Heat wave in india: देश में इस साल भीषण गर्मी की आशंका के चलते केंद्र सरकार ने राज्यों को सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। केंद्र ने कहा है कि प्रशासन के साथ-साथ हर नागरिक को मौसम विभाग के पूर्वानुमान पर खास ध्यान देना चाहिए। खासकर उन क्षेत्रों में, जहां
heat wave या अत्यधिक गर्मी को लेकर हाई अलर्ट है, वहां लोगों को अपनी दिनचर्या में सतर्कता बरतनी होगी।
पेयजल की अनिवार्य व्यवस्था
मौसम विभाग के अनुमान के बाद केंद्र ने सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए नए नियम लागू किए हैं। अब किसी भी धार्मिक, सरकारी, राजनीतिक या बड़े सार्वजनिक आयोजन में प्रति व्यक्ति कम से कम दो लीटर पेयजल उपलब्ध कराना अनिवार्य होगा। यह नियम जुलाई तक प्रभावी रहेंगे।
स्वास्थ्य केंद्रों पर विशेष व्यवस्था
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि मार्च से जुलाई तक देश के 20 से अधिक राज्यों में heat waves की आशंका है। ऐसे में सभी स्वास्थ्य केंद्रों को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। मरीजों के लिए कूलिंग व्यवस्था, आपातकालीन सेवाओं और एंबुलेंस की स्थिति की समीक्षा करने को कहा गया है।
रोजाना रिपोर्ट भेजना अनिवार्य
गर्मी या लू के कारण किसी व्यक्ति की मौत होने पर उसके पोस्टमार्टम की रिपोर्ट दिल्ली स्थित रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) की वेबसाइट पर अपलोड करना अनिवार्य होगा। इसके अलावा, सभी स्वास्थ्य केंद्रों को रोजाना ऐसे मामलों की रिपोर्ट राज्य और केंद्र को भेजनी होगी।
भीड़भाड़ वाले कार्यक्रमों में मेडिकल टीम जरूरी
दिशा-निर्देशों के अनुसार, भीड़भाड़ वाले कार्यक्रमों में मेडिकल टीम की तैनाती अनिवार्य होगी। टीम के पास ओआरएस घोल, बर्फ के पैक और आवश्यक प्राथमिक उपचार की सुविधा होनी चाहिए। मरीजों के तापमान को तुरंत कम करने के लिए स्वास्थ्य केंद्रों पर कूलिंग सिस्टम की व्यवस्था होनी जरूरी है।
सबसे गर्म तीन घंटे में धूप से बचें
राज्यों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि आम लोगों तक यह जानकारी पहुंचे कि मार्च से जून तक दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच धूप या गर्मी में निकलने से बचें। इस अवधि में छांव में रहना सुरक्षित रहेगा, क्योंकि यही समय दिन का सबसे गर्म होता है।
बड़े आयोजनों में पानी का स्टॉल अनिवार्य
निर्देशों के अनुसार, किसी भी बड़े सार्वजनिक कार्यक्रम में 500 लोगों पर कम से कम एक पानी का स्टॉल होना जरूरी होगा। मंत्रालय ने कहा है कि गर्मी में एक व्यक्ति को रोजाना कम से कम चार लीटर पानी पीना चाहिए।
125 साल में सबसे गर्म फरवरी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) की रिपोर्ट के मुताबिक, बीते 125 वर्षों में फरवरी का
तापमान कभी इतना अधिक नहीं रहा, जितना इस साल दर्ज किया गया। इस बार फरवरी में ही गोवा और महाराष्ट्र में लू चली, जबकि 31 राज्यों में रात का तापमान सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। लंबे समय तक अत्यधिक गर्मी के संपर्क में रहने से स्वास्थ्य समस्याएं और मृत्यु दर बढ़ने की आशंका जताई गई है।
चाय, कॉफी और कोल्ड ड्रिंक से बचें
लोगों को चाय, कॉफी और कोल्ड ड्रिंक के अधिक सेवन से बचने की सलाह दी गई है। दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि इन पेय पदार्थों के सेवन से शरीर में पानी की कमी हो सकती है, जिससे स्वास्थ्य जोखिम बढ़ सकता है। इसके बजाय पानी, नारियल पानी या नींबू पानी पीने की सलाह दी गई है।