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तेलंगाना बस हादसे में 20 की मौत, PM मोदी-CM रेड्डी ने जताया दु:ख | यंग भारत न्यूज Photograph: (Google)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । तेलंगाना के रंगारेड्डी जिले में रविवार का दिन 'ब्लैक संडे' साबित हुआ, जब चेवेला के पास TGSRTC बस और बजरी से भरे टिपर ट्रक की भीषण टक्कर में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हुए हैं। यह हादसा ट्रक के गलत दिशा में आने के कारण हुआ। हादसे के बाद पूरे इलाके में कोहराम मच गया। पीएम मोदी और सीएम रेवंत रेड्डी ने गहरा दु:ख जताया है। पीएम ने मृतक के परिजनों को राहत देने के लिए मुआवजे का ऐलान किया है।
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए घायलों को तुरंत हैदराबाद भेजने और बेहतरीन इलाज सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। यह सिर्फ एक सड़क हादसा नहीं, बल्कि एक झकझोर देने वाली घटना है जिसने एक झटके में 20 परिवारों की खुशियां छीन लीं।
रंगारेड्डी जिले के चेवेला मंडल के खनापुर गेट के पास जब टीजीएसआरटीसी TSRTC की एक बस अपनी सामान्य गति से जा रही थी। तभी अचानक विपरीत दिशा से आ रहे बजरी ग्रेवल से लदे एक टिपर ट्रक ने उसे सामने से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बस का अगला हिस्सा पूरी तरह से चकनाचूर हो गया और ट्रक का सारा माल बस के ऊपर आ गिरा।
प्रधानमंत्री मोदी ने जताया दुख, मुआवजे का ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना के रंगा रेड्डी जिले में हुए सड़क हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। इस दुखद हादसे में कई लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, "तेलंगाना के रंगा रेड्डी जिले में हुए हादसे में हुई जान-माल की हानि बेहद दुखद है। इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं पीड़ितों के परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।"
प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के परिवारों को 2 लाख और घायलों को 50,000 की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
कल्पना कीजिए उस भयावह दृश्य की, जहां पल भर पहले अपनों से बात करते लोग, अचानक दर्द और चीख-पुकार के बीच फंस गए। पुलिस के प्राथमिक अनुमान के अनुसार, यह पूरी घटना ट्रक ड्राइवर की घोर लापरवाही और गलत दिशा में वाहन चलाने के कारण हुई है।
अंधे मोड़ पर मौत का साया? हादसे की जगह को देखने के बाद यह स्पष्ट होता है कि रफ्तार और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी ने मिलकर यह खूनी मंजर बनाया। एक ओर परिवहन विभाग बसों में सुरक्षा मानकों को लेकर दावे करता है, वहीं दूसरी ओर निजी या मालवाहक वाहनों के चालक अक्सर नियमों को ताक पर रख देते हैं।
हादसे की मुख्य वजह: टिपर ट्रक का गलत दिशा रॉन्ग साइड से आकर बस से टकराना।
मौतों की संख्या: करीब 20 लोगों की मौत की पुष्टि।
घायलों की स्थिति: 20 से अधिक घायल, जिनमें 3 की हालत गंभीर है।
वाहन: TGSRTC बस और बजरी से भरा टिपर ट्रक।
घायलों को स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से तुरंत पास के और फिर हैदराबाद के अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है। लेकिन यह सवाल अपनी जगह बना हुआ है आखिर कब तक सड़कों पर इस तरह की लापरवाही से मासूमों की जान जाती रहेगी? क्या ट्रक चालकों पर कोई सख्त निगरानी नहीं होती है?
जैसे ही इस भीषण हादसे की खबर मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी तक पहुंची, उन्होंने तुरंत दुख व्यक्त किया। मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक, उन्होंने अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं कि राहत और बचाव कार्य में किसी भी तरह की ढिलाई नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने घटना स्थल पर उच्च अधिकारियों को भेजा है। सभी घायलों को बिना देरी किए हैदराबाद लाया जाए। घायलों के लिए उच्च-स्तरीय Superlative इलाज की व्यवस्था की जाए।
साथ ही मुख्य सचिव और डीजीपी को पूरी घटना पर हर पल की जानकारी देने को कहा गया है। यही नहीं, परिवहन मंत्री पोनम प्रभाकर ने आरटीसी RTC एमडी और रंगा रेड्डी जिला कलेक्टर से बात कर घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा देने का निर्देश दिया है। मंत्री ने पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया है।
केटीआर ने भी जताया दुख, आर्थिक मदद की मांग
विपक्ष ने भी इस दुख की घड़ी में अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। तेलंगाना के पूर्व मंत्री और बीआरएस BRS के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव KTR ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि 20 लोगों की मौत की खबर बेहद दुखद है। उन्होंने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि... "प्रभावित परिवारों को तुरंत आर्थिक सहायता दी जाए और घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए।"
क्या हमारी परिवहन व्यवस्था इतनी लचर है कि एक ड्राइवर की गलती 20 परिवारों के लिए काल बन जाए? इस हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा ऑडिट और चालकों के प्रशिक्षण पर ध्यान देने की आवश्यकता को उजागर किया है।
प्रदेश सरकार को सिर्फ दुख व्यक्त करने से आगे बढ़कर, ऐसे नियम बनाने होंगे जो इस तरह की त्रासदियों को भविष्य में रोक सकें। यह हादसा एक गंभीर चेतावनी है। भारत में हर साल लाखों लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं। इसे रोकने के लिए ये कदम ज़रूरी हैं कठोर प्रवर्तन Stricter Enforcement रॉन्ग साइड ड्राइविंग, ओवर स्पीडिंग और नशे में ड्राइविंग पर तत्काल लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई हो।
चालकों का प्रशिक्षण: व्यावसायिक वाहन चालकों के लिए अनिवार्य और नियमित मनोवैज्ञानिक और सुरक्षा प्रशिक्षण।
इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार: दुर्घटना संभावित क्षेत्रों Black Spots की पहचान कर वहां सुरक्षा के उपाय करना, जैसे कि सही साइनेज और डिवाइडर।
रंगारेड्डी की यह घटना बताती है कि नियम चाहे जितने भी बने हों, जब तक उनका सख्ती से पालन नहीं होगा, तब तक हमारी सड़कें सुरक्षित नहीं हो पाएंगी।
तेलंगाना बस हादसा | Chevella Accident | Rangareddy | CM Revanth Reddy
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