नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क: जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल
पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकवादी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। बैसरन घाटी में हुए इस हमले में 28 लोगों की जान चली गई, जिनमें बड़ी संख्या में पर्यटक शामिल थे। इस दर्दनाक घटना के बाद पूरे देश में आक्रोश का माहौल है। हालात की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या विपक्ष इस हमले को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा करेगा? क्या सुरक्षा व्यवस्था में चूक और इतनी बड़ी घटना के लिए सरकार से जवाबदेही तय की जाएगी?
मंगलवार को हुआ था पहलगाम में आतंकी हमला
मंगलवार को पहलगाम के बैसरन इलाके में हमला हुआ। इसे जगह को मिनी स्विट्जरलैंड' कहा जाता है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हथियारबंद आतंकियों ने भोजनालयों के पास पिकनिक मना रहे, खच्चर की सवारी कर रहे और घूमते-फिरते पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के सहयोगी संगठन 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) ने ली है। यह हमला पुलवामा (2019) के बाद घाटी में हुआ सबसे घातक हमला माना जा रहा है। मृतकों में दो विदेशी और दो स्थानीय लोग भी शामिल हैं।
राजनीतिक एकता की पहल
इस हमले को लेकर पूरे राजनीतिक वर्ग में एकजुटता देखने को मिल रही है। शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने कहा कि यह केवल पर्यटकों पर हमला नहीं, बल्कि पूरे देश पर हमला है। यह संकट की घड़ी है और सभी राजनीतिक दलों को मिलकर कदम उठाना चाहिए। हम सरकार के साथ हैं। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में होने वाली इस सर्वदलीय बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और विभिन्न दलों के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। सूत्रों के मुताबिक बैठक में सैन्य विकल्पों पर भी चर्चा हो चुकी है। रक्षा प्रमुखों और सीडीएस के साथ बातचीत में पाकिस्तान को जवाब देने के संभावित सैन्य कदमों पर विचार हुआ है
पाकिस्तान में बेचैनी, युद्धाभ्यास शुरू
भारत की कड़ी प्रतिक्रिया की आशंका से पाकिस्तान में हड़कंप मचा हुआ है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने वहां नेशनल सिक्योरिटी कमेटी की आपात बैठक बुलाई है। वहीं विदेश मंत्री इशाक डार ने सोशल मीडिया के जरिए इस बारे में जानकारी दी है। खबर है कि पाकिस्तान की सेना ने युद्धाभ्यास भी शुरू कर दिया है। यह आतंकी हमला ऐसे समय हुआ है जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत दौरे पर हैं और घाटी में पर्यटन का मौसम जोरों पर है। अधिकारियों का मानना है कि यह हमला न केवल सुरक्षा चूक की ओर इशारा करता है बल्कि इसके पीछे गहरी साजिश हो सकती है। हमले में मारे गए लोगों के पार्थिव शरीर उनके गृह राज्यों को भेजे जा रहे हैं और पूरे देश में शोक की लहर है। अंतिम संस्कार के समय स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखा गया।