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Delhi में 10 साल पुराने वाहनों की शामत! आम आदमी पार्टी ने बताया 'तुगलकी फरमान'

दिल्ली सरकार का नया 'तुगलकी फरमान' अब 10 साल पुरानी गाड़ियों को नहीं देगा पेट्रोल! आतिशी ने उठाया सवाल, कहा- आम जनता पर पड़ेगा बोझ। क्या प्रदूषण नियंत्रण का ये तरीका सही है या सिर्फ परेशान करेगा? जानें पूरा सच और इसका असर।

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Ajit Kumar Pandey
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दिल्ली में 10 साल पुराने वाहनों की शामत! आम आदमी पार्टी ने बताया 'तुगलकी फरमान' | यंग भारत न्यूज

दिल्ली में 10 साल पुराने वाहनों की शामत! आम आदमी पार्टी ने बताया 'तुगलकी फरमान' | यंग भारत न्यूज Photograph: (Google)

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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क ।दिल्ली सरकार ने वाहनों पर एक नया और विवादित नियम लागू किया है, जिसके तहत 10 साल पुराने वाहनों को अब ईंधन नहीं मिलेगा। तो वहीं आम आदमी पार्टी का कहना है कि यह एक 'तुगलकी फरमान' है जिससे दिल्ली की आम जनता, खासकर दोपहिया वाहन चालकों और वरिष्ठ नागरिकों में भारी चिंता है। 

आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना ने आज बुधवार 2 जुलाई 2025 को को इस नियम को 'तुगलकी फरमान' करार दिया है। उन्होंने सीधे तौर पर भाजपा के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार पर हमला बोला है। उनका कहना है कि इस तरह के आदेश से आम लोगों की जिंदगी पर सीधा असर पड़ेगा।

क्या है यह नया नियम? कितने वाहन जब्त?

  • दिल्ली सरकार ने यह आदेश जारी किया है कि 10 साल से पुराने किसी भी वाहन को अब ईंधन नहीं मिलेगा।
  • ऐसे वाहनों को सड़कों पर चलने की अनुमति भी नहीं दी जाएगी।
  • यह नियम प्रदूषण नियंत्रण के नाम पर लागू किया गया है।
  • दिल्ली में अब तक पकड़े गए 35 वाहन।
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आतिशी मार्लेना का सवाल है, "दिल्ली के आम लोग अपने कार्यालय आने-जाने के लिए दोपहिया वाहनों का उपयोग करते हैं। अब वे क्या करेंगे?" यह एक वाजिब सवाल है। दिल्ली में लाखों लोग अपनी रोज़मर्रा की ज़रूरतों के लिए स्कूटर और मोटरसाइकिलों पर निर्भर हैं। इनमें से कई वाहन 10 साल से अधिक पुराने हो सकते हैं, लेकिन वे अच्छी स्थिति में हैं और उनका रखरखाव ठीक से किया गया है।

आतिशी मार्लेना ने आगे कहा, "दूसरा, दिल्ली में कई वरिष्ठ नागरिक स्थानीय उपयोग के लिए सेकंड-हैंड दोपहिया वाहनों का उपयोग करते हैं। वे अब क्या करेंगे? क्या वे वरिष्ठ नागरिक बाजारों तक पैदल जाएंगे?" यह एक भावनात्मक पहलू है। कई बुजुर्ग लोग अपनी सीमित आय के साथ, पुराने लेकिन विश्वसनीय वाहनों पर निर्भर रहते हैं। उनके लिए यह आदेश एक बड़ी मुसीबत बन गया है।

क्या उम्र का प्रदूषण से संबंध है?

आतिशी मार्लेना ने इस आदेश की तार्किकता पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, "यह आदेश आधारहीन और अतार्किक है क्योंकि किसी भी वाहन की उम्र का उसके द्वारा होने वाले प्रदूषण से कोई लेना-देना नहीं है।" 

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atishi marlena | Delhi news today 

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