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Republic Day 2025: संविधान के शंखनाद के लिए तैयार है कर्तव्‍य पथ

इस वर्ष गणतंत्र दिवस की परेड में भाग लेने के लिए मुख्‍य अतिथि के रूप में इंडोनशिया राष्‍ट्रपति प्रोबोवा सुबिआंतो भारत आ रहे हैं। इंडोनेशिया का 190 सदस्‍यीय बैंड दल और 160 सदस्‍यीय मार्चिंग दल भी 26 जनवरी के मौके पर आयोजित परेड में भाग लेगा।

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Suraj Kumar
INDONASIA RASTRAPATI

इस आयोजन मेंं इंडोनेशिया के राष्‍ट्रपति सुबिआंतो मुख्‍य अतिथि होंंगे

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नई दिल्‍ली, वाईबीएन नेटवर्क।

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देश में गणतंत्र दिवस की तैयारियां जोरों  पर हैं। इस साल 76वा गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा। इस भव्‍य कार्यक्रम का आयोजन नई दिल्‍ली के कर्तव्‍स पथ पर होगा। भारत के राष्‍ट्रप‍ति के द्वारा तिरंगा फहराने के बाद इस समारोह का आयोजन शुरू हो जाएगा। 26 जनवरी को लेकर जिला स्‍तर पर भी कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जिसमें राज्‍यों के मुख्‍यमंत्री और राज्‍यपाल भाग लेंगे। 
गणतंत्र दिवस के लिए 23 जनवरी को रिहर्सल परेड का आयोजन किया गया है। ये परेड़ विजय चौक से लेकर लाल किला मार्ग से होत हुए अन्‍य मार्गों पर हुई। इस आयोजन को देखते हुए राज्‍य में सुरक्षा व्‍यवस्‍था को कडा कर दिया गया है। मेट्रो से लेकर एयरपोर्ट तक चेकिंग को टाइट कर दिया गया है। इस आयोजन में भाग लेने के लिए मुख्‍य अतिथि के रूप में इंडोनशिया राष्‍ट्रपति प्रोबोवा सुबिआंतो भारत आ रहे हैं। इंडोनेशिया का 190 सदस्‍यीय बैंड दल और 160 सदस्‍यीय मार्चिंग दल भी 26 जनवरी के मौके पर आयोजित परेड में भाग लेगा। 

इंडानेशिया के राष्‍ट्रपति होंगे मुख्‍य अतिथि 

इंडोनेशिया के राष्‍ट्रपति का यह पहला भारत दौरा है। सुबिआंतो इंडोनेशिया के चौथे राष्‍ट्रपति होंगे ,जो भारत के गणतंत्र दिवस परेड में मुख्‍य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। पहली बार 1950 में इंडोनेशिया के राष्‍ट्रपति सुकारनो इस परेड में शामिल हुए थे। यह पहली बार होगा कि इंडोनेशियाई सैना किसी भी देश के गणतंत्र दिवस में भाग लेने आ रही है। 

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क्‍यों खास है इंडोनेशियाई राष्‍ट्रपति का दौरा

भारत और इंडोनेशिया के आपसी रिश्‍ते बहुत ही अच्‍छे हैं। भारत की ईस्‍ट एक्‍ट नीति में इंडोनेशिया का अपना महत्‍व है। 2023 – 2024 के बीच भारत और इंडोनेशिया के बीच लगभग 30 बिलियन अमेरिकी डॉलर का व्‍यापर हुआ। सुबिआंतो के इस आगमन पर दोनों देशों के बीच रक्षा व सुरक्षा सहयोग, व्यापार व निवेश, स्वास्थ्य, डिजिटल टेक्नोलॉजी, ऊर्जा, संस्कृति, कनेक्टिविटी, पर्यटन और दोनों देशों की जनता के आपसी संबंधों पर बातचीत होगी। इस मौके पर कई MOU पर हस्‍ताक्षर और बडी घोषणाएं हो सकती हैं। इसके अलावा साल 2018 में दोनों देशों के बीच करार हुआ था जिसके तहत दोनों देशों की सैनाएं लगातार एक दूसरे के सम्‍पर्क में रहती हैं। 

क्‍या है MOU- दो देशों की बीच में होने वाला समझौता है जो औपचारिक होते हैं। ये समझौते कानून के दायरे में नहीं आते हैं। 

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राज्‍यों में जमकर तैयारियां
 
सभी राज्‍यों, केंद्र शासित प्रदेशों और मंत्रालयों की 31 झांकियां इस आयोजन में भाग लेंगी। इसकी थीम ‘स्‍वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ रखी गई है।  महाराष्‍ट्र सरकार ने इस मौके पर राज्‍य के स्‍कूलों में छुट्टी करने के बजाय इस कार्यक्रम को मनाने का फैसला लिया है। स्‍कूलों में प्रभात फेरी, ध्‍वजारोहण, कविता प्रतियोगिता,नृत्‍य प्रतियोगिता , लेखन प्रतियोगिता और खेल प्रतियोगिता सहित अन्‍य कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। 

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