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मऊ मध्य प्रदेश, (वाईबीएन न्यूज): रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने हमें आज के युग में सूचना और साइबर युद्ध का महत्व का समझाया। उन्होंने कहा कि रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने के साथ-साथ, हमारा सूचना और साइबर इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत होना बहुत जरूरी है।
राजनाथ सिंह ने कहा, "आज, 21वीं सदी में, यह बदलाव और भी तेज हो गया है। सिर्फ सैनिकों की संख्या या हथियारों के भंडार अब काफी नहीं है। साइबर वॉर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मानव रहित हवाई वाहन, उपग्रह-आधारित निगरानी भविष्य के युद्धों को आकार दे रहे हैं। सटीक निर्देशित हथियार, रियल टाइम की खुफिया जानकारी और डाटा-संचालित जानकारी अब किसी भी संघर्ष में कामयाबी की बुनियाद बन गए हैं। आधुनिक युद्ध अब ज़मीन, समुद्र, हवा तक ही सीमित नहीं हैं; वे अब अंतरिक्ष और साइबरस्पेस तक भी फैल गए हैं। उपग्रह प्रणालियां, उपग्रह-रोधी हथियार और अंतरिक्ष कमान केंद्र शक्ति के नए साधन हैं। इसलिए, आज हमें केवल रक्षात्मक तैयारी की ही नहीं, बल्कि एक सक्रिय रणनीति की भी जरुरत है...
'एक नया इतिहास लिखने का समय'
गृहमंत्री ने कहा, "भविष्य के युद्ध केवल हथियारों की लड़ाई नहीं होंगे; वे तकनीक, इंटेलिजेंस, अर्थव्यवस्था और कूटनीति का मिला-जुला रूप होंगे। आने वाले समय में, जो राष्ट्र तकनीक, रणनीति और अनुकूलनशीलता में माहिर होगा, वही सच्ची वैश्विक शक्ति के रूप में उभरेगा। सरल शब्दों में कहें तो, यह इतिहास से सीखने और एक नया इतिहास लिखने का समय है; यह भविष्य का अनुमान लगाने और उसे आकार देने का समय है।
'हमने कभी किसी के खिलाफ लड़ाई शुरू नहीं की'
राजनाथ सिंह ने कहा, "भारत कभी भी युद्ध चाहने वाला देश नहीं रहा है। हमने कभी किसी के खिलाफ लड़ाई शुरू नहीं की है। हालांकि, वर्तमान भू-राजनीतिक सच्चाई काफी अलग है। भले ही हमारा कोई आक्रामक इरादा नहीं है, लेकिन कोई हमें चुनौती देता है, तो यह जरूरी हो जाता है कि हम पूरी ताकत से जवाब दें। ऐसा करने के लिए, हमें अपनी रक्षा तैयारियों को लगातार बढ़ाना होगा। यही कारण है कि प्रशिक्षण, तकनीकी उन्नति और भागीदारों के साथ निरंतर संवाद हमारे लिए बेहद जरूरी हैं..."