Advertisment

आदेश का इंतजार, दुश्मनों काे जवाब देने के लिए बीएसएफ तैयार : BSF कंपनी कमांडेंट अखिलेश

1971 के युद्ध में बीएसएफ द्वारा दुश्मनों को खदेड़ने पर उन्होंने कहा कि हमारी तैयारी 1971 से भी बेहतर है। अगर हमारे समक्ष उस तरह की स्थिति आती है तो हम दुश्मनों को नेस्तनाबूद करने के लिए तैयार हैं।

author-image
Jyoti Yadav
एडिट
आदेश का इंतजार, दुश्मनों काे जवाब देने के लिए बीएसएफ तैयार : बीएसएफ कंपनी कमांडेंट अखिलेश  
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

जैसलमेर, आईएएनएस। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि आतंकियों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी। पीएम मोदी द्वारा लिए गए कड़े रुख के बाद बीएसएफ भी दुश्मनों को कड़ा जवाब देने के लिए तैयार है। 

Advertisment

आतंकवादियों के खिलाफ कड़ा रुख

शनिवार को न्यूज एजेंसी आईएएनएस ने जैसलमेर बीएसएफ कंपनी कमांडेंट अखिलेश से खास बातचीत की। उन्होंने कहा कि हम दुश्मनों का जवाब देने के लिए तैयार हैं। पीएम मोदी ने जो आतंकवादियों के खिलाफ जो कड़ा रुख लिया है, उसे अंजाम तक पहुंचाने के लिए हम तैयार हैं। हम हमेशा से सरहदों पर अलर्ट रहते हैं। हमने सरहद पर मैन पावर बढ़ा दी है। हम हर तरह की परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। हम बस आदेश का इंतजार कर रहे हैं।

दुश्मनों को नेस्तनाबूद करने के लिए तैयार

Advertisment

1971 के युद्ध में बीएसएफ द्वारा दुश्मनों को खदेड़ने पर उन्होंने कहा कि हमारी तैयारी 1971 से भी बेहतर है। अगर हमारे समक्ष उस तरह की स्थिति आती है तो हम दुश्मनों को नेस्तनाबूद करने के लिए तैयार हैं। सरहद के उस पार आतंकी हाफिज सईद के ठिकानों पर कहा कि उसकी मूवमेंट ग्राउंड पर दिखाई नहीं देती है। लेकिन, हमें खुफ‍िया सूचना मिलती रहती है कि उसकी मूवमेंट पीछे की ओर है। हमारी उस पर पूरी नजर रहती है और पूरी तरह से मुस्तैद हैं और हर तरह से जवाब देने के लिए तैयार हैं।

बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान सरहद पर तनाव देखने को मिल रहा है। दुश्मन की हर हरकत पर बीएसएफ के जवान नजर बनाए हुए है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) हाई अलर्ट पर है। भारत-पाक जैसलमेर सीमा पर बीएसएफ सुरक्षा का जिम्मा संभालती है, जिसमें अवैध घुसपैठ और तस्करी को रोकना शामिल है। पहलगाम आतंकी घटना के बाद जवान अलर्ट मोड पर सीमा की निगरानी कर रहे हैं। युद्ध की स्थिति में दुश्मनों से कैसे पार पाना है, जवानों को इस बारे में विशेष ट्रेनिंग करते हुए भी देखा जा रहा है।

 

Advertisment
Advertisment