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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। महाराष्ट्र की राजनीति से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने भाजपा में शामिल होने की अटकलों को सिरे से खारिज करके तमाम अटकलों पर विराम लगा दिया है। दरअसल जयंत पाटिल के द्वारा महाराष्ट्र सरकार की योजना की तारीफ किए जाने के बाद महाराष्ट्र में इस तरह की अटकलों को बल मिला था। पाटिल ने स्पष्ट कहा कि उन्होंने न तो किसी भाजपा नेता से मुलाकात की है और न ही किसी ने उन्हें पार्टी में शामिल होने के लिए संपर्क किया है। उन्होंने मीडिया में चल रही खबरों को “बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित अफवाहें” करार दिया। बता दें कि पाटिल सांगली जिले की इस्लामपुर सीट से आठ बार विधायक रह चुके हैं और वे 2018 से एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं।
मैं भाजपा में नहीं जा रहा हूं- जयंत पाटिल
जयंत पाटिल ने कहा-मैं एक राष्ट्रीय पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष हूं। यह अफसोसजनक है कि हर बार ऐसी अफवाहें फैलाई जाती हैं। मैंने भाजपा से संपर्क नहीं किया और न ही उन्होंने कोई प्रस्ताव दिया है।उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकारी योजनाओं की सराहना करना पार्टी बदलने का संकेत नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ योजनाओं की प्रशंसा करना व्यक्तिगत दृष्टिकोण हो सकता है, लेकिन इससे राजनीतिक निष्ठा पर सवाल नहीं उठाए जाने चाहिए।
विधानसभा में की DBT योजना की प्रशंसा
जयंत पाटिल ने हाल ही में महाराष्ट्र विधानसभा में चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) योजना की तारीफ की थी। उन्होंने DBT को राज्य की कुछ योजनाओं से अधिक प्रभावी बताया था।इसी आधार पर कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि वह भाजपा के संपर्क में हैं, लेकिन उन्होंने इन सभी दावों का कड़ा खंडन किया।
मीडिया रिपोर्ट्स और इस्तीफे की अफवाहें
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि जयंत पाटिल ने एनसीपी (शरद पवार गुट) के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है, और उनकी जगह एमएलसी शशिकांत शिंदे को नियुक्त किया जाएगा।हालांकि, एनसीपी ने इन खबरों को “शरारतपूर्ण और आधारहीन” बताया है।
10 जून को किया था बदलाव का संकेत
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10 जून को पुणे में एनसीपी के 26वें स्थापना दिवस समारोह में जयंत पाटिल ने नए युवा नेतृत्व को मौका देने की बात कही थी, जिसे लेकर उनके इस्तीफे की अटकलें तेज हुई थीं। उन्होंने कहा था-शरद पवार साहब ने मुझे बहुत मौके दिए हैं। अब समय है कि हम नए चेहरों को आगे लाएं। उस समयकार्यकर्ताओं ने भावुक होकर उनसे पद पर बने रहने का आग्रह किया था।
जयंत पाटिल का राजनीतिक सफर
3 दशकों से इस्लामपुर से विधायक
वित्त मंत्री (1999-2008)
गृह मंत्री (2008-2009)
ग्रामीण विकास मंत्री (2009-2014)
जल संसाधन मंत्री (उद्धव ठाकरे कैबिनेट में)
2018 में बने एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष
वित्त मंत्री (1999-2008)
गृह मंत्री (2008-2009)
ग्रामीण विकास मंत्री (2009-2014)
जल संसाधन मंत्री (उद्धव ठाकरे कैबिनेट में)
2018 में बने एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष
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