नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। Spy Network News: राजस्थान के जैसलमेर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां रोजगार विभाग में कार्यरत सरकारी कर्मचारी साकुर खान मांगणियार को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इस कार्रवाई को CID और अन्य खुफिया एजेंसियों की संयुक्त टीम ने अंजाम दिया। साकुर खान को फिलहाल आगे की पूछताछ के लिए जयपुर स्थानांतरित कर दिया गया है। जांच एजेंसियों को साकुर खान के मोबाइल से कई पाकिस्तानी फोन नंबर मिले हैं, जिनके बारे में वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। उसने यह भी कबूला है कि वह पिछले कुछ वर्षों में सात बार पाकिस्तान जा चुका है, जिससे उसकी गतिविधियों पर संदेह और गहरा गया।
एक नेता का निजी सहायक भी रहा है आरोपी
सूत्रों के मुताबिक साकुर खान सीमावर्ती बाड़ौदा गांव की एक ढाणी का निवासी है और कांग्रेस सरकार के समय एक वरिष्ठ नेता का निजी सहायक रह चुका है। एजेंसियां इस राजनीतिक कनेक्शन की भी जांच कर रही हैं, हालांकि इस पर आधिकारिक टिप्पणी से इनकार किया गया है। हालांकि साकुर खान के मोबाइल से कोई सैन्य फोटो या वीडियो बरामद नहीं हुआ, लेकिन जांचकर्ताओं ने पाया कि कई फाइलें डिलीट की गई थीं। इसके अलावा, उसके नाम पर दो संदिग्ध बैंक खाते भी जांच के घेरे में हैं। खुफिया सूत्रों ने पाकिस्तान दूतावास के एक अधिकारी से साकुर खान के संभावित संबंध का भी खुलासा किया है, जिससे यह आशंका और मजबूत होती है कि वह ISI के नेटवर्क का हिस्सा था।
देशभर में बढ़ रही ISI गतिविधियां
साकुर खान की गिरफ्तारी ऐसे समय पर हुई है, जब पंजाब और हरियाणा में भी हाल ही में ISI से जुड़े कई मामले सामने आए हैं। ऑपरेशन सिंदूर (22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले के बाद शुरू) के बाद से भारत में सुरक्षा एजेंसियों ने कम से कम सात संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। इनमें हिसार की ट्रैवल व्लॉगर
ज्योति मल्होत्रा, पंजाब के
मालेरकोटला में दो संदिग्ध, हरियाणा में 13 व 15 मई को दो गिरफ्तारियां और बठिंडा सैन्य स्टेशन के अंदर कार्यरत दो कर्मचारी शामिल हैं।
सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर
SP सुधीर चौधरी ने कहा- मुख्यालय से संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिलने के बाद Spy Network पर कार्रवाई शुरू की गई। सभी एंगल से जांच जारी है। राजस्थान की यह घटना भारत में आंतरिक सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा रही है और यह स्पष्ट संकेत देती है कि ISI अपने नेटवर्क का विस्तार भारत के सरकारी तंत्र तक कर चुका है।