/young-bharat-news/media/media_files/2025/08/16/malhotra-jyoti-2025-08-16-14-53-19.jpg)
YouTuber Jyoti Malhotra Case : 2500 पन्नों की चार्जशीट में सनसनीखेज खुलासे, जानकर हैरान रह जाएंगे | यंग भारत न्यूज Photograph: (Google)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । हरियाणा की एक यूट्यूबर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर, जो देश की सेवा का दम भरती थी। आज उसी पर देश के खिलाफ जासूसी करने का आरोप है। पुलिस ने ज्योति मल्होत्रा के खिलाफ 2500 पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर दी है। इसमें दावा है कि उसने पाकिस्तान में ISI एजेंटों से मुलाकात की, भारतीय सेना और अन्य संवेदनशील ठिकानों से जुड़ी गोपनीय जानकारियां साझा कीं। यह चार्जशीट सिर्फ एक केस फाइल नहीं, बल्कि एक डार्क वेब की दुनिया का पर्दाफाश है।
ज्योति मल्होत्रा एक ऐसा नाम जो हिसार, हरियाणा में जाना-पहचाना था। वह सोशल मीडिया पर देशभक्ति से भरे वीडियो और मोटिवेशनल कंटेंट के लिए लोकप्रिय थी। उसके वीडियो में अक्सर देशप्रेम और सेना के जवानों की तारीफ होती थी। किसी ने सोचा भी नहीं था कि पर्दे के पीछे की कहानी इतनी भयावह और खतरनाक हो सकती है। लेकिन, जब हरियाणा पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने उसके खिलाफ 2500 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की तो सब चौंक गए।
इस चार्जशीट में एक-एक पन्ना, एक-एक चैट और एक-एक कॉल डिटेल बताती है कि कैसे एक युवा लड़की पैसों और ऐशो-आराम के लिए देश के साथ गद्दारी करने को तैयार हो गई। चार्जशीट के मुताबिक, ज्योति ने भारतीय सेना के कुछ अधिकारियों से दोस्ती की, उनसे संवेदनशील जानकारी निकाली और उसे पाकिस्तानी एजेंटों तक पहुंचाया। यह आरोप न सिर्फ गंभीर हैं बल्कि यह भी दिखाते हैं कि हमारे देश के दुश्मन किस तरह डिजिटल दुनिया का फायदा उठाकर युवाओं को अपने जाल में फंसा रहे हैं।
जासूसी की जड़ें पाकिस्तान से जुड़ीं
चार्जशीट में सबसे चौंकाने वाला खुलासा ज्योति की पाकिस्तान यात्रा का है। पुलिस का दावा है कि ज्योति ने पाकिस्तान टूर के दौरान वहां के ISI एजेंटों के साथ संपर्क स्थापित किया। ये मुलाकातें सिर्फ इत्तेफाक नहीं थीं बल्कि एक गहरी साजिश का हिस्सा थीं। जांच में सामने आया है कि ज्योति ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के एजेंटों से मुलाकात की और उनसे पैसे भी लिए।
पुलिस ने ज्योति के मोबाइल फोन से जो डेटा रिकवर किया है, वह बेहद चौंकाने वाला है। इसमें चैट, कॉल रिकॉर्ड्स, फोटो और वीडियो शामिल हैं। ये सबूत बताते हैं कि ज्योति लगातार पाकिस्तान हाई कमीशन में तैनात दानिश अली से संपर्क में थी। इन दोनों के बीच की चैट्स से पता चलता है कि वे संवेदनशील जानकारियों के आदान-प्रदान के लिए एक कोडवर्ड का इस्तेमाल करते थे। दानिश अली के अलावा ज्योति का ISI एजेंट शाकिर, हसन अली और नासिर ढिल्लों से भी लगातार संपर्क था।
यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति का नहीं है बल्कि यह हनीट्रैप और डिजिटल जासूसी के बढ़ते खतरे की ओर इशारा करता है। विदेशी खुफिया एजेंसियां, खासकर ISI युवाओं को टारगेट करती हैं जो सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं। उन्हें आकर्षक ऑफर दिए जाते हैं विदेश यात्रा का लालच दिया जाता है और फिर धीरे-धीरे जासूसी के जाल में फंसाया जाता है। ज्योति का केस इसी पैटर्न का एक उदाहरण लगता है।
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/08/16/jyoti-malhotra-2025-08-16-14-53-46.jpg)
ISI एजेंटों से 'सीक्रेट चैट' का खुलासा
पुलिस को ज्योति के फोन से मिले चैट रिकॉर्ड्स में कई सनसनीखेज बातें सामने आई हैं। एक चैट में ज्योति और हसन नाम के एक एजेंट के बीच बातचीत है, जिसमें वे भारतीय सेना से जुड़े कुछ संवेदनशील ठिकानों की जानकारी साझा कर रहे हैं। चैट में यह भी जिक्र है कि ज्योति को इस काम के लिए मोटी रकम दी गई थी।
जांच में यह भी पता चला है कि ज्योति को विदेश से भी फंड मिल रहा था। उसके बैंक खातों की जांच से यह बात सामने आई है कि उसे नियमित रूप से विदेशों से पैसे भेजे जाते थे। इन पैसों का स्रोत और उद्देश्य अभी भी जांच का विषय है, लेकिन पुलिस का मानना है कि यह पैसा जासूसी के बदले में दिया गया था।
जांच का दायरा बढ़ा: कौन-कौन शामिल है?
जांच के दौरान, पुलिस ने कई और लोगों की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। चार्जशीट में कुछ और संदिग्धों के नाम भी शामिल हैं, जो ज्योति के संपर्क में थे और संभवतः इस जासूसी रैकेट का हिस्सा थे। यह मामला सिर्फ एक ज्योति मल्होत्रा तक सीमित नहीं है, बल्कि एक बड़े रैकेट का हिस्सा हो सकता है।
पुलिस अब इन संदिग्धों से पूछताछ कर रही है ताकि इस पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके। जांच टीम इस बात पर भी ध्यान दे रही है कि ज्योति ने किस तरह भारतीय सेना के अधिकारियों से संपर्क किया और उनसे गोपनीय जानकारियां निकालीं। यह सुरक्षा व्यवस्था में एक बड़ी चूक है, जिसे ठीक करने की जरूरत है।
एक चार्जशीट, कई सवाल
2500 पन्नों की यह चार्जशीट सिर्फ एक कानूनी दस्तावेज नहीं है, बल्कि यह समाज के लिए एक चेतावनी है। यह हमें सोचने पर मजबूर करती है कि हमारे युवा किस तरह के खतरों का सामना कर रहे हैं। डिजिटल दुनिया के इस युग में, जासूसी के तरीके भी बदल गए हैं।
ज्योति मल्होत्रा फिलहाल 16 मई से ही जेल में है और अब इस केस की सुनवाई कोर्ट में होगी। पुलिस के पास जो सबूत हैं, वे बेहद मजबूत हैं। अगर आरोप साबित होते हैं, तो उसे कड़ी सजा हो सकती है। यह केस एक उदाहरण बन सकता है, जो भविष्य में ऐसे अपराधों को रोकने में मदद करेगा।
इस पूरे घटनाक्रम से एक बात तो साफ है कि हमें सोशल मीडिया पर सावधानी बरतनी चाहिए। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम अपनी निजी और संवेदनशील जानकारियां किसी भी अजनबी के साथ साझा न करें, खासकर जब वह विदेशी हो।
Jyoti Malhotra Case | Pakistan Spy Network | Honeytrap Revelation | SIT Chargesheet 2500 Pages | You Tuber Espionage Scandal