नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क
विपक्षी पार्टियों और नेताओं द्वारा लगातार दबाव बनाने और सदन में चर्चा की मांग करने के बाद आखिरकार विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने अप्रवासी मुद्दे पर सदन में अपनी बात रखी। अमेरिका से निर्वासित भारतीय नागरिकों के बारे में राज्यसभा में बोलते हुए विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, "हम अमेरिकी सरकार के साथ बातचीत कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वापस लौटने वाले निर्वासितों के साथ किसी भी तरह का दुर्व्यवहार न हो।" राज्य सभा में बोलते हुए विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, "अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे वापस लौटने वाले प्रत्येक व्यक्ति (अमेरिका से निर्वासित भारतीय) के साथ बैठें और पता लगाएं कि वे अमेरिका कैसे गए, एजेंट कौन था, और हम कैसे सावधानी बरतें ताकि यह फिर न हो। "
यह सभी देशों का दायित्व है
अमेरिका से निर्वासित किए गए भारतीय नागरिकों पर राज्यसभा में बोलते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, "यह सभी देशों का दायित्व है कि यदि उनके नागरिक विदेश में अवैध रूप से रह रहे पाए जाते हैं तो उन्हें वापस ले लिया जाए।" अमेरिका से निर्वासित भारतीय नागरिकों पर राज्यसभा में बोलते हुए विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, "कानूनी गतिशीलता को प्रोत्साहित करना और अवैध आवागमन को हतोत्साहित करना हमारे सामूहिक हित में है...यदि कोई नागरिक अवैध रूप से विदेश में रह रहा पाया जाता है तो उसे वापस बुलाना सभी देशों का दायित्व है...निर्वासन की प्रक्रिया कोई नई नहीं है।"
यह कोई नया मुद्दा नहीं
कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला द्वारा अमेरिका से निर्वासित किए गए भारतीय नागरिकों के बारे में राज्यसभा में उठाए गए सवाल का जवाब देते हुए विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, "हम जानते हैं कि कल 104 लोग वापस भारत पहुंचे हैं। हमने ही उनकी राष्ट्रीयता की पुष्टि की है...हमें ऐसा नहीं समझना चाहिए कि यह कोई नया मुद्दा है। यह एक ऐसा मुद्दा है जो पहले भी होता रहा है...
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