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कर्नाटक में बाघ पकड़ने में नाकाम रहने पर वन अधिकारियों को ग्रामीणों ने पिंजरे में कैद किया

कर्नाटक के चामराजनगर जिले से एक बेहद रोचक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। जहां बाघ को पकड़ने में नाकाम रहने वाले वन अधिकारियों को गुस्साए ग्रामीणों ने उसी पिंचरे में बंद कर दिया, जो बाघ के लिए लगाया गया था।

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YBN News
tiger trap

Villagers in Chamarajanagar lock Bandipur forest officials inside tiger trap

चामराजनगर, वाईबीएन डेस्क। कर्नाटक के चामराजनगर जिले से एक बेहद रोचक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। जहां बाघ को पकड़ने में नाकाम रहने वाले वन अधिकारियों को गुस्साए ग्रामीणों ने उसी पिंचरे में बंद कर दिया, जो बाघ के लिए लगाया गया था। बाद में पुलिस के हस्तक्षेप के बाद वन अधिकारियों को पिंजरे से बाहर निकाला जा सका। यह घटना गुंडलुपेट तालुक की है।

पिंजरे में लगाया गया चारा बाघ खा गया था

पुलिस के अनुसार, चार दिन पहले गांव के पास एक बाघ देखे जाने के बाद वन अधिकारियों ने एक बछड़े को चारे के रूप में रखकर एक पिंजरा लगाया था। इस बीच बाघ ने बछड़े को मार डाला और घटनास्थल पर वापस आ गया, लेकिन अधिकारियों ने कथित तौर पर मंगलवार तक घटनास्थल का दौरा नहीं किया।

इस घटना से ग्रामीण नाराज थे। इस बीच जब वन अधिकारी मौके पर पहुंचे तो ग्रामीणों ने उन्हें बंद कर दिया। पुलिस का कहना है कि अधिकारियों ने अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं की है, लेकिन पुलिस ने कहा है कि अगर कोई शिकायत दर्ज होती है तो वे कार्रवाई करेंगे।

जंगली हाथी के साथ सेल्फी लेने पर 25 हजार का जुर्माना

बांदीपुर की एक और घटना में, एक जंगली हाथी द्वारा पीछा किए जा रहे एक व्यक्ति का वीडियो वायरल हुआ। वह व्यक्ति सेल्फी लेने के लिए खतरनाक रूप से उसके करीब पहुँच गया था, जिससे हाथी उस पर टूट पड़ा।बाद में वन अधिकारियों ने उसे पकड़ लिया और खुद को खतरे में डालने और वन्यजीवों को परेशान करने के लिए उस पर 25,000 रुपये का जुर्माना लगाया।

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उन्होंने पर्यटकों को याद दिलाया कि बांदीपुर हाथियों, हिरणों और जंगली सूअरों का घर है, और आगंतुकों से सुरक्षित दूरी बनाए रखने का आग्रह किया। Karnataka tiger news

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