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Dhanteras 2025: किस समय करें लक्ष्मी कुबेर पूजन? जानें विधि और खरीदारी का शुभ मुहूर्त

धनतेरस एक ऐसा दिन जिसे धन त्रयोदशी के नाम से भी पहचाना जाता है। ऐसा कहते हैं कि इस दिन की गई माता लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि की पूजन से सुख समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। 

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Mukesh Pandit
Dhanteras 2025

हिंदू धर्म में दीपावली महापर्व की शुरुआत धनतेरस से हो जाती है। धनतेरस एक ऐसा दिन जिसे धन त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है। कहते हैं कि इस दिन की गई माता लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि की पूजन से सुख समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इस दिन का संबंध सीधा धन, संपत्ति और वैभव से बताया जाता है। ज्योतिष के अनुसार, इस दिन जो व्यक्ति धार्मिक कार्य, पूजन पाठ और खरीदारी करता है, उसे विशेष फलों की प्राप्ति होती है। इस दिन साफ सफाई करना दीपक जलाना और माता लक्ष्मी की पूजन करना बहुत शुभ माना गया है। सोना, चांदी, बर्तन और अन्य धातु इस दिन अगर खरीद कर घर में लाई जाती है। वह अपने साथ कई गुना बेहतर फल लेकर आती है। जानते हैं धनतेरस की शुभ तिथि और मुहूर्त के साथ पूजन विधि...

जानिए धनतेरस का महत्व

आयुर्वेद, ज्योतिष तथा पुराणों के अनुसार, कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि को भगवान धन्वंतरि का अवतरण हुआ था। इस दिन समुद्र मंथन से भगवान विष्णु के अवतार धन्वंतरि अमृत कलश और औषधियाँ लेकर प्रकट हुए थे। यह दिन स्वास्थ्य, दीर्घायु और समृद्धि का प्रतीक है। धनतेरस पर मुख्यत: भगवान धन्वंतरि, माता लक्ष्मी और कुबेर देव की पूजा शुभ मुहूर्त में करने का विधान है। 

समुद्र मंथन से निकले थे चौदह रत्न

समुद्र मंथन के समय जब देवता और दानव मंथन कर रहे थे, तब चौदह रत्न निकले। उन रत्नों में से एक भगवान धन्वंतरि थे जो अमृत कलश लेकर प्रकट हुए. उसी दिन को धनतेरस कहा गया. धनतेरस शुभ मुहूर्त 2025। धनतेरस पर पूजा का सबसे उत्तम मुहूर्त प्रदोष काल को माना जाता है. इस समय स्थिर लग्न, खासकर वृषभ लग्न में पूजा करना सबसे शुभ माना जाता है, क्योंकि इससे मां लक्ष्मी घर में स्थायी रूप से विराजमान होती हैं। प्रदोष काल –शाम 5 बजकर 48 मिनट से रात 8 बजकर 20 मिनट तक।

जानें शुभ मुहूर्त

  • वृषभ काल : शाम 7 बजकर 16 मिनट से रात 9 बजकर 11 मिनट तक
  • धनतेरस कुबेर लक्ष्मी पूजन मुहूर्त 2025
  • शाम 7 बजकर 16 मिनट से रात 8 बजकर 20 मिनट तक।
  • धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त 2025 –देर रात 1 बजकर 27 मिनट से सुबह 3 बजकर 41 मिनट तक।
  • धनतेरस पर खरीदारी का शुभ मुहूर्त 2025 –दोपहर 12 बजकर 28 मिनट से अगली सुबह 6 बजकर 24 मिनट तक।
  • धनतेरस चौघड़िया मुहूर्त 2025
  • सामान्य: 12:06 – 1:32 बजे
  • लाभ-अनुकूल: 1:32 – 2:57 बजे
  • अमृत-अनुकूल: 2:57 – 4:23 बजे
  • लाभ-अनुकूल: 5:48 – 7:23 बजे
  • शुभ-अनुकूल: 8:57 – 10:32 बजे
  • अमृत-अनुकूल: 10:32 – 12:06 बजे
  • सामान्य: 12:06 – 1:41 बजे
    लाभ-अनुकूल (19 अक्टूबर): 4:50 – 6:24 बजे
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कैसे करें पूजन

धनतेरस पर सबसे पहले आपको अपने घर की साफ सफाई कर उसे रंग-बिरंगे फूलों और रंगोली से सजाना होगा। इसके बाद अपने घर को दीपकों की रोशनी से अच्छी तरह से सजाएं। याद रखें कि आपके घर के हर कोने पर दीपक लगाना होगा। मुख्य द्वार पर दीपक जरूर जलाएं, क्योंकि यह माता लक्ष्मी के स्वागत का स्थान होता है। तुलसी के पास भी दीपक अवश्य रखें क्योंकि इस पौधे में माता लक्ष्मी का वास माना गया है। जब आप पूजन कर रहे हैं उसे समय आपको ‘ॐ श्रीं श्रीं महालक्ष्मी नमः’ का जाप जरुर करना है।

इस दिन भगवान धन्वंतरि की पूजन करने का भी विशेष महत्व है। वह ऐसे देवता है जो व्यक्ति को आरोग्य प्रदान करते हैं। आयुर्वेद के देवता की पूजन अर्चन कर उनके सामने दीपक रख आप उनसे अच्छा स्वास्थ्य मांग सकते हैं। भगवान धन्वंतरि की पूजन के बाद कुबेर देव और माता लक्ष्मी की पूजन करें। आपको तस्वीर के सामने दीपक रखकर उन्हें कुमकुम, अक्षत, फल, फूल, धूप और नैवेद्य अर्पित करना होगा।: Hindu festivals | hindu festiva: Dhanteras 2025

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