/young-bharat-news/media/media_files/2025/09/13/bsp-chief-mayawati-2025-09-13-15-21-18.jpg)
Mayawati ने क्यों कहा - डॉ. अम्बेडकर पर चुप रहें कुछ साधु-संत | यंग भारत न्यूज Photograph: (X.com)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क ।बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने बाबासाहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर पर हो रही टिप्पणियों पर कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने कुछ साधू संतों को संविधान निर्माण में बाबासाहेब के योगदान को समझने और बेवजह बयानबाज़ी से बचने की सलाह दी है।
मायावती ने स्पष्ट किया है कि कुछ साधू संत संविधान और इतिहास को जाने बिना गलत बयान दे रहे हैं, जो बिलकुल अनुचित है। इस पूरे मामले पर बसपा प्रमुख मायावती ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट के जरिए पूरी बात कही, हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया है।
मायावती ने कुछ साधू संतों जो गैर जिम्मेदाराना टिप्पणी कर रहे हैं उनको सलाह दी है कि अगर उन्हें भारतीय संविधान के निर्माण में बाबासाहेब के अतुलनीय योगदान के बारे में सही जानकारी नहीं है, तो उन्हें चुप रहना चाहिए।
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/09/13/mayawati-2025-09-13-15-21-46.jpg)
सुर्खियों में बने रहने के लिए गलत बयानबाजी ठीक नहीं
मायावती ने अपने पोस्ट में साफ तौर पर कहा कि कुछ साधू संत सिर्फ सुर्खियों में बने रहने के लिए गलत बयानबाजी करते हैं। उन्होंने यह भी पूछा कि बाबासाहेब के अनुयायी मनुस्मृति का विरोध क्यों करते हैं। उन्होंने संतों को अपनी जातिवादी द्वेष की भावना को छोड़कर इस बात को समझने की अपील की।
मायावती ने जोर देकर कहा कि बाबासाहेब एक महान विद्वान थे। उन्होंने संतों को नसीहत दी कि उनकी विद्वत्ता के आगे कोई भी नहीं है। उन्होंने कहा कि इस तरह के विषयों पर टिप्पणी करने से पहले संतों को सोचना चाहिए और अगर वे चुप रहें तो यह सबसे अच्छा होगा।
Mayawati Saints Controversy | Babasaheb Ambedkar | BSP Mayawati | Casteism Debate