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पीएम मोदी को Asset बता शशि थरूर ने फिर किया गांधी परिवार को असहज

उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऊर्जा, गतिशीलता और बातचीत करने की इच्छाशक्ति वैश्विक मंच पर भारत के लिए एक 'Asset' है, लेकिन इसे और अधिक समर्थन की आवश्यकता है।

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Shailendra Gautam
Shashi tharoor pm modi

Photograph: (Google)

नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्कः कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने एक बार फिर से गांधी परिवार को नीचा दिखाने की कोशिश की है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऊर्जा, गतिशीलता और बातचीत करने की इच्छाशक्ति वैश्विक मंच पर भारत के लिए एक 'Asset' है, लेकिन इसे और अधिक समर्थन की आवश्यकता है। उनकी हाल की कुछ टिप्पणियों की तरह मोदी की ये तारीफ कांग्रेस और गांधी परिवार को नाराज कर सकती हैं। पार्टी नेतृत्व के साथ उनके संबंधों में बढ़ती दरार को और बढ़ा सकती हैं।

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कांग्रेस मोदी पर हमलावर तो थरूर कर रहे तारीफ

थरूर ने प्रधानमंत्री की प्रशंसा ऐसे समय में की है, जब कांग्रेस लगातार मोदी सरकार पर उसकी विदेश नीति को लेकर हमला कर रही है। कांग्रेस ने यहां तक​कहा कि डिप्लोमेसी बिखर चुकी है और भारत वैश्विक मंच पर अलग-थलग पड़ गया है। खासकर तब जब पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने कुछ दिन पहले वाशिंगटन डीसी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ लंच पर गुफ्तगू की थी। थरूर आलाकमान से लगातार दूरी बढ़ा रहे हैं। हाल ही में तिरुवनंतपुरम में थरूर ने कहा था कि पार्टी नेतृत्व में कुछ लोगों के साथ उनके मतभेद हैं, लेकिन नीलांबुर निर्वाचन क्षेत्र में उपचुनाव के मद्देनजर वे इस बारे में बात नहीं करने जा रहे हैं।

द हिंदी में लिखा- विदेशों में डेलीगेशन भेजना शानदार काम

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द हिंदू में प्रकाशित एक लेख में थरूर ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद की डिप्लोमेसी इफेक्टिव कम्युनिकेशन का लमहा था। थरूर ने लेख में कहा कि आपरेशन सिंदूर के बाद जो डेलीगेशन विदेशों में गए उनसे संदेश गया कि भारत जब एकजुट होता है तो अंतरराष्ट्रीय मंचों पर स्पष्टता और दृढ़ विश्वास के साथ अपनी आवाज उठा सकता है। थरूर ने कहा कि 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम आतंकी हमले के बाद और ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से भारत की दृढ़ प्रतिक्रिया ने देश की विदेश नीति के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ पेश किया। उन्होंने कहा कि जबकि तत्काल सैन्य कार्रवाई निर्णायक थी, उसके बाद की कूटनीतिक पहुंच वैश्विक धारणाओं को आकार देने और अंतरराष्ट्रीय समर्थन को मजबूत करने में उतनी ही महत्वपूर्ण थी। इसने संदेश दिया कि जब राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद का सामना करने की बात आती है तो भारत एक स्वर में बोलता है। इसने घरेलू राजनीतिक मतभेदों को पार कर लिया, जिससे हमारे संदेश को अधिक विश्वसनीयता और गंभीरता मिली। shashi tharoor modi | Modi Tharoor 

मोदी सरकार ने 33 देशों में भेजे थे अपने डेलीगेशन

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा आपरेशन सिंदूर शुरू किए जाने के बाद से थरूर भारत-पाकिस्तान संघर्ष और डिप्लोमेसी को लेकर ऐसी टिप्पणियां कर रहे हैं जो कांग्रेस के रुख से अलग हैं। थरूर को अक्सर अपनी ही पार्टी की आलोचना का सामना करना पड़ता है। कांग्रेस नेताओं द्वारा उनके रुख के लिए उन पर कटाक्ष किए जाते हैं। थरूर के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिका का दौरा किया था। यह प्रतिनिधिमंडल उन सात बहु-पक्षीय प्रतिनिधिमंडलों में से एक था, जिन्हें भारत ने 33 अलग-अलग देशों राजधानियों का दौरा करने का काम सौंपा था, ताकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय तक पहुंच बनाई जा सके और आतंकवाद के मसले पर पाकिस्तान को एक्सपोज किया जा सके।

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Shashi Tharoor, Gandhi family, PM Modi, Tharoor called  Modi as Asset, Tharoor's article in The Hindu, Operation Sindoor

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