Advertisment

Mehbooba- Omar's allegation: शहीदों को श्रद्धांजलि से रोकना 'दिल की दूरी' को बढ़ाता है

महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला ने 13 जुलाई के शहीदों को श्रद्धांजलि देने से रोके जाने पर केंद्र पर निशाना साधा। मुफ्ती ने कहा- जब कश्मीर के नायकों को भी अपने माना जाएगा, तभी ‘दिल की दूरी’ खत्म होगी।

author-image
Dhiraj Dhillon
Mehbooba Mufti and Omar Abdullah
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

नई ‌दिल्ली, वाईबीएन डेस्क।13 जुलाई के दिन शहीदों को श्रद्धांजलि देने से रोके जाने को लेकर कश्मीर में राजनीति गर्म है। विपक्ष इसे ‘दिल की दूरी’ बढ़ाने वाला कदम बता रहा है, जबकि सरकार की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख महबूबा मुफ्ती और नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर प्रशासन पर कड़ा हमला बोला है।

Advertisment

'केंद्र हमारे नायकों को मानेगा तो दिल की दूर खत्म होगी'

महबूबा मुफ्ती ने कहा कि “दिल की दूरी तब खत्म होगी जब केंद्र हमारे नायकों को भी उतना ही मानेगा जितना कश्मीरियों ने गांधीजी और भगत सिंह जैसे राष्ट्रीय नेताओं को अपनाया है।” उन्होंने एक्स पर लिखा- जब मजार-ए-शुहदा को सील कर दिया जाता है और लोगों को घरों में बंद कर श्रद्धांजलि देने से रोका जाता है, तो यह बहुत कुछ कहता है। 13 जुलाई उन शहीदों की याद दिलाता है जिन्होंने अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई। वे हमेशा हमारे हीरो रहेंगे।

Advertisment

जानें उमर अब्दुल्ला ने क्या कहा?

इस मुद्दे पर उमर अब्दुल्ला ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने आरोप लगाया कि घरों को बाहर से लॉक कर दिया गया, केंद्रीय बलों को जेलरों की तरह तैनात किया गया और श्रीनगर के बड़े पुलों को बंद कर दिया गया, ताकि लोग ऐतिहासिक कब्रगाह न जा सकें।उन्होंने एक्स पर लिखा है- यह न सिर्फ अलोकतांत्रिक है बल्कि यह दर्शाता है कि सरकार को किस बात का डर है। हमारे नायकों की कुर्बानियों को भुलाया नहीं जा सकता।
Advertisment

'मुसलमान होने के नाते खलनायक माना जाता है'

मुख्यमंत्रीउमर अब्दुल्ला ने 13 जुलाई की घटना की तुलना जलियांवाला बाग हत्याकांड से करते हुए कहा- उस दिन लोगों ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ जान दी। आज उन्हें सिर्फ इसलिए खलनायक बताया जाता है क्योंकि वे मुसलमान थे। हमें भले ही उनकी कब्र पर जाने से रोका गया हो, लेकिन हम उन्हें कभी नहीं भूलेंगे।

house arrest

नेशनल कांफ्रेंस बोली- दुर्भाग्यपूर्ण

इस बीच, नेशनल कांफ्रेंस के मुख्य प्रवक्ता और जाडीबल से विधायक तनवीर सादिक ने भी आरोप लगाया कि उन्हें और कई अन्य नेताओं को उनके घरों में नजरबंद कर दिया गया है।उन्होंने एक्स पर लिखा है-पार्टी नेतृत्व, मुख्यमंत्री के सलाहकार और अधिकतर विधायक, सभी को घरों में बंद किया गया है। यह न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि इतिहास के प्रति गंभीर असंवेदनशीलता भी दर्शाता है।
cm umar abdulla | National Conference
National Conference Mehbooba Mufti cm umar abdulla
Advertisment
Advertisment