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अफवाह या साजिश? कांग्रेस नेता उदित राज के दावे पर PIB ने खोला सच का दरवाजा!

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के घर सील होने और टीम हटाने की अफवाहें निराधार! PIB ने दिया स्पष्टीकरण, कहा- खबरें गलत हैं। कांग्रेस नेता उदित राज ने भी बताया कैसे सोशल मीडिया पर फैली थी गलत सूचना। जानिए इस पूरे प्रकरण का सच और क्यों जरूरी है आधिकारिक पुष्टि।

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Ajit Kumar Pandey
अफवाह या साजिश? कांग्रेस नेता उदित राज के दावे पर PIB ने खोला सच का दरवाजा! | यंग भारत न्यूज

अफवाह या साजिश? कांग्रेस नेता उदित राज के दावे पर PIB ने खोला सच का दरवाजा! | यंग भारत न्यूज Photograph: (Google)

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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । कांग्रेस नेता उदित राज ने बताया कि किस तरह बुधवार 23 जुलाई 2025 की शाम से ही मीडिया में और सोशल मीडिया पर जगदीप धनखड़ के घर सील होने और उनकी सोशल मीडिया टीम को बर्खास्त करने की खबरें चल रही थीं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ये खबरें बिना किसी आधिकारिक पुष्टि के फैल रही थीं, जिससे भ्रम की स्थिति पैदा हो गई थी। 

प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने अब इन सभी सवालों का जवाब दे दिया है। PIB ने स्पष्ट रूप से कहा है कि जगदीप धनखड़ का आवास न तो सील किया गया है और न ही उनकी सोशल मीडिया टीम को हटाया गया है। यह स्पष्टीकरण उन सभी अटकलों पर पूर्णविराम लगाता है जो पिछले 24 घंटों से चल रही थीं।

PIB की भूमिका और अफवाहों का खंडन

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PIB भारत सरकार की आधिकारिक सूचना प्रसार एजेंसी है, और इसका काम सरकार से जुड़ी सही जानकारी जनता तक पहुंचाना है। इस मामले में भी PIB ने अपनी भूमिका बखूबी निभाई। जैसे ही अफवाहें तेज हुईं, PIB ने तुरंत संज्ञान लिया और एक आधिकारिक बयान जारी कर सच्चाई बताई। यह दर्शाता है कि ऐसे समय में जब गलत सूचना तेजी से फैल सकती है, एक विश्वसनीय सूचना स्रोत का होना कितना महत्वपूर्ण है।

तत्काल प्रतिक्रिया: PIB ने अफवाहों के फैलने के तुरंत बाद प्रतिक्रिया दी।

आधिकारिक पुष्टि: PIB ने आधिकारिक रूप से पुष्टि की कि खबरें निराधार हैं।

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भ्रम का निवारण: उनके स्पष्टीकरण से जनता के बीच फैला भ्रम दूर हुआ।

सोशल मीडिया का दोहरा पहलू

यह घटना एक बार फिर सोशल मीडिया के दोहरे स्वरूप को उजागर करती है। जहां सोशल मीडिया जानकारी के त्वरित प्रसार का एक शक्तिशाली माध्यम है, वहीं यह गलत सूचना और अफवाहों के फैलने का एक आसान जरिया भी है। एक क्लिक पर हजारों लोगों तक पहुंचने वाली कोई भी खबर, भले ही वह गलत क्यों न हो, एक बड़ा प्रभाव डाल सकती है। इस मामले में, जगदीप धनखड़ से जुड़ी अफवाहें इसका जीता-जागता उदाहरण हैं।

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यह हम सभी के लिए एक सबक है कि किसी भी खबर पर तुरंत विश्वास करने से पहले उसकी सत्यता की जांच कर लेनी चाहिए, खासकर जब वह सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रही हो। आधिकारिक स्रोतों से जानकारी प्राप्त करना हमेशा सबसे सुरक्षित तरीका होता है। PIB जैसे संगठन इसी उद्देश्य को पूरा करते हैं।

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के आवास को सील करने और उनकी सोशल मीडिया टीम को हटाने की खबरें पूरी तरह से निराधार निकलीं। PIB के त्वरित और सटीक स्पष्टीकरण ने सभी अफवाहों पर विराम लगा दिया है। यह घटना हमें याद दिलाती है कि जानकारी को सत्यापित करना कितना महत्वपूर्ण है, खासकर आज के डिजिटल युग में जहां गलत सूचना बहुत तेजी से फैल सकती है। इस पूरे प्रकरण ने एक बार फिर साबित कर दिया कि विश्वसनीय स्रोतों से मिली जानकारी ही एकमात्र सच्ची जानकारी होती है।

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