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कुलियों की आवाज नहीं सुनी जा रही, उनके अधिकारों के लिए लड़ूंगा : Rahul Gandhi

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ के दौरान कुलियों ने अपनी जान जोख़िम में डालकर लोगों की मदद की लेकिन, सरकार इनकी आवाज़ नहीं सुन रही है, उनके अधिकारों के लिए लड़ूंगा।

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Ajit Kumar Pandey
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नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क ।

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लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ के दौरान कुलियों ने अपनी जान जोख़िम में डालकर लोगों की मदद की लेकिन सरकार इनकी आवाज़ नहीं सुन रही है। उन्होंने यह भी कहा कि वह इनकी मांगें सरकार के समक्ष रखेंगे और उनके अधिकारों के लिए पूरी ताकत से लड़ेंगे। 

राहुल गांधी ने कुलियों से की मुलाकात

राहुल गांधी ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ के दौरान लोगों की मदद करने वाले कुलियों के एक समूह से बीते शनिवार को मुलाकात की थी। उसका वीडियो बुधवार को उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया। बीते 15 फरवरी को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई थी। 

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राहुल गांधी ने यूट्यूब पर वीडियो किया पोस्ट

राहुल गांधी ने अपने यूट्यूब चैनल पर पोस्ट किया, "कुछ दिनों पहले नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंच कर वहां के कुली भाइयों से फिर से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि भगदड़ वाले दिन किस प्रकार सभी ने मिल कर लोगों की जान बचाने के हरसंभव प्रयास किए। " 

कुलियों की आवाज नहीं सुन रही सरकार

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उन्होंने कहा कि भीड़ से लोगों को निकालने, घायलों को एम्बुलेंस तक पहुंचाने और मृतकों के शवों को बाहर निकालने के लिए कुलियों ने हरसंभव तरीके से यात्रियों की सहायता की। राहुल गांधी के अनुसार, उन्होंने इसके लिए कुलियों को धन्यवाद दिया। कांग्रेस नेता ने कहा, " इन भाइयों की संवेदना देख कर बहुत प्रभावित हूं। अभी भी वो आर्थिक रूप से तंगी की हालात में जी रहे हैं - मगर जज़्बे और सद्भावना से भरपूर हैं। उन्हें सहायता की दरकार है, जिसके विषय में 0उन्होंने अपनी मांगें बताई हैं। उनकी सहायता करने का हरसंभव प्रयास ज़रूर करूंगा।" 

राहुल गांधी ने वीडियो ‘एक्स’ पर किया साझा

उन्होंने इस मुलाकात का वीडियो ‘एक्स’ पर साझा करते हुए पोस्ट किया, "नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ के दौरान इन लोगों ने अपनी जान जोख़िम में डालकर लोगों की मदद की, लेकिन इनकी आवाज़ नहीं सुनी जा रही है। मैं इनकी मांगों को सरकार के समक्ष रखूंगा और इनके अधिकारों के लिए पूरी ताक़त से लडूंगा!" 

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