दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
मुंबई ताज होटल हमले के आरोपी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को अमेरिकी कोर्ट ने मंजूरी दे दी है। लेकिन भारत सरकार विदेश में बैठे उन सभी लोगों के प्रत्यर्पण की कोशिश कर रही है, जो अपराधी हैं और कानून से बचने के लिए भारत से फरार हैं। सरकार की लिस्ट में विजय माल्या, मेहुल चोकसी, अर्श दल्ला, निर्भय मोदी जैसे नाम शामिल हैं।
आपको बता दें कि अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने 26/11 हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है। राणा को मुंबई ताज होटल पर हमले में डेविड हेडली की आर्थिक मदद करने का दोषी पाया गया था। लेकिन भारत सरकार ऐसे और भी अपराधी हैं जिनके प्रत्यर्पण की मांग कर रही है। भारत सरकार ने कहा था कि अमेरिका भारतीय अपराधियों के लिए सबसे सुरक्षित जगह बन गया है। भारत के एक तिहाई से ज़्यादा फरार अपराधी अमेरिका में छिपे हुए हैं।
भारत तब तक चैन से नहीं बैठेगा जब तक वह अपने अपराधियों को देश में नहीं ला देता, क्योंकि भारतीय सरकारी एजेंसियां पूरी ताकत से उनके पीछे लगी हुई हैं।
विजय माल्या
भारतीय उद्योगपति विजय माल्या पर 9000 करोड़ रुपये से अधिक के लोन न चुकाने का आरोप है। माल्या ने 2016 में भारत छोड़ दिया था। वह फिलहाल ब्रिटेन में है। किंगफिशर एयरलाइंस के बंद होने के बाद भारत में हुए धोखाधड़ी मामले में माल्या मुख्य आरोपी है, उसे 2019 में भगोड़ा घोषित किया गया था।
नीरभ मोदी और मेहुल चौकसी
नीरव मोदी और मेहुल चौकसी दोनों हीरा व्यापारी हैं, जिन पर 14 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है। यह धोखाधड़ी मामला पीएनबी बैंक से लिए गए लोन से जुड़ा है। नीरभ मोदी और मेहुल चौकसी 2018 में देश छोड़कर चले गए थे। हालांकि, दोनों को लंदन में गिरफ्तार कर लिया गया है और भारत सरकार उनके प्रत्यर्पण की तैयारी कर रही है।
अर्श दल्ला
अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श दल्ला प्रतिबंधित संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स के आतंकवादियों में से एक है। वह कनाडा में छिपा हुआ है। वह भारत में हत्या, हत्या के प्रयास, चोरी और आपराधिक शरारत के 50 से अधिक मामलों में शामिल है। उसे जनवरी 2004 में अपराधी घोषित किया गया था।
अनमोल विश्नोई
अनमोल विश्नोई मशहूर गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई का छोटा भाई है। वह भारत में भी कई मामलों में वांछित है, अनमोल पर पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला और राजनेता बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल होने का आरोप है। अनमोल को पिछले साल नवंबर में अमेरिका में बिना वैध दस्तावेजों के देश में प्रवेश करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।