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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्कः लोकसभा में आज उस बिल को लेकर जबरदस्त हंगामा हुआ जिसमें प्रधानमंत्री समेत राज्यों के मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों को अरेस्ट के 30 दिन बाद पद से हटाने का प्रावधान किया गया है। बीजेपी का कहना है कि राजनीतिक नैतिकता के लिए ये बिल बेहद जरूरी है। नेताओं में कुछ तो लाज शर्म ही चाहिए।
शाह बोले- अरेस्ट होते ही दिया था इस्तीफा
कांग्रेस के सांसद केसी वेणुगोपाल ने सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने अमित शाह से पूछा कि जब वो गुजरात के गृह मंत्री थे और अरेस्ट हुए थे तो उनकी नैतिकता कहां थी। अमित शाह ने करारा जवाब देते हुए कहा कि जब उनको गलत आरोपों के बाद अरेस्ट किया गया तो उन्होंने तुरंत इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद उन्होंने तब तक कोई संवैधानिक पद गृहण नहीं किया जब तक कि उनको क्लीन चिट नहीं मिल गई। शाह ने आरोपों को लेकर कांग्रेस पर करारा हमला बोला।
गृह मंत्री ने कहा- नेताओं में होनी चाहिए लाज शर्म
शाह ने कहा कि वो नैतिकता को और ज्यादा बढ़ाना चाहते हैं। हम राजनेता हैं। लेकिन हमें लाज शर्म के दायरे में रहना चाहिए। हमारे ऊपर कोई आरोप लग जाए और हम बशर्मी से अपनी कुर्सी पर जमे रहें ये कहां की नैतिकता है। इस बिल के जरिये हम नैतिकता में और ज्यादा इजाफा करने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री भी अरेस्ट होंगे और 30 दिनों तक जेल में रहना पड़ गया तो उनको भी 31वें दिन पद से हटना ही होगा। उनका कहना था कि बिल में ये भी प्रावधान है कि अगर वो आरोप मुक्त हो जाते हैं तो उनको राष्ट्रपति फिर से पद पर बहाल कर सकते हैं।
विपक्षी सांसदों ने लोकसभा में किया जमकर हंगामा
हालांकि शाह की तमाम दलीलों से विपक्षी नेता सहमत नहीं दिखे। लोकसभा में बिल को लेकर जमकर हंगामा हुआ। विपक्षी सांसदों ने बिल की कापी के टुकड़े टुकड़े करके उन्हें गृह मंत्री की तरफ उछाल दिया इस दौरान सदन में बीजेपी के सांसदों ने जमकर नारेबाजी भी की। विपक्ष ने उसी अंदाज में सत्ता पक्ष के सांसदों को करारा जवाब दिया।
Lok Sabha, Amit Shah, KC Venugopal