येक कार्यकर्ता खुद को माने जिलाध्यक्ष
भारत माता की जय के साथ मंच से बोलते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष उत्तर अनिल दीक्षित ने कार्यकर्ताओं से कहा हमारी पार्टी में छोटे से छोटे कार्यकर्ता को भी सम्मान की नजर से देखा जाता है। कल्याणपुर विधानसभा का प्रत्येक कार्यकर्ता अपने आप को जिलाध्यक्ष समझे।वो पहले भी प्रत्येक कार्यकर्ता से व्यक्तिगत रूप से जुड़े थे और आगे भी जुड़े रहेंगे।
सत्ता परिवर्तन नहीं व्यवस्था परिवर्तन था लक्ष्य
मोदी सरकार के 11 वर्षों के कार्यकाल के बारे में बताते हुए कल्याणपुर विधायक नीलिमा कटियार ने कहा कि 2014 में भाजपा का लक्ष्य सत्ता परिवर्तन नहीं था बल्कि व्यवस्था परिवर्तन था जो अब प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में साकार हो रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ कानून ऐसे थे जो लोगों के जरूरत पर उनके लिए फायदे के काम करते थे तो कुछ ऐसे भी थे जिनका कोई वजूद नहीं बचा था, ऐसे कानून में बदलाव किए गए हैं। मंदिर में रामलला विराजमान हो गए।
भारत जल्द बनेगी विश्व तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था
नीलिमा कटियार ने भारत पहले विश्व की 11वीं अर्थव्यवस्था थी, जो अब 5वें स्थान पर है, जल्द ही हम विश्व की तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनने जा रहे है। आयुष्मान योजना समेत तमाम ऐसी योजनाएं लाई गई जो देश के लोगों के लिए हितकर साबित हुई है।मेडिकल कॉलेज और शिक्षण संस्थानों के विस्तार हुए है और लगातार विस्तार हो रहा है।
कश्मीर समस्या बनी जनसंघ की नींव का कारण
कार्यक्रम के दौरान मुख्य वक्ता श्याम सिंह सिसोदिया ने कहा कि आजादी के बाद पहली सरकार का गठन हुआ तब कश्मीर के हालात क्या थे, ये किसी से छुपा नहीं है। भाजपा सरकार में 370 हटाई गई, जिसके बाद से कश्मीर के हालात अच्छे है। वक्फ बोर्ड बिल के चलते आज पसमांदा मुसलमान भी मोदी जिंदाबाद के नारे लगा रहा है।तीन तलाक से पीड़ित मुस्लिम महिलाएं भी खुश है। उन्होंने प्रशंशा करते हुए कहा कि कोरोना काल के दौरान हमारे देवतुल्य कार्यकर्ताओं ने किस तरह से जरूरतमंदों की सेवा की। कहा, आज वर्चस्व की राजनीति का दौर शुरू हो गया है। भाजपा सदस्यों के मामले विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में पहचानी जाती है। आप सभी खुद को फुल टाइम पार्टी कार्यकर्ता मान कर चलें। अगर चुनाव से कुछ दिन पहले निकलेंगे तो दूसरे दलों से पीछे हो जाएंगे। एनडीए के सभी साथियों को साथ लेकर चले, यही कारण है कि हम लगातार तीसरी बार केंद्र सरकार में है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति करती थी।उस वक्त हिंदुओं पर अत्याचार होता था। भाजपा की तरफ से लाल कृष्ण आडवाणी ने यात्रा निकाल कर हिंदुओं को जागरूक करने का काम किया। राम मंदिर बनने के पीछे आडवाणी को श्रेय जाता है।
पाटनी बोले- ब्रिटेन की शर्तों पर ली गई आजादी
विशिष्ट वक्ता पूर्व मेयर रविन्द्र पाटनी ने कांग्रेस की आलोचना करते हुए बताया कि कांग्रेस ने विभाजन की बात स्वीकार की थी।सत्ता के लालच में अधूरी आजादी ले ली गई।पूर्ण स्वराज की जगह ब्रिटेन की शर्तों पर आजादी ली गई थी।कुछ समझौते हुए थे जिनमें मुख्यत आजादी के बीस वर्ष बाद भी सुभाष चंद्र बोस को ब्रिटेन को सौंपने पर कांग्रेस राजी हो गई थी।सभी जानते है कांग्रेस की।स्थापना एक अंग्रेज ए ओ ह्यूम ने की । इन सब बातों को देखते हुए 1951 में जनसंघ की स्थापना हुई।
अटल ने दिलाया भारत को सम्मान,मोदी ने दिलाई पहचान
पाटनी ने कहा कि कभी भारत को भिखमंगो का देश कहा जाता था, आज एक सशक्त देश के रूप में पहचान है। अटल बिहारी बाजपेई ने संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत का पक्ष हिंदी में रखा था। उन्होंने ही भारत का ब्याज चुकाया। उन्होंने अमेरिका की घुड़की और धमकी को नजरअंदाज करके तीन बार परमाणु परीक्षण करवाए। भारत भूखा रह सकता है लेकिन स्वाभिमान के साथ समझौता नहीं करेगा। आज पीएम मोदी की वजह से भारत के धुर विरोधी अमेरिका और रूस दोनों ही मित्र देश हैं। चीन आंख नहीं दिखा सकता और पाकिस्तान को हम कभी भी झुका सकते हैं। पहले 80 प्रतिशत होते हुए भी हिंदी दोयम दर्जे के रूप में रहता था लेकिन आज ऐसा नहीं है। यही कारण है कि दूसरे देशों के हिंदू भी भारत आना चाहते है।