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क्या इंजेक्शन लगवाने से टूट जाता है रोज़ा? जानिए रमज़ान से जुड़े सवाल और जवाब

इस्लाम धर्म में रोजेदार को सिर्फ भूखा प्यासा ही नहीं बल्कि कई चीज़ों से परहेज़ भी करना होता है। रमज़ान से जुड़े सवालों के जवाब के लिए हेल्पलाइन पर मुसलमान कई सवालों के जवाब ले रहे

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Mohd. Arslan
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रोज़े मे इंजेक्शन लगवाते प्रतीकात्मक तस्वीर

रोज़े मे इंजेक्शन लगवाते प्रतीकात्मक तस्वीर Photograph: (YBN)

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता

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इस्लामिक महीना रमज़ान शुरू होते ही तमाम मुसलमान रोज़ा रखकर अल्लाह की इबादत कर रहे है। लेकिन सिर्फ भूखा और प्यासा रहना ही रोज़े का मकसद नहीं है। रोज़े की हालत में रोजेदार को कई चीजों से दूरी और परहेज़ करना होता है। इन सब सवालों और उनके जवाब हासिल करने के लिए रोजेदारों में जिज्ञासा रहती है। इसी के चलते लखनऊ में इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया में उलमा का एक पैनल रमज़ान हेल्पलाइन पर रमज़ान से जुड़े मामलों पर लोगों को सही राय देता है।

2001 में शुरू की गई थी रमज़ान हेल्पलाइन

यह रमजान हेल्पलाइन देश में इस किस्म की पहली हेल्पलाइन है। इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया के तहत् दारूल निजामिया फरंगी महल में रोजेदारों की दीनी और शरअई रहनुमाई के लिए वर्ष 2001 में रमजान हेल्पलाइन कायम की गयी थी जिसकी मकबूलियत खुदा पाक के करम से आज भी बरकरार है।

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इन नंबरों पर संपर्क कर सकते

इस हेल्प लाइन से लोग फोन और e-mail के जरिए रोजा, नमाज, जकात ऐतिकाफ और दूसरे सवालात मुल्क और बाहर के मुल्कों से भी करते है। इन सवालात के जवाब मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली की अध्यक्षता में उलमा का एक पैनल देता है। लोग इन नम्बरों 9415023970, 9335929670, 9415102947, 7007705774, 9140427677 पर संपर्क कर अपने सवाल पूछ सकते है। वहीं e-mail के लिए [email protected] और वेब साइट, www.farangimahal.in पर भी सवाल पूछ सकते है।

जानिए इन सवालों के जवाब

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सवालः 1 एक रोजेदार बच्ची के पेट में सख़्त तकलीफ हो रही है तो क्या वह पेन किलर इंजक्शन लगवा सकती है?

जवाबः 1 जी हाँ! लगवा सकती है, इससे रोजा नही टूटेगा।

 

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सवाल : 2 रोजे की हालत में अगर किसी के मुँह से खून आ जाए तो रोजे का क्या हुक्म है?

जवाब : 2 अगर खून हलक के अंदर नही जाता है तो रोजे पर कोई असर नही होगा।

 

सवाल 3 रोजे की हालत में बनावटी दाँत लगाये रहने से क्या रोजा मकरूह हो जायेगा?

जवाब : 3 बनावटी दाँत के लगाने से रोजा मकरूह नही होता है।

 

सवाल : 4 अगर इमाम ने तरावीह में सज्दा तिलावत का सज्दा नही किया फिर नमाज के इल्म हुआ कि सज्दा तिलावत नही किया, तो क्या इस की तलाफी (बदला) मुम्किन है?

जवाब : 4 अब इस सज्दे की तलाफी नही हो सकती, तरावीह की नमाज अदा हो जायेगी।

 

सवाल: 5 एक शख्स को माहे मुबारक में पैसा सफर पेश आ जाए जिससे वह शरअई मुसाफिर नही हो और वह रोजे की हालत में सफर करे और दोपहर की तेज धूप और लू की वजह से रोजा तोड़ दे तो क्या हुक्म है?

जवाब : 5 इस शख्स पर केवल कजा वाजिब होगी।

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