लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
इस्लाम का पाक और मुकद्दस महीना अब रुखसत होने में कुछ ही दिन बचे है। इबादतों के इस महीने में रोजेदारों ने तरावीह और फ़र्ज़ नमाजों के साथ कुरान की तिलावत भी खूब की। रमज़ान महीने के आखिरी जुमें को अलविदा की नमाज़ अदा की जाती है। इस नमाज़ में हर मुसलमान पाक-साफ होकर मस्जिदों का रुख करता है। अलविदा की नमाज़ को लेकर मस्जिदों और इबादतगाहों में तैयारियां पूरी कर ली गई है।
इस्लाम में शुक्रवार का दिन बेहद खास
इस्लाम धर्म में हर दिन से ज़्यादा शुक्रवार को अहमियत दी गई है। इतिहास में कई ऐतिहासिक मामले भी इस दिन ही पेश आए है। इस दिन को मुसलमान जुमें की विशेष नमाज़ भी अदा करते है। हर मुसलमान की कोशिश होती है कि जुमें की नमाज़ को मस्जिदों में पहुंचकर अदा कर लें। वहीं रमज़ान महीना जो बेहद अफजल महीना है, उसका आखिरी जुमा और भी खास हो जाता है। इस दिन को अलविदा का दिन भी कहा जाता है। अलविदा की नमाज़ में आम दिन से कई गुना ज़्यादा भीड़ मस्जिदों में होती है।
जामा मस्जिद ईदगाह में दोपहर 12.45 पर होगी नमाज़
लखनऊ की तमाम मस्जिदों में जुमें की नमाज़ को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है। ऐशबाग स्थित ईदगाह की जामा मस्जिद में दोपहर 12.45 पर अलविदा की नमाज़ अदा की जाएगी। इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली अलविदा की नमाज़ यहां अदा कराएंगे।
पुलिस प्रशासन ने की सकुशल संपन्न कराने की तैयारी
अलविदा की नमाज़ से पहले पुलिस प्रशासन भी तैयारियों में जुटा है। पुलिस के आलाधिकारी धर्मगुरु से मुलाकात कर रहे है वहीं जगह जगह पीस मीटिंग भी आयोजित हो रही है। शहर के संवदेनशील इलाको में पुलिस गश्त कर रही है वहीं असमाजिक तत्वों पर भी पुलिस की नज़र है। लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने अलविदा की नमाज़ को सकुशल संपन्न कराने की तैयारियां पूरी कर ली है।