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जम्मू-कश्मीर, वाईबीएन नेटवर्क | जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले में सैलानियों की जान बचाने में अपनी जान गंवा बैठे 30 वर्षीय सैयद हुसैन शाह की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर तैर रही है। तस्वीर ऐसी है जो आपका दिल छू लेगी। आप तस्वीर देख गम के सागर में जरूर उतर जाएंगे। दुखों के कई पहलू आप एक साथ देख और समझ पाएंगे। आप समझ पाएंगे कि बेटे के सिर से पिता का साया उठने का दर्द क्या होता है। वहीं पिता की बहादुरी पर फक्र करते एक मासूम बेटे को भी समझ पाएंगे। दरअसल वायरल तस्वीर में सैयद हुसैन शाह का बेटा अपने पिता का माथा चूमता दिख रहा है। बच्चे के इस व्यवहार से साफ है, उस मासूम को भी अंदाजा है कि उसके पिता ने मानवता की कितनी बड़ी मिशाल कायम की है...।
घाटी में घुड़सावरी का काम करने वाले सैयद आदिल हुसैन शाह ने पर्यटकों की जान बचाने में अपनी जान गंवा दी। शाह को उस समय गोली मार दी गई जब वह लोकप्रिय बैसरान घाटी में हमलावरों में से एक को निहत्था करने की कोशिश कर रहे थे। शाह, जो पर्यटकों को घोड़े पर बैठाकर सैर कराते थे, ने हमले के दौरान साहस का परिचय देते हुए हमलावरों का सामना किया। चश्मदीदों के अनुसार, उन्होंने हमलावर से हथियार छीनने की कोशिश की, तभी उन्हें तीन गोलियां छाती में मारी गईं और वह गंभीर रूप से घायल हो गए। बाद में एक हमले से बचे पर्यटक ने शाह की बहादुरी की पुष्टि करते हुए उनके परिवार को इस बात की जानकारी दी। लेकिन बच नहीं सके। आतंक के गोली के सामने उन्होंने दम तोड़ दिया।
शाह के चाचा शहीद बग के अनुसार, "आदिल परिवार में सबसे बड़ा बेटा था। उसके बच्चे थे, पत्नी थी और वह इस परिवार की रीढ़ था। अब, उन्होंने सब कुछ खो दिया है। वे गरीब हैं और इस त्रासदी ने उनके पास कोई नहीं छोड़ा है।आदिल के परिवार को अब पहले से कहीं ज़्यादा सुरक्षा और सहायता की ज़रूरत है।" शाह की मां ने अपने बेटे के अपूरणीय नुकसान के बारे में बताया, उनकी आवाज़ आंसुओं से भर गई और कहा, "वह हमारा एकमात्र सहारा था। वह घुड़सवारी करता था और परिवार के लिए पैसे कमाता था। अब हमारे लिए कोई और नहीं है जो हमें सहारा दे सके। हम नहीं जानते कि उसके बिना हम क्या करेंगे। सैयद आदिल हुसैन शाह के पिता ने कहा, "मेरा बेटा हमारे परिवार के लिए कमाने वाला एकमात्र व्यक्ति था। मेरा बेटा शहीद हो गया, और वह हमारे परिवार का एकमात्र कमाने वाला था। हम उसकी मौत के लिए न्याय चाहते हैं। वह एक निर्दोष व्यक्ति था। उसे क्यों मारा गया? जो भी जिम्मेदार है उसे परिणाम भुगतने होंगे।"