Advertisment

पीएम ने कहा, फोन पर ट्रंप बोले, मोदी जी कनाडा आएं हैं तो वाशिंगटन होकर जाइए...

ओडिशा के दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "अभी 2 दिन पहले मैं कनाडा में G7 समिट के लिए वहां था और अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने मुझे फोन किया। उन्होंने कहा, अब कनाडा तो आए ही हैं तो वॉशिंगटन होकर जाइए...

author-image
Mukesh Pandit
modi speech

भुवनेश्वर, ओडिशा, वाईबीएन डेस्क: ओडिशा के दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "अभी 2 दिन पहले मैं कनाडा में G7 समिट के लिए वहां था और अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने मुझे फोन किया। उन्होंने कहा, अब कनाडा तो आए ही हैं तो वॉशिंगटन होकर जाइए... उन्होंने बहुत आग्रह से निमंत्रण दिया। मैंने अमेरिका के राष्ट्रपति को कहा कि आपके निमंत्रण के लिए धन्यवाद, मुझे तो महाप्रभु की धरती पर जाना बहुत जरूरी है और इसलिए मैंने उनके निमंत्रण को नम्रता पूर्वक मना किया..."

Advertisment

मुझे तो महाप्रभु की धरती पर जाना जरूरी है...

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बातचीत का जिक्र करते हुए कहा, "अभी दो दिन पहले मैं जी-7 समिट के लिए कनाडा में था। उसी दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मुझे फोन किया और बड़े आग्रह के साथ वाशिंगटन आने का निमंत्रण दिया। मैंने अमेरिका के राष्ट्रपति से कहा कि निमंत्रण के लिए आपका धन्यवाद, लेकिन मुझे तो महाप्रभु की धरती पर जाना जरूरी है। इसलिए मैंने उनका निमंत्रण विनम्रता से मना किया। आपका प्रेम मुझे महाप्रभु की धरती तक खींच लाया है।"

यह सुशासन की स्थापना की वर्षगांठ है

Advertisment

उन्होंने कहा कि आज का दिन बहुत विशेष है। आज ओडिशा की पहली भाजपा सरकार ने सफलता के साथ एक साल पूरा किया है। यह वर्षगांठ, सिर्फ सरकार की नहीं है, यह सुशासन की स्थापना की वर्षगांठ है। यह एक साल जनसेवा और जन विश्वास को समर्पित है। यह ओडिशा के करोड़ों मतदाताओं के विश्वास पर खरा उतरने के ईमानदार प्रयास का एक शानदार वर्ष है। उन्होंने ओडिशा की जनता का अभिनंदन करते हुए मुख्यमंत्री मोहन माझी और उनकी पूरी टीम को बधाई दी।

देश की समृद्ध विरासत का एक उज्ज्वल प्रतीक

प्रधानमंत्री ने कहा कि ओडिशा सिर्फ एक राज्य नहीं है, यह देश की समृद्ध विरासत का एक उज्ज्वल प्रतीक है। हजारों साल से यह भारतीय संस्कृति की आधारशिला रहा है, जिसने इसकी विकास और जीवंतता में योगदान दिया है। आज जब विकास और विरासत के आदर्श भारत की प्रगति की नींव बन रहे हैं, तो इस यात्रा में ओडिशा का महत्व और भूमिका और भी बढ़ गई है।

Advertisment

राजनीतिक जय-विजय का विषय नहीं

उन्होंने कहा कि महाप्रभु के आशीर्वाद से श्री मंदिर से जुड़े विषयों का समाधान भी हो गया है। उन्होंने कहा, "मैं मोहन जी और उनकी सरकार का अभिनंदन करता हूं कि उन्होंने करोड़ों भक्तों के निवेदन का मान रखा। यहां सरकार बनते ​ही श्री मंदिर के चारों द्वार खोल दिए थे। श्री मंदिर का रत्न भंडार भी खुल गया है।" उन्होंने कहा कि यह कोई राजनीतिक जय-विजय का विषय नहीं है, यह करोड़ों भक्तों की आस्था का सम्मान करने का कार्य हुआ है

Advertisment
Advertisment