लखनऊ/ नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री की एक विवादित टिप्पणी ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। समाजवादी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि स्वास्थ्य मंत्री द्वारा समाजवादियों के डीएनए पर की गई 'अति अशोभनीय' टिप्पणी न सिर्फ अपमानजनक है बल्कि यह धार्मिक और सामाजिक भावनाओं को भी आहत करती है।
अखिलेश बोले- कार्यकर्ता संयम बरतें
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स पर की गई पोस्ट में कहा कि पार्टी स्तर पर उन्होंने उन समर्थकों को संयम बरतने को कहा है, जो इस बयान से आहत होकर प्रतिक्रिया में नियंत्रण खो बैठे थे। साथ ही, मंत्री से भी अपेक्षा की गई है कि वे भविष्य में इस प्रकार की बयानबाजी से परहेज करें, जो पद की गरिमा के अनुरूप नहीं है।
टिप्पणी सांस्कृतिक पहचान पर प्रहार
उन्होंने स्पष्ट किया कि "डीएनए" पर टिप्पणी दरअसल किसी व्यक्ति विशेष पर नहीं, बल्कि उनके वंश, मूल और सांस्कृतिक पहचान पर प्रहार है। उन्होंने यदुवंश का उल्लेख करते हुए कहा कि समाजवादी विचारधारा वाले कई लोग भगवान श्रीकृष्ण के वंशज होने का गौरव महसूस करते हैं, और ऐसे में यह टिप्पणी धार्मिक रूप से भी अपमानजनक है। अखिलेश यादव का अभिप्रायः है कि यह टिप्पणी भगवान श्रीकृष्ण के लिए भी अपमानजनक है।
अखिलेश बोले- राजनीति में असहमति स्वभाविक पर ...
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने मंत्री से introspection (आत्मनिरीक्षण) करने और अपने पुराने विचारों और मूल्यों को याद करने की अपील की। उन्होंने कहा, "राजनीति में असहमति स्वाभाविक है, लेकिन भाषा की मर्यादा और व्यक्तिगत गरिमा को बनाकर रखना हम सबका दायित्व है।" अंत में उन्होंने आग्रह किया कि इस विषय को यहीं समाप्त समझा जाए और सभी जनप्रतिनिधि मिलकर सकारात्मक राजनीति और जनसेवा के मार्ग पर आगे बढ़ें।
DNA टिप्पणी पर अखिलेश यादव नाराज, बोले- स्वास्थ्य मंत्री माफी मांगें
उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री की ‘डीएनए’ टिप्पणी पर समाजवादी खेमे ने जताई आपत्ति। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बयान को लेकर मंत्री से संयम बरतने और माफी की अपेक्षा जताई।
लखनऊ/ नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री की एक विवादित टिप्पणी ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। समाजवादी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि स्वास्थ्य मंत्री द्वारा समाजवादियों के डीएनए पर की गई 'अति अशोभनीय' टिप्पणी न सिर्फ अपमानजनक है बल्कि यह धार्मिक और सामाजिक भावनाओं को भी आहत करती है।
अखिलेश बोले- कार्यकर्ता संयम बरतें
टिप्पणी सांस्कृतिक पहचान पर प्रहार
अखिलेश बोले- राजनीति में असहमति स्वभाविक पर ...