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'उदयपुर फाइल्स' रिलीज़ पर संकट! हाई कोर्ट में बहस तेज, सिब्बल बोले- फिल्म से फैल सकती है नफरत! | यंग भारत न्यूज Photograph: (Google)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क ।दिल्ली उच्च न्यायालय में 'उदयपुर फाइल्स' फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग वाली याचिकाएं फिर गरमा गई हैं। यह फिल्म कन्हैया लाल हत्याकांड पर आधारित है और 11 जुलाई को रिलीज होने वाली है। कोर्ट ने पहले फिल्म निर्माता को सभी पक्षों को फिल्म दिखाने का निर्देश दिया था, लेकिन अब सिब्बल और गुरुस्वामी जैसे वरिष्ठ वकील इसके खिलाफ खड़े हैं, आरोप है कि यह फिल्म एक समुदाय विशेष को नकारात्मक रूप से दिखाती है।
'उदयपुर फाइल्स': सच या विवाद? क्यों लटकी तलवार?
उदयपुर में हुए कन्हैया लाल हत्याकांड ने पूरे देश को हिला दिया था। अब इसी जघन्य घटना पर आधारित फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' की रिलीज पर तलवार लटक गई है। दिल्ली हाई कोर्ट में इसकी सुनवाई ने एक नया मोड़ ले लिया है। याचिकाकर्ताओं का कहना है कि यह फिल्म समाज में विभाजन पैदा कर सकती है और एक खास समुदाय की नकारात्मक छवि पेश करती है। क्या सिनेमाई आजादी और सामाजिक सद्भाव के बीच संतुलन बनाना इतना मुश्किल है?
दिल्ली उच्च न्यायालय ने कन्हैया लाल हत्याकांड पर आधारित फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' पर प्रतिबंध लगाने की मांग वाली याचिकाओं पर सुनवाई फिर से शुरू कर दी है। यह फिल्म 11 जुलाई को रिलीज़ होने वाली है। अदालत ने पहले निर्माता को सभी पक्षों के लिए स्क्रीनिंग की व्यवस्था करने का निर्देश दिया…
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 10, 2025
क्या है विवाद की जड़? कपिल सिब्बल के गंभीर आरोप!
सुनवाई के दौरान, वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने फिल्म के कुछ दृश्यों पर गंभीर आपत्ति जताई। उनका आरोप है कि फिल्म में अल्पसंख्यक समुदाय के एक सदस्य को बच्चे के साथ समलैंगिकता में लिप्त दिखाया गया है, जो बेहद आपत्तिजनक है। उन्होंने यह भी कहा कि फिल्म में समुदाय के किसी भी सकारात्मक पहलू को नहीं दर्शाया गया है, जिससे एकतरफा और पूर्वाग्रह से ग्रसित तस्वीर सामने आती है। दूसरी ओर, अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल चेतन शर्मा केंद्र और CBFC का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। कोर्ट में अब इस बात पर गरमागरम बहस चल रही है कि क्या एक फिल्म को अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर समाज में वैमनस्य फैलाने की अनुमति दी जा सकती है। यह देखना दिलचस्प होगा कि कोर्ट इस संवेदनशील मामले में क्या फैसला सुनाता है।
कन्हैया लाल हत्याकांड: एक दर्दनाक अतीत, एक विवादास्पद फिल्म
कन्हैया लाल की हत्या ने न केवल उनके परिवार को गहरा सदमा दिया, बल्कि पूरे देश को हिंसा और कट्टरता के खिलाफ एकजुट होने पर मजबूर किया। इस घटना पर आधारित फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' से बहुत उम्मीदें थीं कि यह न्याय और सच्चाई का संदेश देगी। लेकिन अब, इसके कंटेंट पर उठ रहे सवालों ने एक नई बहस छेड़ दी है। यह केवल एक ऐसी कहानी है जो दर्शकों को वास्तविकता से रूबरू कराती है, चाहे वह कितनी भी कड़वी क्यों न हो? इस मामले पर कानूनी लड़ाई जारी है, और 11 जुलाई की रिलीज तारीख नजदीक आ रही है।
Delhi high court