मुंबई,वाईबीएन नेटवर्क।
मांग में तेजी और पॉजिटिव मार्केट सेंटीमेंट की वजह से भारत के टॉप आठ मार्केट में आवास की औसत कीमतों में 2024 की अंतिम तिमाही के दौरान सालाना आधार पर प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। मंगलवार को आई एक लेटेस्ट रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। 2021 से शुरू होकर लगातार 16वीं तिमाही में आवास की औसत कीमतों में वृद्धि दर्ज की गई।
Delhi-NCR में सबसे ज्यादा वृद्धि
क्रेडाई-कोलियर्स-लायसेस फोरास की एक लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार सभी आठ प्रमुख शहरों में कीमतें बढ़ीं। 2024 की चौथी तिमाही में दिल्ली-एनसीआर में सालाना आधार पर 31 प्रतिशत की सबसे अधिक वृद्धि देखी गई। इसके बाद बेंगलुरु में 23 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
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बढ़ेगी लग्जरी और अल्ट्रा-लग्जरी सेगमेंट में मांग
रिपोर्ट में बताया गया कि किफायती आवास सेगमेंटआवास बिक्री का बड़ा हिस्सा बना रहेगालेकिन में लग्जरी और अल्ट्रा-लग्जरी सेगमेंट में मांग और बढ़ सकती है। कुल मिलाकर अनबिकी इन्वेंट्री में लगातार चौथी तिमाही में गिरावट जारी रही और स्वस्थ मांग के कारण की चौथी तिमाही के दौरान सालाना आधार पर प्रतिशत की गिरावट आई।
Unsold इन्वेंटरी में Mumbai की बड़ी हिस्सेदारी
दिसंबर के अंत मेंभारत के स्तर पर अनबिकी इन्वेंट्री पिछले दो वर्षों में पहली बार लाख आवास इकाइयों से नीचे थी। मुंबई महानगर क्षेत्र (मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन) प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथअनबिकी इन्वेंट्री में एक बड़ा भागीदार रहा। विशेष रूप सेपुणे में अनबिकी इन्वेंट्री में सबसे अधिक वार्षिक गिरावट प्रतिशत देखी गईइसके बाद हैदराबाद में प्रतिशत की गिरावट आई।
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क्या कहती है Credai
क्रेडाई नेशनल के अध्यक्ष बोमन ईरानी ने कहा कि आवास की कीमतों में निरंतर वृद्धि घर खरीदारों के बीच मजबूत आत्मविश्वास को दर्शाता हैजो बड़े घरों में रहने और लाइफस्टाइल अपग्रेड को प्राथमिकता देने से जुड़ा है। उन्होंने आगे कहाउपभोक्ताओं की बढ़ती आकांक्षाओं के साथ हम बड़े घरों, बेहतर सुविधाओं और इंटीग्रेटेड लिविंग स्पेस की बढ़ती मांग देख रहे हैं। जैसा कि हम आगे देखते हैंब्याज दरों में संभावित कमी अफोर्डिबिलिटी और मांग को और बढ़ा सकती है। "ईरानी ने कहा कि इस सकारात्मक रुझान के पूरे साल जारी रहने और आगे भी बने रहने की उम्मीद है जिससे घर खरीदने वालों के लिए रियल एस्टेट में निवेश करने का यह एक सही समय बन गया है।
रेपो रेट में कमी से भी मिलेगा फायदा
इसके अलावा हाल ही में रेपो रेट में कमी के साथ-साथ स्ट्रेस्ड आवासीय प्रोजेक्ट को फंडिंग की सरकारी पहल से किफायती आवास सेगमेंट को बढ़ावा मिलेगा। कोलियर्स इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बादल याग्निक ने कहा आगे बढ़ते हुए बेंचमार्क, लेंडिंग रेट में और कमी की गुंजाइश के साथ अधिकांश शहरों में सभी श्रेणियों में आवास बिक्री में तेजी आने की संभावना है। परिणाम स्वरूप औसत आवासीय कीमतें वार्षिक आधार पर समान स्तर पर बढ़ सकती हैं।"