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Anuradha Nakshatra:अनुराधा नक्षत्र में करें ये शुभकार्य, शनि हैं इसके स्वामी, जो बनाते हैं बिगड़े काम

अनुराधा नक्षत्र  मृदु प्रकृति और मित्रता के गुणों के कारण, अनुराधा नक्षत्र कई शुभ कार्यों के लिए अत्यंत उपयुक्त माना जाता है। मैत्री और संबंध स्थापित करना इस नक्षत्र में बेहद शुभ माना जाता है।

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Mukesh Pandit
Anuradha Nakshatra

अनुराधा नक्षत्र को ज्योतिषशास्त्र में एक मृदु और मैत्रीपूर्ण नक्षत्र माना गया है। इसके अधिष्ठाता देवता मित्र हैं, जो मित्रता, सहयोग, प्रतिज्ञा और समझौतों के देवता हैं। इसका स्वामी ग्रह शनि है। इसकी मृदु प्रकृति और मित्रता के गुणों के कारण, अनुराधा नक्षत्र कई शुभ कार्यों के लिए अत्यंत उपयुक्त माना जाता है। मैत्री और संबंध स्थापित करना इस नक्षत्र में बेहद शुभ माना जाता है।  चूंकि इसके देवता मित्र हैं, इसलिए यह नए दोस्त बनाने, महत्वपूर्ण संबंध स्थापित करने, या टूटे हुए संबंधों को सुधारने के लिए भी सर्वोत्तम हैं। पंचांग के अनुसार शुक्रवार के दिन नक्षत्र अनुराधा (दोपहर 01:56 बजे तक रहेगा तत्पश्चात ज्येष्ठा नक्षत्र आएगा। 

इस नक्षत्र में शुभ आयोजन 

इस समय साझेदारी (Partnerships) शुरू करने और व्यावसायिक या सामाजिक समझौते (Contracts) करने के लिए यह समय बहुत अच्छा  और उपयु्क्त माना जाता है। अनुराधा को मृदु नक्षत्र माना जाता है, ऐसे में  विवाह, सगाई, संगीत समारोह जैसे शुभ कार्यों को करने के लिए बहुत उपयुक्त माना गया है। इसमें सुगंधित वस्तुओं का उपयोग करना, गहने पहनना या नए कपड़े खरीदना भी शुभ है।

भ्रमण और यात्रा के लिए अनुकूल है यह नक्षत्र

व्यावसायिक कारणों से या ज्ञान प्राप्त करने के उद्देश्य से यात्रा शुरू करने के लिए यह एक अनुकूल नक्षत्र है। यह यात्राएं अक्सर सफल और उद्देश्यपूर्ण होती हैं। इसे विदेश यात्रा या लंबे मार्ग की यात्रा शुरू करने के लिए भी यह अच्छा माना जाता है। क्योंकि इसका स्वामी ग्रह शनि है, जो स्थायित्व और जड़ों (Roots) को दर्शाता है, इसलिए बीज बोना, बागवानी शुरू करना, या पेड़ लगाना जैसे कार्य करना शुभ होता है। किसी भी स्थायी प्रकृति के कार्य, जैसे कि नींव रखना या नया घर बनाना (निर्माण कार्य शुरू करना), भी किया जा सकता है।

राशि परिवर्तन और राशियों पर उसका प्रभाव

ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के राशि परिवर्तन के अलावा नक्षत्रों का परिवर्तन भी खास महत्व है। ज्योतिष में 27 नक्षत्रों का जिक्र किया गया है, जो कि एक निश्चित समय अंतराल के लिए एक राशि से दूसरी राशि में रहते हैं। पं अरुण प्रकाश शर्मा के अनुसार ज्योतिषीय गणना के अनुसार, इस वक्त शनि देव के नक्षत्र अनुराधा में 3 ग्रहों का मिलन हुआ है। दरअसल इस समय सूर्य, बुध और शुक्र ये तीनों शनि के नक्षत्र में विराजमान हैं. इस तीनों ग्रहों का एकसाथ आने से कई शुभ योग भी बन रहे हैं। इसके साथ ही ये खास योग कुछ राशियों के लिए भाग्यवर्धक माने जा रहे हैं। 

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मकर राशि, बन रहा है खास योग

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस समय अनुराधा नक्षत्र में बुध, सूर्य और शुक्र की युति बनी हुई है। ऐसे में मकर राशि वालों के लिए यह योग खास साबित हो सकता है। इस दौरान मकर राशि के जातकों का भाग्य चमक सकता है। इससे साथ ही नौकरी और बिजनेस में आमदनी बढ़ने के भी संकेत हैं। इसके अलावा इस दौरान फिजूलखर्ची पर लगाम लगा सकते हैं। रिश्तेदारों के साथ अच्छा संबंध स्थापित होगा। जो कार्य लंबित पड़े हैं, उनका निपटारा हो सकता है।

कर्क राशि, वालों पर पड़ेगा खास प्रभाव

शनि के अनुराधा नक्षत्र में बनने वाले सूर्य, शुक्र और बुध की युति का कर्क राशि पर खास शुभ प्रभाव पड़ने वाला है. इस दौरान रुके हुए कार्यों में गति आएगी। न्यायिक विवादों का निपटारा हो सकता है। बिजनेस में पर्टनर का खास सहयोग मिलेगा। जमीन में निवेश का लाभ मिल सकता है। सरकारी नौकरी का शुभ समाचार मिल सकता है। 

कुंभ राशि के लिए शुभ साबित होगा

कुंभ राशि के लिए भी शनि के नक्षत्र में बनने वाला ग्रहों का योग शुभ साबित होगा। इस दौरान किस्मत का पूरा साथ मिलेगा। जो लोग नौकरी या व्यापार में हैं, उन्हें मनचाहा परिणाम मिल सकता है। वैवाहिक जीवन में खुशियां बनी रहेंगी। संतान की ओर से कोई शुभ समाचार प्राप्त हो सकता है। परिवार से सदस्यों का शुभ कार्यों में सहयोग मिलेगा। नई नौकरी का प्रस्ताव मिल सकता है। Anuradha Nakshatra | religion | hindu religion | Dharma Artha Kama Moksha |

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